Friday, November 22"खबर जो असर करे"

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लोकतंत्र में नेताओं की जन छवि का सवाल

लोकतंत्र में नेताओं की जन छवि का सवाल

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- प्रभुनाथ शुक्ल भारतीय लोकतंत्र जागरूक और मजबूत है। यह सुखद और भविष्य के लिए अच्छी बात है। लेकिन हमारे राजतंत्र में राजनेताओं की स्थिति और छवि क्या बनती जा रही है, यह बड़ा सवाल है। लोकतंत्र को राजनेता नहीं जनता खुद धोखा दे रही है। जिसके हाथ में हम सत्ता सौंपने जा रहे हैं उसकी जन छवि क्या है। राजनीति में रहते हुए उसने कौन-सा विकास कार्य किया है। पांच साल के लिए जिस पर हमने भरोसा जताया वह हमारे लिए कितना खरा उतरा। समस्याओं का समाधान एवं चुनावी वायदों की गाड़ी कहां तक पहुंची, इसका खयाल हमें नहीं रहता। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की हालिया रिपोर्ट हमारे जनतंत्र का होश उड़ाने वाली है। लेकिन, वह हमारे लिए इतनी चिंता का विषय नहीं होगी। हमें सिर्फ शोर में जीने की आदत हो गई है। हम जमीन पर खड़े हैं कि नहीं यह आकलन भी हमें नहीं है। क्योंकि हम खुद अपनी चिंताओं में उलझे हैं कि देश और समा...
अब ‘उन्हें’ शर्म आती है ईवीएम पर सवाल उठाने में

अब ‘उन्हें’ शर्म आती है ईवीएम पर सवाल उठाने में

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- सुरेश हिन्दुस्थानी दक्षिण भारत के राज्य कर्नाटक में हुए विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस को सत्ता मिल गई। इससे निश्चित ही कांग्रेस को डूबते को तिनके का सहारा मिल गया है। हालांकि कर्नाटक में सत्ता के शिखर पर पहुंचने के लिए चार दिन तक चले सत्ता के संग्राम में बाजी पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के हाथ लगी है। राजनीतिक दृष्टि से अध्ययन किया जाए तो यही कहा जाएगा कि कर्नाटक में कांग्रेस की विजय अप्रत्याशित नहीं है, क्योंकि यह कर्नाटक का लंबे समय से राजनीतिक इतिहास रहा है कि वहां कोई भी सरकार पुन: पदासीन नहीं हुई है, इसलिए कांग्रेस की इस जीत को परंपरावादी कहा जाए तो कोई अतिशयोक्ति नहीं कही जाएगी। इसके बाद भी पूरे देश में सिमटती जा रही कांग्रेस के नेताओं में उत्साह का संचार पैदा हुआ है। कुछ राजनीतिक विश्लेषक कांग्रेस की इस जीत को इस रूप में भी प्रस्तुत करने लगे हैं कि दक्षिण में कांग्रेस ने भाजप...
एनकाउंटर पर सवाल क्यों ?

एनकाउंटर पर सवाल क्यों ?

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- प्रभुनाथ शुक्ल उत्तर प्रदेश में अपराधियों के खिलाफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की 'जीरो टॉलरेंस' नीति ने अतीक जैसे माफिया को घुटनों के बल आने पर मजबूर कर दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की छवि पूरे देश में एक अलग तरह के तटस्थ शासक के रूप में उभरी है। अपराधियों में मुख्यमंत्री की इस नीति को लेकर खौफ है। अब किसी भी घटना को अंजाम देने से पहले अपराधी और दंगाई 100 बार सोचने लगे है। यही कारण है कि रामनवमी जैसे पवित्र दिवस पर पश्चिम बंगाल, बिहार और दूसरे राज्यों में आगजनी और हिंसा हुईं की घटनाएं हुईं, लेकिन उत्तर प्रदेश में इस तरह की कोई वारदात नहीं हुई। योगी की कार्यशैली को लेकर पूरे देश में सियासी बहस छिड़ी है। माफिया अतीक के बेटे असद और शूटर गुलाम के एनकाउंटर पर ओवैसी और अखिलेश यादव धर्म और मजहब का तड़का लगा रहे हैं। निश्चित रूप से सवाल उठाना विपक्ष का राजनीतिक धर्म है। लेकिन अपराध और माफिया...
ईडी ने सोनिया गांधी से पूछे ये सवाल, अगले सोमवार फिर हो सकती है पूछताछ

ईडी ने सोनिया गांधी से पूछे ये सवाल, अगले सोमवार फिर हो सकती है पूछताछ

देश
नई दिल्‍ली । यंग इंडियन (Young Indian) मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Congress President Sonia Gandhi) से प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate-ED) में 2 घंटे से ज्यादा पूछताछ की गई. इस दौरान उनसे लगभग दो दर्जन के करीब सवाल पूछे गए. आगामी सोमवार को सोनिया गांधी को फिर से पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है. ईडी ने पूछताछ के दौरान डॉक्टर का इंतजाम भी किया हुआ था. इस दौरान सोनिया गांधी को दो बार दवाई भी दी गई. दोपहर को ईडी दफ्तर पहुंचीं सोनिया गांधी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी गुरुवार दोपहर 12 बज के 10 मिनट पर पूछताछ के लिए ईडी (ED) मुख्यालय पहुंची. इस दौरान बेटी प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) भी उनके साथ थी. उनके पहुंचने के थोड़ी ही देर बाद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) भी ईडी मुख्यालय पहुंचे.गौरतलब है कि यहां आने से पहले ही सोनिया गांधी ने ईडी को अनुरोध किया था कि उनकी बेटी प...