पूनम के पब्लिसिटी स्टंट से जनभावना आहत
- ऋतुपर्ण दवे
अभिनेत्री पूनम पाण्डेय जिन्दा है। भगवान करे अपनी मौत की अफवाह उड़ा सुर्खियां बटोरने वाली अदाकारा स्वस्थ-सकुशल रहे। लेकिन उसकी इस हरकत की जितनी भी निंदा की जाए कम है। सर्वाइकल कैंसर के नाम पर जागरुकता की आड़ में उसके इस भद्दे मजाक से कितने प्रशंसकों को धक्का लगा होगा इसका अंदाजा उसे नहीं। कैसे भूल गई कि वह एक भारतीय है। वह भावना प्रधान उस देश से है जहां लोग दिल से जुड़ते हैं, दिखावे से नहीं, उस जैसा छलावा नहीं करते। कभी उन्हें कैंसर जैसी भयानक बीमारी का सामना भी न करना पड़े। लेकिन उनकी हल्की सोच और जागरुकता की आड़ में खेले गए खेल ने कैंसर पीड़ितों और उनके लिए जुड़े-जुटे लोगों को कितना आहत किया है? इसका भी अंदाजा पूनम को नहीं होगा। अपनी ओर ध्यान खींचने के लिए पहले किसी ने ऐसी जुर्रत की हो, याद नहीं आता। क्या पूनम की इस छिछोरे झूठ से वाकई में कैंसर की प्रति जागरुकता फैला पाएग...