Friday, November 22"खबर जो असर करे"

Tag: pseudo secularism

भारत को छद्म सेकुलरवाद से मुक्ति चाहिए

भारत को छद्म सेकुलरवाद से मुक्ति चाहिए

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- हृदयनारायण दीक्षित अपने विवेक और विश्वास के आधार पर जीना प्रत्येक व्यक्ति का अधिकार है। भारतीय संविधान (अनु. 19) में विचार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, संगठन बनाने व देश में अबाध संचरण के मौलिक अधिकार हैं। लेकिन छद्म सेकुलरवादी राष्ट्र राष्ट्रीयता व संवैधानिक मूल्यों पर आक्रामक रहते हैं। हाल में तमिलनाडु की स्टालिन सरकार ने सेकुलरिज्म के नाम पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पथ संचरण कार्यक्रम पर रोक लगाई थी। सरकार ने प्रस्तावित कार्यक्रम के मार्ग में मस्जिद और चर्च होने के अमान्य तर्क दिए और कार्यक्रम की अनुमति देने से इनकार किया। मद्रास उच्च न्यायालय ने इस कृत्य पर कड़ी फटकार लगाई है। कोर्ट ने कहा है कि, 'संघ को अनुमति देने से इनकार करने का निर्णय संविधान की पंथनिरपेक्ष नीति के विरुद्ध है और लोकतान्त्रिक सिद्धान्तों के भी असंगत है।' सरकार का निर्णय मौलिक अधिकारों के भी विरुद्ध है। स्टालिन सरक...
भगवा से नफरत करने वालों को लेना होगा सबक

भगवा से नफरत करने वालों को लेना होगा सबक

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- मृत्युंजय दीक्षित भारत में छद्म धर्मनिरपेक्षता की राजनीति करने वाली जमात सनातन धर्म में त्याग के प्रतीक भगवा रंग से भी नफरत करती है। इसीलिए वर्षों तक भगवा आतंक की झूठी कहानी गढ़ने का प्रयास हुआ। उसमें असफल रहने पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिबास पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने से लेकर फिल्मी पर्दे पर अभिनेत्री को भगवा रंग की बिकनी पहनाकर उसे बेशर्म रंग कहकर कुंठा निकाली जा रही है। इस बीच भगवा से नफरत और उसके खिलाफ विकृत राजनीति पर सबसे बड़ी खबर केरल से आई है। वामपंथी सरकार राज्य में भगवा रंग पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का षड्यंत्र रच रही थी, लेकिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विश्व हिंदू परिषद व स्थानीय हिंदू संगठनो की जागरुकता के कारण इसका भांडा फूट गया। दक्षिण के राजनीतिक विश्लेषकों का अनुमान है कि जब से केंद्र में मोदी सरकार आई है, राज्य में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का प्रभाव क्ष...