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यही वक्त है भारत के लिए विभिन्न क्षेत्रों में अपने सूचकांक तैयार करने का

यही वक्त है भारत के लिए विभिन्न क्षेत्रों में अपने सूचकांक तैयार करने का

अवर्गीकृत
- प्रहलाद सबनानी वैश्विक स्तर पर विभिन्न देशों की भिन्न भिन्न क्षेत्रों में रेटिंग तय करने की दृष्टि से वित्तीय एवं विशिष्ट संस्थानों द्वारा सूचकांक तैयार किए जाते हैं। हाल ही के समय में इन विदेशी संस्थानों द्वारा जारी किए गए कई सूचकांकों में भारत की स्थिति को संभवत जान बूझकर गल्त दर्शाया गया है। इन सूचकांकों में पाकिस्तान, अफगानिस्तान एवं अफ्रीका के गरीब देशों की स्थिति को भारत से बेहतर बताया गया है। उदाहरण के लिए अभी हाल ही में पश्चिमी देशों द्वारा जारी किए गए तीन सूचकांकों की स्थिति देखिए। सबसे पहिले उदार (लिबरल) लोकतंत्र सूचकांक में भारत की रैकिंग को 104 बताया गया है और भारत के ऊपर निजेर देश को बताया गया है। इसी प्रकार, आनंद (हैपीनेस) सूचकांक में भी भारत का स्थान 126वां बताया गया है जबकि पाकिस्तान को 108वां स्थान मिला है, जहां अत्यधिक मुद्रा स्फीति के चलते वहां के नागरिक अत्यधिक ...
नॉर्वे शतरंज 2024 में प्रतिस्पर्धा करने के लिए तैयार कोनेरू, प्रज्ञानानंद और वैशाली

नॉर्वे शतरंज 2024 में प्रतिस्पर्धा करने के लिए तैयार कोनेरू, प्रज्ञानानंद और वैशाली

खेल
नई दिल्ली (New Delhi)। भारतीय ग्रैंडमास्टर्स (Indian Grandmasters) कोनेरू हम्पी (Koneru Humpy), वैशाली रमेशबाबू (Vaishali Rameshbabu) और प्रज्ञानानंद रमेशबाबू (Praggnanand Rameshbabu) 27 मई से 7 जून तक स्टवान्गर (नॉर्वे) में होने वाले प्रतिष्ठित नॉर्वे शतरंज टूर्नामेंट (Norway Chess Tournament) के 12वें संस्करण में हिस्सा लेंगे। इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम में विश्व नंबर 1 मैग्नस कार्लसन (नॉर्वे), विश्व नंबर 3 हिकारू नाकामुरा (यूएसए), वर्तमान विश्व चैंपियन डिंग लिरेन (चीन), महिला विश्व चैंपियन जू वेनजुन (चीन) और लेई टिंगजी (चीन) भी हिस्सा लेंगे। 'शतरंज के विंबलडन' के नाम से मशहूर नॉर्वे शतरंज हर साल विश्व रेटिंग सूची के शीर्ष ग्रैंडमास्टर्स को निमंत्रण देता है। हालाँकि, वैश्विक स्तर पर शीर्ष 100 खिलाड़ियों में कोई भी महिला सूचीबद्ध नहीं है। सीमित निमंत्रण और असमान पुरस्कार राशि के कारण श...
सिंहस्थ 2028 से पूर्व क्षिप्रा नदी की शुद्धि के लिए तैयार करें कार्ययोजना: मुख्यमंत्री

सिंहस्थ 2028 से पूर्व क्षिप्रा नदी की शुद्धि के लिए तैयार करें कार्ययोजना: मुख्यमंत्री

देश, मध्य प्रदेश
- क्षिप्रा नदी शुद्धिकरण की उच्च स्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री ने दिये निर्देश भोपाल (Bhopal)। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव (Chief Minister Dr. Mohan Yadav) ने सिंहस्थ 2028 (simhastha 2028) के मद्देनजर क्षिप्रा नदी का पानी (water of Kshipra river) स्वच्छ निर्मल एवं आचमन योग्य (clean and drinkable.) बनाने के लिए इंदौर, उज्जैन एवं देवास के संबंधित अधिकारियों को क्षिप्रा नदी को साफ रखने की कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने गंदे पानी को रोकने के लिए जगह-जगह स्टॉप डैम बनाने के भी निर्देश दिये। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव उज्जैन में आयोजित होने वाले सिंहस्थ 2028 के विकास कार्य एवं क्षिप्रा शुद्धिकरण के संबंध में रविवार को आयोजित उच्च स्तरीय बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने इंदौर एवं उज्जैन संभाग के संभागायुक्तों एवं कलेक्टर्स को कार्ययोजनाएं बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने ...

षड्यंत्रों को समझिए, तैयारी कीजिये

अवर्गीकृत
- संजय तिवारी झारखंड में अंकिता के साथ जो भी हुआ ,बहुत दुखद है। इससे भी ज्यादा दुखद अतिशय सहिष्णुता है। अर्थ और बाजार आधारित समाज मे ये घटनाएं आश्चर्य नहीं लेकिन विचलित करने वाली हैं। आखिर हम कितने और सहिष्णु बनें? क्या यह अतिशय सहिष्णुता हमें रहने देगी? कोई यह तो बताए कि मनुष्यता कहां है? और कितने सहिष्णु होना चाहते हैं? यह होता ही है। आर्थिक समृद्धि के बाद सामाजिक चिंता और सभ्यता में सहिष्णुता का प्रभाव अपने कार्य करने लगते हैं। समृद्ध सभ्यताओं को किसी वाह्य सभ्यता या घुसपैठ से बहुत चिंता नहीं होती । उनमें सभी के प्रति एक सहिष्णु भाव ही रहता है। मनुष्य और मनुष्य में समृद्ध सभ्यता भेद नहीं करती। इसीलिए ऐसी सभ्यताएं सर्वदा षड्यंत्रों से निश्चिन्त रहती हैं लेकिन घुसपैठिये और षड्यंत्रकारी उन्हें निरंतर हानि पहुचाते रहते हैं। इसका सबसे बड़ा उदाहरण स्वयं भारत है। प्राचीन भारत की समृद्धि और सं...