Friday, September 20"खबर जो असर करे"

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गरीब का पराठा और ब्यूरोक्रेसी को संदेश

गरीब का पराठा और ब्यूरोक्रेसी को संदेश

अवर्गीकृत
- ऋतुपर्ण दवे कभी-कभी बहुत मामूली सी बातें न केवल हर कहीं चर्चा का विषय बन जाती हैं बल्कि इतनी भावुक और प्रभावी कर जाती हैं कि पूछिए मत। लेकिन जब मामला विनम्रता, सहजता और गरीब की पोटली में बंधे पराठे खुलवा कर एक टुकड़ा खाने का हो तो दिल को छू ही जाएगी। उसमें भी यदि जिला कलेक्टर और फरियादी का हो तो हर कहीं उदाहरण और चर्चा का विषय बनेगा ही। ऐसा ही एक वाकया उत्तर प्रदेश के औरेया जिले का है जो पूरे देश में सुर्खियां बटोर रहा है। जहां अपने रुतबे और ठसक के लिए आईएएस-आईपीएस पहचाने जाते हैं वहीं औरेया कलेक्टर इन्द्रमणि त्रिपाठी की इससे विपरीत प्रशंसा हो रही है। हो भी क्यों न उनके दफ्तर में डरा-सहमा सा एक ग्रामीण मजदूर अपनी फरियाद लेकर बहुत दूर से आया। दफ्तर में घुसते ही वहां का माहौल उसे असहज कर, घबरा रहा था। लेकिन तुरंत कलेक्टर इन्द्रमणि त्रिपाठी ने उसकी मनोदशा भांपी, पूछा कि घर वापस पहुंचने मे...
जन-धन योजना ने गरीबों को आर्थिक मुख्यधारा में शामिल किया : वित्त मंत्री

जन-धन योजना ने गरीबों को आर्थिक मुख्यधारा में शामिल किया : वित्त मंत्री

देश, बिज़नेस
नई दिल्‍ली। केंद्रीय वित्‍त मंत्री (Union Finance Minister) निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री जन-धन योजना (पीएमजेडीवाई) (Pradhan Mantri Jan Dhan Yojana (PMJDY) दुनिया की सबसे बड़ी वित्‍तीय समावेश (World's largest financial inclusion) पहल है। सीतारमण ने कहा कि ये योजना गरीबों को आर्थिक मुख्यधारा में लाती है और हाशिए पर मौजूद समुदायों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। सीतारमण ने देश में वित्तीय समावेशन के लिए राष्ट्रीय मिशन-प्रधानमंत्री जन-धन योजना (पीएमजेडीवाई) के सफलतापूर्वक एक दशक (दस वर्ष) पूरा होने के अवसर पर जारी एक बयान में ये बात कही। उन्होंने कहा कि पीएमजेडीवाई की शुरुआत के बाद से अबतक 53.14 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को बैंकिंग सुविधा मिली है। वित्‍त मंत्री ने कहा कि पीएमजेडीवाई लाभार्थियों के खातों में कुल जमा राशि 2,31,236 करोड़ रुपये ...
अमीर और गरीब के बीच बढ़ती खाई

अमीर और गरीब के बीच बढ़ती खाई

अवर्गीकृत
- डॉ. सत्यवान सौरभ भारत में असमानता, संपन्नता और निर्धनता के बीच के द्वंद्व से परे है, क्योंकि जाति आधारित असमानताएं देश के सामाजिक-आर्थिक ढांचे की परिभाषित विशेषताओं में से एक हैं। वर्ल्ड इनइक्वैलिटी लैब के एक हालिया वर्किंग पेपर ने अमीर और गरीब के बीच की खाई को चौड़ा किया है। जाति आधारित असमानताएं देश के सामाजिक आर्थिक ढांचे की परिभाषित विशेषताओं में से हैं। आर्थिक असमानता का आकलन करने के लिए गिनी गुणांक और प्रतिशत अनुपात महत्वपूर्ण उपकरण के रूप में काम करते हैं। यह लोरेंज कर्व से लिया गया है। इसका उपयोग किसी देश में आर्थिक विकास के संकेतक के रूप में किया जा सकता है। गिनी गुणांक किसी आबादी में आय समानता की डिग्री को मापता है। गिनी गुणांक 0 (पूर्ण समानता) से 1 (पूर्ण असमानता) तक भिन्न हो सकता है। शून्य का गिनी गुणांक का मतलब है कि सभी की आय समान है, जबकि 1 का गुणांक एक व्यक्ति को सभी आ...
बजट में युवा, गरीब, महिला, किसान सहित सभी वर्गों का रखा गया है ध्यानः मुख्यमंत्री डॉ. यादव

बजट में युवा, गरीब, महिला, किसान सहित सभी वर्गों का रखा गया है ध्यानः मुख्यमंत्री डॉ. यादव

देश, मध्य प्रदेश
- मुख्यमंत्री ने वर्ष 2024-25 के लिए प्रदेशवासियों को दी शुभकामनाएं भोपाल (Bhopal)। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने वर्ष 2024-25 के बजट के लिए प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि प्रदेश में पहली बार 03 लाख 60 हजार करोड़ रुपये से अधिक की राशि का बजट प्रस्तुत किया गया है। बजट की यह विशेषता है कि इसमें किसी प्रकार का कोई टैक्स नहीं लगाया गया है। किसी भी विभाग की अपेक्षित राशि को कम नहीं किया गया, अपितु सभी विभागों के आवंटन में वृद्धि की गई है। “विकसित भारत-विकसित मध्यप्रदेश’’ की थीम पर प्रस्तुत बजट में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अपेक्षा अनुसार जीडीपी की ग्रोथ को सुनिश्चित करते हुए आगामी पाँच वर्षों में बजट का आकार दोगुना किया जाएगा। बजट में सभी वर्गों विशेषकर युवा, गरीब, महिला, किसान आदि का ध्यान रखा गया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव बुधवार को वर्ष 2024-25 के बजट के संबंध में विधानसभा...
वस्तु एवं सेवा कर संग्रहण में वृद्धि से गरीब वर्ग तक सहायता पहुंचाना हुआ आसान

वस्तु एवं सेवा कर संग्रहण में वृद्धि से गरीब वर्ग तक सहायता पहुंचाना हुआ आसान

अवर्गीकृत
- प्रहलाद सबनानी आपको ध्यान होगा कि जब केंद्र सरकार वस्तु एवं सेवा कर को भारत में लागू करने के प्रयास कर रही थी तब कई विपक्षी दलों ने इस नए कर को देश में लागू करने के प्रति बहुत आशंकाएं व्यक्त की थीं। उस समय कुछ आलोचकों का तो यहां तक कहना था कि वस्तु एवं सेवा कर प्रणाली देश में निश्चित ही असफल होने जा रही है एवं इससे देश के गरीब वर्ग पर कर के रूप में बहुत अधिक बोझ पड़ने जा रहा है। परंतु, केंद्र सरकार ने देश में पूर्व में लागू जटिल अप्रयत्यक्ष कर व्यवस्था को सरल बनाने के उद्देश्य से वस्तु एवं सेवा कर प्रणाली को 1 जुलाई 2017 से पूरे देश में लागू कर दिया तथा इस कर में लगभग 20 प्रकार के करों को सम्मिलित किया गया था। वस्तु एवं सेवा कर प्रणाली को लागू करने के तुरंत उपरांत व्यापारियों को व्यवस्था सम्बन्धी कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ा था। परंतु, इन परेशानियों को केंद्र सरकार एवं विभिन्न रा...
दुनियाभर में बढ़ रही है गरीबों की संख्या

दुनियाभर में बढ़ रही है गरीबों की संख्या

अवर्गीकृत
- योगेश कुमार गोयल सामाजिक असमानता की खाई निरंतर बढ़ रही है। जिससे आम आदमी की आय में बेहद कम बढ़ोतरी हो रही है जबकि अमीर वर्ग की सम्पत्ति कई गुना बढ़ी है। न केवल भारत बल्कि दुनिया के कई देशों में आर्थिक असमानता की खाई लगातार चौड़ी हो रही है। गरीबी उन्मूलन के लिए कार्यरत गैर सरकारी संगठन ‘ऑक्सफैम इंटरनेशनल’ ने पिछले महीने विश्व आर्थिक मंच की बैठक में आर्थिक असमानता पर अपनी वार्षिक रिपोर्ट जारी करते हुए बताया था कि पिछले कुछ वर्षों के दौरान अमीरी और गरीबी की खाई पूरी दुनिया में तेजी से बढ़ी है। ऑक्सफैम की रिपोर्ट में कई चिंताजनक बातें उभर कर सामने आई थी। रिपोर्ट में कहा गया था कि आर्थिक असमानता के दृष्टिगत पिछले कुछ वर्ष बहुत खराब साबित हुए हैं और विगत चार वर्षों के दौरान कोरोना महामारी, युद्ध और महंगाई जैसे पैमानों ने विश्वभर में अरबों लोगों को गरीब बनाया है। 2020 के बाद से अब तक दुनिया मे...
कांग्रेस योजनाओं को बंद कर गरीबों से उनके अधिकार छीनती हैः शिवराज

कांग्रेस योजनाओं को बंद कर गरीबों से उनके अधिकार छीनती हैः शिवराज

देश, मध्य प्रदेश, राजनीति
- महावनमी पर शिवराजमय हुआ इछावर, मुख्यमंत्री ने चुनावी सभा को किया संबोधित भोपाल (Bhopal)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि कांग्रेस (Congress) जनकल्याणकारी योजनाओं (Public welfare schemes closed) को बंद कर गरीबों से उनके अधिकार छीनती है। अपने स्वार्थों के लिए इंडी गठबंधन (Indie Coalition) बनाने वाले देश और प्रदेश का भला नहीं कर सकते। भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के नेतृत्व में देश और प्रदेश आगे बढ़ रहा है। मेरे लिए बहनें जागृत माता हैं। मैं बेटियों की जिंदगी बदलने में कोई कसर नहीं छोड़ूंगा। करण सिंह वर्मा इछावर के विकास पुरूष हैं। असंभव शब्द मामा के शब्दकोष में नहीं है। मुख्यमंत्री चौहान सोमवार को सीहोर जिले के इछावर विधानसभा क्षेत्र में पार्टी प्रत्याशी करण सिंह वर्मा के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित...
गरीबों-किसानों के जीवन में बदलाव लाना केन्द्र सरकार की पहली प्राथमिकताः नरेन्द्र सिंह तोमर

गरीबों-किसानों के जीवन में बदलाव लाना केन्द्र सरकार की पहली प्राथमिकताः नरेन्द्र सिंह तोमर

देश, मध्य प्रदेश
-विश्व मधुमक्खी दिवस पर कृषि महाविद्यालय बालाघाट में हुई राष्ट्रीय कार्यशाला भोपाल (Bhopal)। केन्द्रीय कृषि एवं किसान-कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर (Union Agriculture Minister Narendra Singh Tomar) ने कहा कि देश में कृषि के अधो-संरचनात्मक विकास (infrastructural development of agriculture) पर निरंतर काम किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के नेतृत्व में किसानों को मुनाफे की खेती कर आत्म-निर्भर बनाने के लिए केन्द्र सरकार (Central government) विभिन्न योजनाएं संचालित कर रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी किसानों की लगातार चिंता करते रहते हैं, इसीलिए उन्होंने किसान हितैषी कई कदम उठाते हुए कल्याणकारी योजनाएं प्रारंभ की हैं, जो छोटे किसानों के लिए लाभदायक है। देश के गरीबों और किसानों के जीवन स्तर में बदलाव लाना केंद्र सरकार की पहली प्राथमिकता है। इस दिशा ...
डॉ. अंबेडकर के विचारों का क्रियान्वयन

डॉ. अंबेडकर के विचारों का क्रियान्वयन

अवर्गीकृत
- डॉ. दिलीप अग्निहोत्री प्रधानमंत्री बनते समय नरेंद्र मोदी ने अपनी सरकार को गरीबों वंचितों के प्रति समर्पित बताया था। वस्तुतः यह डॉ. भीमराव अंबेडकर के विचारों की ही प्रेरणा थी। विगत नौ वर्षों से उनकी सरकार इसी दिशा में कार्य कर रही है। जन कल्याण की इतनी अधिक और व्यापक योजनाएं देश में पहले कभी लागू नहीं की गई थी। डॉ. भीमराव अंबेडकर की जीवन यात्रा स्वयं में प्रेरणादायक रही है। इस यात्रा के अनेक पड़ाव थे। प्रत्येक में उनके व्यक्तित्व व कृतित्व की झलक थी। ऐसे में इन स्थानों पर गरिमापूर्ण स्मारक दशकों पहले बनने चाहिए थे। लेकिन अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के अलावा किसी अन्य ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। डॉ. अंबेडकर की प्रतिष्ठा में सर्वाधिक कार्य वर्तमान केंद्र व प्रदेश सरकार ने किए हैं। इसमें उनके जीवन से संबंधित स्थलों का भव्य निर्माण भी शामिल है। इसके साथ ही दलित वर्ग के लोगों को आर्थिक रूप से स्वा...