संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता से क्यों दूर है भारत?
- डॉ. मयंक चतुर्वेदी
राज्य का शासक जब कोई गलत निर्णय लेता है और समय रहते यदि उसे सुधारने का प्रयास नहीं करता तो दशकों तक उसके एक अनुचित निर्णय का बुरा परिणाम राज्य (देश) को भुगतना पड़ता है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के संदर्भ में भारत की स्थायी सदस्यता को लेकर पिछले 72 वर्षों से सिर्फ चर्चा का दौर चल रहा है, किंतु चीन का वीटो पॉवर है कि भारत को इसकी सदस्य सूची में स्थायी तौर से सम्मिलित होने का कोई अवसर नहीं देता। यह स्थायी सदस्यता पर तो चुनौती खड़ी करता ही है, समय-समय पर वीटो पॉवर भारत विरोधी आतंकवादियों को भी बचाता है। अभी कुछ माह पूर्व जून में हुई यूएनएससी की बैठक में पाकिस्तान के आतंकी अब्दुल रहमान मक्की को वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने को लेकर अमेरिका और भारत के संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में लाए प्रस्ताव को चीन ने अपने वीटो पॉवर से बाधित कर दिया था, जबकि वह यह अच्छे...