Friday, November 22"खबर जो असर करे"

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बूस्टर डोज के रूप में कॉर्बेवैक्स को मिली मंजूरी, 12 अगस्त से लगवा सकेंगे लोग

देश
नई दिल्ली। बायलॉजिक ई कंपनी (Biologic E Co.'s) की कॉर्बेवैक्स बूस्टर डोज (Corbevax Booster Dose) को केन्द्र सरकार (central government) ने मंजूरी दे दी है। यह बूस्टर डोज 18 साल से ऊपर के वयस्कों को दी जाएगी। इसके साथ कॉर्बेवैक्स टीके को एहतियाती खुराक के रूप में उन लोगों को भी दी जा सकेगी जिन्होंने पहली दो खुराक कोविशील्ड या कोवैक्सीन की ली है। बुधवार को केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालयों के अधिकारियों ने बताया कि यह अनुमति टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी परामर्श समूह (एनटीएजीआई) (National Technical Advisory Group (NTAGI)) के कोरोना कार्य समूह द्वारा पिछले सप्ताह की गई अनुशंसा पर आधारित है। कॉर्बेवैक्स देश का पहला टीका है जो पहली और दूसरी खुराक के तौर पर दिए गए टीके से अलग बतौर एहतियाती खुराक दिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि भारत के पहले स्वदेशी आरबीडी प्रोटीन सबयूनिट टीका कॉर्बेवैक्स का इस्तेमाल मौजूद...

लोगों ने सामूहिक खेती और व्यवसाय से बदल दी गांव की तस्वीर

अवर्गीकृत
- अनिल लगभग 15-20 वर्षों तक नक्सलवाद की जद में रहा तोरपा प्रखंड के गुम्पिला गांव के लोग काफी लंबे अरसे से गरीबी, बेरेजगारी, बिजली पानी, सड़क, चिकित्सा, सिंचाई जैसी बुनियाद समस्याओं से झेल रहे हैं लेकिन अब इन समस्याओं से उबरने की राह गांव वालों ने स्वयं ढूंढ ली है। ग्रामसभा के माध्यम से आय वृद्धि कर छोटी-मोटी समस्याओं के समाधान का रास्ता ग्रामीणों ने ढूंढ निकाला है। इस कार्य को आदिवासी और सदान दोनों वर्ग के लोग मिलजुल कर करते हैं। गांव में पांच एकड़ सामूहिक जमीन वर्षों से बेकार पड़ी थी। इसके आसपास लाह के पोषक पेड़ (बेर और कुसुम) बहुतायत में हैं। ग्रामसभा में निर्णय लेकर बेकार पड़ी जमीन पर सामूहिक खेती करने और पेड़ों पर लाह लगाने का निर्णय लिया गया। पिछले तीन साल से गांव के लोग मिलजुल कर खेती कर रहे हैं। ग्रामीण बताते हैं कि पहाड़ जैसा काम हंसते-हंसते हो जाता है। उत्पादों को बाजार में बेचकर डेढ़ ल...

जमीन के अंदर शहर, जानिए क्‍यों यहां लोग अंडरग्राउंड रहना करते पसंद है ?

विदेश
नई दिल्‍ली । शहरों में ऊंची-ऊंची इमारतें, बहुमंजिली, यहां तक कि गगनचुंबी इमारतों (buildings) को तो आप रोज देखते हैं लेकिन क्या आप किसी ऐसे शहर (city) को जानते हैं जहां के लोग अंडरग्राउंड (underground) रहना ज्यादा पसंद करते हैं. हां, दुनिया में एक ऐसा ही शहर हैं जहां हर तरफ मकान (House) जमीन के नीचे बने हुए हैं और लोग जमीन के अंदर ही रहना पसंद करते हैं. बेशकीमती ओपल जेमस्टोन (opal gemstone) के लिए मशहूर यह शहर रेगिस्तान के बीच में बसा हुआ है और यहां के क्लाइमेट के हालात ऐसे हैं कि लोग अंडरग्राउंड ही रहना पसंद करते हैं. दुनिया के अनोखे अंडरग्राउंड सिटी के रूप में मशहूर इस शहर का नाम है कूबर पेडी. यह साउथ ऑस्ट्रेलिया के रेगिस्तानी इलाके में बसा हुआ है. इसे धरती का मॉर्डन 'पाताललोक' भी कह सकते हैं. दशकों से यहां बहुमूल्य रत्न Opal gemstones के लिए खदानों में खुदाई होती रही है और ऐसे में धरती ...
चीन के चार लाख लोगों के बैंकों में फंसे 46 हजार करोड़ रुपये, ये है पूरा मामला

चीन के चार लाख लोगों के बैंकों में फंसे 46 हजार करोड़ रुपये, ये है पूरा मामला

विदेश
नई दिल्‍ली । चीन (China) के पांच बैंकों (banks) में हुए भ्रष्टाचार (corruption) ने वहां के लोगों को गुस्से से भर दिया है. इन बैंकों में चीन के चार लाख लोगों के 46 हजार करोड़ रुपये फंस गए हैं. ये लोग अब अपना पैसा लेने के लिए सड़कों पर उतर आए हैं. लेकिन चीन अपनी सेना और टैंकों (army and tanks) की मदद से इस विरोध को भी कुचल देना चाहता है. सबसे पहले आपको ये बताते हैं कि ये पूरा मामला क्या है. तो ये पूरा घटनाक्रम चीन के हेनान प्रांत की है. बताया जा रहा है कि हेनान प्रांत के पांच ग्रामीण बैंकों में चीन के चार लाख लोगों के Saving Bank Accounts Freeze हो गए हैं. बैंकों में जमा 40 हजार करोड़ रुपये हो गए फ्रीज चीन (China) की कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि इन Bank Accounts में लोगों के डेढ़ Billion Dollar यानी 12 हजार करोड़ रुपये जमा हैं. जबकि अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों का दावा है कि ये...
कन्हैयालाल हत्याकांड: उदयपुर में 19 दिन बाद हटा कर्फ्यू, लेक सिटी में खत्म होगा ‘पर्यटकों का सूखा’

कन्हैयालाल हत्याकांड: उदयपुर में 19 दिन बाद हटा कर्फ्यू, लेक सिटी में खत्म होगा ‘पर्यटकों का सूखा’

देश
उदयपुर । राजस्थान (Rajasthan) के उदयपुर (Udaipur) में दर्जी कन्हैयालाल (kanhaiyalal) की नृशंस हत्या के करीब तीन सप्ताह बाद रविवार को शहर से कर्फ्यू (curfew) हटा लिया गया। कर्फ्यू हटने के बाद लेक सिटी के लोगों को काफी राहत मिली। दरअसल, 28 जून को कन्हैयालाल नामक दर्जी की दो लोगों ने गला काटकर हत्या कर दी थी। इस मामले ने पूरे देश को हिला दिया था, जिसके बाद शहर में फर्फ्यू लगा दिया गया था। इस घटना के बाद 19 दिनों तक लेक सिटी के नौ थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लागू रहा, जिससे पर्यटन भी काफी प्रभावित हुआ। शहर की होटल बुकिंग कैंसल की गई और पर्यटकों की संख्या में भी भारी गिरावट देखी गई। प्रशासन के सामने थी बड़ी चुनौती घटना के बाद प्रशासन के लिए सबसे बड़ी चुनौती थी कि शहर में सामान्य स्थिति बहाल की जाए और पर्यटन गतिविधियों को पटरी पर लाया जाए। घटना के दो दिन बाद निकाली गई जगन्नाथ रथ यात्रा के लिए ...