भारत की माटी के कण-कण में है अद्वैत दर्शन : मुख्यमंत्री शिवराज
- अद्वैत जागरण शिविर के प्रतिभागियों को दीक्षांत समारोह में मिले प्रशस्ति-पत्र
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि शंकराचार्य जी (Shankaracharya ji) ने संपूर्ण भारत को उत्तर से दक्षिण और पूरब से पश्चिम तक जोड़ने और अद्वैत वेदांत से अवगत कराने के लिए अद्भुत कार्य किया। भारत की माटी के कण-कण में अद्वैत दर्शन (Advaita philosophy) समाया हुआ है। हम कहते आए हैं धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो, प्राणियों में सदभावना हो और विश्व का कल्याण हो। आदिगुरू शंकराचार्य (Adiguru Shankaracharya) ने पूरे राष्ट्र को इस भाव को समझने का कार्य किया। हमारा वर्तमान स्वरूप आदिगुरू के प्रयासों से निर्मित हुआ है। भारत पूर्ण विश्व को शांति दिग्दर्शन कराने का कार्य करेगा। आचार्य शंकर के संदेश को युवाओं ने आत्मसात कर अपनी नई भूमिका प्रारंभ की है।
मुख्यमंत्री चौहान शुक...