एनआईए के ‘ऑपरेशन ध्वस्त’ के निहितार्थ
- कमलेश पांडेय
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आतंक, तस्कर और गैंगस्टर के अंतरराष्ट्रीय गठजोड़ को हतोत्साहित और नेस्तनाबूद करने के लिये 17 मई को नए सिरे से ऑपरेशन ध्वस्त को अंजाम दिया है। इसके लिए एनआईए और संबंधित राज्यों की पुलिस की जितनी प्रशंसा की जाए, वह कम है। इस बात में कोई दोराय नहीं कि ऐसे शातिर लोगों को राजनीतिक, प्रशासनिक और कारोबारी शह व संरक्षण भी हासिल होता है। इसलिए राष्ट्रहित में ऐसे असामाजिक तत्वों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई का होना काबिल-ए-तारीफ है। इसके लिए अधिकारीगण लोक प्रशंसा के पात्र हैं।
आखिर यह कौन नहीं जानता कि देश में गैंगस्टर का नेतृत्व कर रहे कई अपराधी पाकिस्तान, कनाडा, मलेशिया और ऑस्ट्रेलिया आदि देशों से अपनी अवैध गतिविधियों को संचालित कर रहे है। वहां से यह लोग भारत के जेलों में बंद अपराधियों के साथ मिलकर गंभीर अपराधों की साजिश रचने में लगे हुए हैं। इसका मकसद भारत...