हेमू जी का मानना था- “हम नहीं रहेंगे लेकिन भारत जरूर रहेगा”: डॉ. भागवत
भोपाल। राष्ट्रीय स्वयंसेवक के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने कहा कि सिंधी समुदाय सब कुछ गंवाकर भी शरणार्थी नहीं बना, उसने पुरुषार्थी बनकर दिखा दिया। अमर शहीद हेमू कालानी के नाम के साथ सिंध का नाम जुड़ा है। सिंधी समुदाय द्वारा स्वतंत्रता आंदोलन में दिए गए महत्वपूर्ण योगदान का उल्लेख कम होता है। हेमू जी का मानना था कि हम तो चले जाएंगे, हम रहेंगे नहीं लेकिन भारत जरूर रहेगा। इसी आदर्श को लेकर संत कंवरराम जैसे देशभक्त भी बलिदान के लिए आगे आए।
सरसंघचालक डॉ. भागवत शुक्रवार को भोपाल के भेल दशहरा मैदान पर अमर बलिदानी हेमू कालानी जन्म-शताब्दी समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे। समारोह को उन्होंने भी संबोधित किया।
डॉ. मोहन भागवत ने कहा कि शहीद हेमू कालानी ने बलूचिस्तान जाने वाली शस्त्रों से लदी उस रेल को पलटाने क...