हमास के खिलाफ है भारत, फिलिस्तीन के नहीं
- डॉ. प्रभात ओझा
इजराइल पर हमास के हमले और फिर इजराइल की जवाबी कार्रवाई में एक पक्ष कमजोर पड़ गया है। वह पक्ष है फिलिस्तीन राष्ट्र का। निश्चित ही इस पक्ष को फिलिस्तीन आधारित हमास जैसे आतंकवादी संगठन ने कमजोर किया है। विडंबना यह है कि हमास अपने को फिलिस्तीन का उद्धारक मानता है और गाजा पट्टी के एक हिस्से पर उसका अधिकार भी है। ताजा घटनाक्रम में इजराइली सेनाओं ने गाजा को घेर रखा है। वहां रसद जैसी जरूरी आपूर्ति के साथ पानी तक की समस्या खड़ी हो गई है। अमानवीय हालात तो यह है कि केंद्रीय गाजा के अल अहली अस्पताल में रॉकेट अटैक में 500 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। मरीजों के साथ यहां अन्य लोगों ने भी शरण ली थी। दिल हिला देने वाले इस हमले के बाद युद्ध का परिदृश्य बदल गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति इजराइल यात्रा पर पहुंचे। जहां से वे जार्डन जाने वाले थे। वहां उनकी किंग अब्दुल्ला द्वितीय, मिस्र के राष्ट्रपति...