ज्ञान केवल सूचना नहीं होता
- हृदयनारायण दीक्षित
भाषा मानव जीवन की सर्वोत्तम उपलब्धि है। दुनिया के सभी समाजों के गठन में भाषा ही संवाद का माध्यम होती है। भाषा के प्रयोग का उद्देश्य संवाद होता है अपनी बात को समझाना होता है। भाषा वाक्यों से बनती है और वाक्य शब्दों से। शब्द भाषा के घटक होते हैं। प्रत्येक शब्द के भीतर उसका अर्थ छुपा होता है। पतंजलि ने महाभाष्य में बताया है, 'एक ही शब्द किसी वाक्य में विशेष स्थान में प्रयुक्त होकर भिन्न भिन्न अर्थ देता है। शब्द का सम्यक ज्ञान और सम्यक प्रयोग ही अपेक्षित परिणाम देता है। शब्द की शक्ति बड़ी होती है।' भारत लोकतंत्र के उद्भव का प्रथम स्थान है। यहां वैदिक काल में भी सभा और समितियां जैसी लोकतंत्री संस्थाएं थीं। सुंदर और सरल बोलना सभ्य होना था। सभ्य सभा के योग्य माने जाते थे।
भारत दुनिया का सबसे बड़ा प्राचीनतम जनतंत्र है। हम भारत के लोगों ने संसदीय जनतंत्र अपनाया है। यहां संविधान...