Friday, November 22"खबर जो असर करे"

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पूर्वोत्तर में बढ़ती रेल दुर्घटनाएँ केवल लापरवाही है या आतंकी षड्यंत्र?

पूर्वोत्तर में बढ़ती रेल दुर्घटनाएँ केवल लापरवाही है या आतंकी षड्यंत्र?

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- रमेश शर्मा भारत के पूर्वोत्तर में होने वाली रेल दुर्घटनाओं में अचानक वृद्धि देखी गई। इन दुर्घटनाओं ने यह प्रश्न भी खड़ा किया कि दुर्घटनाओं की यह वृद्धि केवल मेन्टेनेन्स का अभाव है या कोई आतंकवादी षड्यंत्र। जून, जुलाई और अगस्त के तीन माह में बंगाल, झारखंड, उड़ीसा और असम रेलवे परिक्षेत्र में छह बड़ी रेल दुर्घटनाएँ हुईं। और दो होते-होते बचीं। इनमें चार दुर्घटनाओं में रेलगाड़ियाँ पटरी से उतरीं और दो रेलगाड़ियाँ गलत पटरी पर चलीं गईं और दूसरी रेलगाड़ी से टकरा गईं। जो दो रेलगाड़ियाँ दुर्घटना से बच गई, इन दोनों की रेल पटरी पर लकड़ी रखी पाई गई थी। यदि चालक गाड़ी नहीं रोकता तो दुर्घटना अवश्य होती। दोनों में लकड़ी रखे होने का तरीका एक-सा था। यही बात चौंकाने वाली थी। क्या एक ही तरह से दो पटरियों पर लकड़ी का मिलना सामान्य संयोग ही था या किसी षड्यंत्र का हिस्सा? एक ही तरीके से दो रेल पटरियों पर लकड़ी...
सत्संग स्थल किसकी लापरवाही से बना श्मशान घाट?

सत्संग स्थल किसकी लापरवाही से बना श्मशान घाट?

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- डॉ. रमेश ठाकुर हाथरस के सत्संग स्थल को किसने श्मशान घाट में तब्दील किया? ये सवाल घटना घट जाने के बाद हादसा स्थल के चारों ओर गूंज रहा है। जवाब कौन देगा और कौन है हादसे का जिम्मेदार? ये सवाल भी वहां मुंह खोले खड़ा हुआ है। भगदड़ में मरने वालों की तितर-बितर फैली लाशें, कराहते घायल श्रद्धालुओं की चीखें देखकर परिजनों की हिम्मत जवाब देती दिखी। राहत-बचाव में जुटे कर्मियों के कलेजे भी कंपकपा रहे थे। हाथरस में भोले बाबा के सत्संग में संभावित या आपातकाल की घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासनिक इंतजाम अगर थोड़े से भी होते तो इतनी दर्दनाक घटना नहीं घटती। हैरानी की बात ये है कि हजारों सत्संगियों की रक्षा में मात्र 73 पुलिसकर्मी तैनात थे, जिनमें दो दर्जन तो होमगार्ड ही थे। घटना का शोर जब तेजी से मचने लगा तो सबसे सुरक्षाकर्मी ही भाग खड़े हुए। दूसरों को बचाने से बेहतर खुद की जान जान बचानी जरूरी समझी। प्रशास...
मीडिया ट्रायल बनाम समानान्तर अदालती व्यवस्था

मीडिया ट्रायल बनाम समानान्तर अदालती व्यवस्था

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- डॉ. हरवंश दीक्षित नीट में लापरवाही के आरोपों और इलेक्ट्रानिक मीडिया के बीच एक और खबर आयी। अपनी फटी ओएमआर सीट दिखाते हुए भावुक आरोप लगाने वाली छात्रा आयुषी पटेल की याचिका पर उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ ने उसे फर्जी पाया। अदालत के सामने प्रस्तुत दस्तावेजों की जांच के बाद यह पाया गया कि छात्रा ने फर्जी एप्लीकेशन नम्बर से एनटीए को मेल किया था। लखनऊ बेंच ने छात्रा के रवैये को अफसोसजनक बताते हुए याचिका को खारिज कर दिया और यह भी कहा कि एनटीए चाहे तो छात्रा के खिलाफ उपयुक्त कार्रवाई कर सकता है। इस तरह की परीक्षाओं में करोड़ों लोगों का भविष्य जुड़ा रहता है। राष्ट्रहित में यह जरूरी है कि उनके संचालन में पूरी शुचिता बरती जाए, किन्तु अपनी टीआरपी बढ़ाने के लिए इलेक्ट्रानिक मीडिया जिस तरह से समानान्तर अदालती व्यवस्था खड़ी कर देती है, उससे ऐसे सामाजिक दबाव का सृजन होता है कि वह न्याय की प्रक्रिया को नुकसा...
भोपालः कलेक्टर ने निर्वाचन कार्य में लापरवाही पर 22 बीएलओ को किया निलंबित

भोपालः कलेक्टर ने निर्वाचन कार्य में लापरवाही पर 22 बीएलओ को किया निलंबित

देश, मध्य प्रदेश
भोपाल (Bhopal)। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी आशीष सिंह (Ashish Singh) ने मतदाता सूची के कार्य (work of voter list) में लापरवाही (Negligence) बरतने और आदेशों का निर्वाहन नहीं किये जाने के फलस्वरूप 22 कर्मचारियों (बीएलओ) (22 Employees -BLO) को मध्यप्रदेश सिविल सेवा के अंतर्गत तत्काल प्रभाव से निलंबित (suspended) कर दिया है। जनसम्पर्क अधिकारी अरुण राठौर ने मंगलवार को बताया कि कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा 12 अप्रैल 2023 द्वारा बूथ लेवल अधिकारी के रूप में मतदाता सूची संबंधी कार्य संपादित किये जाने के लिए इन 22 कर्मचारियों की डयूटी लगाई गई थी। उपरोक्त कर्मचारियों द्वारा अपने पदीय दायित्वों का निर्वाहन हेतु अपने कर्तव्य पर उपस्थित न होना आदेश की अवहेलना है। उक्त कर्मचारियों द्वारा किया गया कृत्य मध्यप्रदेश सिविल सेवा (आचरण) नियम-1965 के नियम-3 अंतर्गत कदाचरण की श्रेणी में आने ...
मप्रः रीडिंग में लापरवाही पर दो आउटसोर्स मीटर वाचकों की सेवाएं समाप्त, 35 का वेतन काटा

मप्रः रीडिंग में लापरवाही पर दो आउटसोर्स मीटर वाचकों की सेवाएं समाप्त, 35 का वेतन काटा

देश, मध्य प्रदेश
- मीटर रीडरों पर निगरानी रखने एवं सख्त कार्यवाही के निर्देश भोपाल (Bhopal)। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी (Central Region Electricity Distribution Company) ने उपभोक्ताओं की मीटर रीडिंग में लापरवाही (Negligence in meter reading) बरतने के आरोप में सेवा प्रदाता कंपनी के माध्यम से कंपनी कार्यक्षेत्र में कार्यरत दो मीटर वाचकों को ड्यूटी से पृथक (Two meter readers separated from duty) करने के साथ ही 35 मीटर वाचकों का वेतन काटा गया (35 meter readers Salary cut) है। इसी प्रकार 213 मीटर वाचकों को कार्य में लापरवाही बरतने के चलते चेतावनी जारी की गई है। यह जानकारी मंगलवार को जनसम्पर्क अधिकारी राजेश पाण्डेय ने दी। उन्होंने बताया कि मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा उपभोक्ताओं के परिसर में स्थापित मीटर की फोटो मीटर रीडिंग में लापरवाही बरतने और गलत मीटर रीडिंग लेने पर मीटर वाचकों पर सख्त कार्...

मप्रः कारम बांध निर्माण में लापरवाही पर 8 अधिकारी निलंबित

देश, मध्य प्रदेश
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने धार जिले के निर्माणाधीन कारम बांध (Karam Dam under construction) में हुई लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई करते हुए 8 अधिकारियों (8 officers) को तत्काल प्रभाव से निलंबित (Suspended) करने के निर्देश दिए हैं। पूर्व में बांध निर्माण से जुड़ी दो कंपनियों को ब्लैक लिस्टेड किया जा चुका है। मुख्य अभियंता सीएस घटोले, अधीक्षण यंत्री जल संसाधन पी. जोशी, कार्यपालन यंत्री बीएल निनामा, एसडीओ वकार अहमद सिद्दीकी, उप यंत्री विजय कुमार जत्थाप, उप यंत्री अशोक कुमार, उप यंत्री दशाबंता सिसोदिया और उप यंत्री आरके श्रीवास्तव को निलंबित किया गया है। दरअसल, धार जिले के निर्माणाधीन कारम बांध से गत दिनों पानी का रिसाव होने से 18 गांवों में संकट उत्पन्न हो गया था। राज्य सरकार से प्रयासों से संकट टल गया, लेकिन दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं होन...