Friday, November 22"खबर जो असर करे"

Tag: Narendra Modi

मजबूत हुई भारत व फ्रांस की मित्रता

मजबूत हुई भारत व फ्रांस की मित्रता

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- डॉ. दिलीप अग्निहोत्री नरेन्द्र मोदी के शासन में भारत और फ्रांस के सम्बन्ध बहुत मजबूत हुए हैं। आपसी विश्वास कायम हुआ है। फ्रांस ने अपने राष्ट्रीय दिवस के मुख्य समारोह में नरेन्द्र मोदी को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया था। इसके पहले मोदी ने पेरिस में "नमस्ते फ्रांस' के नाम से एक कार्यक्रम में प्रवासी भारतीयों को संबोधित किया। उन्होंने अपना चालीस साल पुराने फ्रांस से जुड़े एक कार्ड का उल्लेख किया। तब अहमदाबाद में फ्रांस का एक सांस्कृतिक केंद्र शुरू किया गया था। नरेंद्र मोदी इसके पहले सदस्य थे। इसी तरह फ्रांस के राष्ट्रपति ने इमैनुअल मेक्रों ने कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा कि वह महादेव और माँ विंध्यवासिनी की नगरी की यात्रा करेंगे। नरेंद्र मोदी की विदेश नीति में ऐसे तत्व भी शामिल रहते हैं। वह विंध्याचल के पास छानवे ब्लॉक गए थे। यहां विंध्याचल धाम की चुनरी से उनका स्वागत किया गया था।...
क्यों भारत के लिए खास है फ्रांस

क्यों भारत के लिए खास है फ्रांस

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- आर.के. सिन्हा भारत-फ्रांस के बीच घनिष्ठ संबंधों की इबारत को नए सिरे से लिखने के इरादे से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आगामी 14 जुलाई को फ्रांस की यात्रा पर जा रहे हैं। वे वहां पर बैस्टिल डे परेड में सम्मानित अतिथि के रूप में शामिल होंगे। मोदीजी की यात्रा के दौरान दोनों देश महत्वपूर्ण रक्षा और व्यापारिक समझौते पर मुहर लगाएंगे। भारतीय नौसेना के लिए फ्रांस के साथ 26 राफेल एम (मरीन) लड़ाकू विमानों का सौदा होने की उम्मीद है। भारत‚ फ्रांस और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने 8 जून को ओमान की खाड़ी में अपना पहला त्रिपक्षीय समुद्री अभ्यास सफलतापूर्वक संपन्न किया। इसमें आईएनएस तरकश, फ्रांसीसी जहाज सुरकौफ, फ्रेंच राफेल विमान और यूएई नौसेना समुद्री गश्ती विमान की भागीदारी थी। इस अभ्यास में सतही युद्ध जैसे नौसेना संचालन का एक व्यापक स्पेक्ट्रम देखा गया था, जिसमें सतह के लक्ष्यों पर मिसाइल से सामरिक गोलीब...
नई ऊंचाइयों पर भारत-अमेरिका संबंध

नई ऊंचाइयों पर भारत-अमेरिका संबंध

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- मृत्युंजय दीक्षित प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अभूतपूर्व और ऐतिहासिक अमेरिका यात्रा पूर्ण हो चुकी है। इस यात्रा पर पूरे विश्व की दृष्टि थी । अमेरिका में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वागत का प्रत्येक क्षण भारतवासियों के लिए गर्व का क्षण था। यह यात्रा दोनों देशों के बीच मित्रता का एक नया स्वर्णिम अध्याय प्रारम्भ करने वाली रही है। इस यात्रा से जहां एक ओर भारत के शत्रु देशों चीन व पाकिस्तान को कड़ा सन्देश दिया गया है वहीं दूसरी ओर उन ताकतों को भी सन्देश दे दिया गया जो अल्पसंख्यकों के हितों, मानवाधिकार, अभिव्यक्ति की आजादी आदि विषयों को लेकर तथ्यहीन समाचार प्रसारित कर प्रधानमंत्री मोदी की छवि बिगाड़ने का प्रयास करते रहते हैं। प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में ऐतिहासिक योग सत्र का नेतृत्व करते हुए आरम्भ हुई। यहीं से अमेरिका में प्रधा...
सुदृढ़ हुए भारत-अमेरिका संबंध

सुदृढ़ हुए भारत-अमेरिका संबंध

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- डॉ. दिलीप अग्निहोत्री समय बलवान होता है। एक समय था जब भारत के ही कई सांसदों ने नरेन्द्र मोदी को वीजा न देने का अमेरिका से लिखित निवेदन किया था। एक समय यह है जब मोदी के नेतृत्व में अमेरिका और भारत के रिश्ते सर्वाधिक बुलंद हुए हैं। मोदी की अमेरिका की राजकीय यात्रा से यह तथ्य एक बार फिर प्रमाणित हुआ। यहां नरेन्द्र मोदी का अभूतपूर्व स्वागत हुआ। न्यूयॉर्क से लेकर वाशिंगटन और व्हाइट हाउस तक मोदी-मोदी की गूंज हुई। अमेरिका से साथ मजबूत रिश्तों की शुरुआत नरेन्द्र मोदी के पहले कार्यकाल में हो चुकी थी। उस समय बराक ओबामा अमेरिका के राष्ट्रपति थे। उन्होंने कतिपय भारतीय सांसदों की मोदी को वीजा न देने की अपील वाली चिट्ठी रद्दी की टोकरी में फेंक दी थी। उन्होंने स्वयं नरेन्द्र मोदी को आमंत्रित किया। मोदी के लिए अमेरिका में रेड कार्पेट बिछाई गई। बराक भी भारत आए और इस तरह सामरिक व व्यापारिक साझेदारी आगे ...
झुकती है दुनिया, बस झुकाने वाला चाहिए

झुकती है दुनिया, बस झुकाने वाला चाहिए

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- दीपक कुमार त्यागी आज का भारत अपनी जाति, धर्म, बोली, पानी, मौसम और जैव विविधता को एक सूत्र में पिरोकर दुनिया में विकास के पथ पर तेजी से अग्रसर है। वह जल्द ही विकसित देश बनेगा। इक्कीसवीं सदी में हर देशभक्त भारतवासी की आंखों में एक सपना बसा हुआ है कि कैसे भारत सुपर पावर बने, जिसके सम्मान में हर देश नतमस्तक हो। हालांकि देशवासियों के इस सपने को साकार करने के लिए सरकारें प्रयास कर रही हैं। वर्ष 2014 में नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद लोगों को लगने लगा है कि उनका सपना हर हाल में पूरा होगा। वैसे भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की विदेश यात्राओं की लंबी फेहरिस्त और उपलब्धियों को देखें तो उनकी हर यात्रा पर 'सुपर पावर इंडिया' के मिशन की स्पष्ट छाप नजर आती है। अधिकांश लोगों के मतानुसार उनके 'सुपर पावर इंडिया' के सपने की उम्मीद को धरातल पर साकार करने में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोलह-आने...
मोदी सरकार के बेमिसाल नौ साल

मोदी सरकार के बेमिसाल नौ साल

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- डॉ. दिलीप अग्निहोत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री के रूप में सफलतापूर्वक नौ वर्ष पूरे कर लिए। संयोग है कि केंद्र सरकार की नौवीं वर्षगांठ के ठीक पहले पापुआ न्यू गिनी में उन्हें सर्वोच्च नागरिक सम्मान से अलंकृत किया गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगभग एक दर्जन सम्मान मिल चुके हैं। देश-विदेश में हर जगह मोदी-मोदी की गूंज होती है। इस नौ साल की अवधि में दो वर्ष वैश्विक कोरोना महामारी का प्रकोप रहा। इसने दुनिया के विकसित देशों को भी हिला कर रख दिया। सभी देशों की अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा। इससे संभलने का प्रयास चल ही रहा था कि रूस-यूक्रेन संकट सामने आ गया। इन सभी कारणों से पूरी दुनिया में महंगाई बढ़ी। अमेरिका और यूरोप के विकसित देशों में कई दशक बाद ऐसी महंगाई देखी गई। इस कोरोना काल में नरेन्द्र मोदी सरकार ने दुनिया की सबसे बड़ी निशुल्क राहत वितरण योजना का सं...
नया संसद भवन, नया भारत, नया सवेरा

नया संसद भवन, नया भारत, नया सवेरा

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- हृदयनारायण दीक्षित भारत का मन उल्लास से भरा पूरा है। 28 मई को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नए संसद भवन का लोकार्पण करेंगे। यह इतिहास का स्वर्णिम अध्याय होगा। लेकिन भारतीय स्वाभिमान के इस अवसर पर भी लगभग डेढ़ दर्जन राजनीतिक दल कार्यक्रम का बहिष्कार कर रहे हैं। वे राष्ट्रीय महत्व के इस अवसर पर भी अपनी राजनीतिक रोटियां सेंक रहे हैं। गृहमंत्री अमित शाह ने इसे ओछी राजनीति बताया और कहा है कि, 'नया संसद भवन देश की सांस्कृतिक विरासत परंपरा व सभ्यता को आधुनिकता से जोड़ने का सुन्दर प्रयास है। इस ऐतिहासिक समारोह के साक्षी बनने के लिए सबको निमंत्रित किया गया है कि इस कार्यक्रम में सब लोग हिस्सा लें।' उन्होंने कहा है कि इस कार्यक्रम को राजनीति से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। यह भारतीय परम्पराओं व आधुनिकता से जुड़ने का महान क्षण है। इस स्थान का इतिहास भी महत्वपूर्ण है। दिल्ली कई सदियों से सत्ता का प्रमु...
हमारे पास नरेन्द्र मोदी एवं देवदुर्लभ कार्यकर्ता: शिवराज सिंह चौहान

हमारे पास नरेन्द्र मोदी एवं देवदुर्लभ कार्यकर्ता: शिवराज सिंह चौहान

देश, मध्य प्रदेश
भोपाल (Bhopal)। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) का कार्यकर्ता आदर्श कार्यकर्ता है। हर कार्यकर्ता को काम और हर कार्य के लिए कार्यकर्ता का सिद्धांत यहां प्रतिपादित है। हम अत्यंत भाग्यशाली हैं कि हम भाजपा (BJP) के कार्यकर्ता हैं, जिसका जन्म भारत को परम वैभव पर ले जाने के लिए हुआ है। 100 वर्ष पूर्व एक नरेन्द्र (विवेकानंद) ने कहा था- भारत माता फिर से अंगड़ाई ले रही है और विश्व गुरू (Vishwa Guru) के पथ पर अग्रसर हो रही है। आज दूसरे नरेन्द्र इसको पूरा कर रहे हैं। एक संपन्न, शिक्षित, विकसित भारत बनाने का काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में हम जीत का रिकार्ड बनाएंगे। कांग्रेस के पास क्या है। हमारे पास नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) एवं देवदुर्लभ कार्यकर्ता (Devdurlabh Karyakarta) हैं। यह बात मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) शुक्रवार को भोपाल में आयोजित प्र...
सुरक्षित भारत, शक्तिशाली भारत

सुरक्षित भारत, शक्तिशाली भारत

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- प्रो. संजय द्विवेदी किसी विचारक का कहना है कि तुम्हारा अच्छे से अच्छा सिद्धांत व्यर्थ है, अगर तुम उसे अमल में नहीं लाते। हमारी सुरक्षा चिंताओं से संबंधित कानूनों की भी एक दशक पहले तक यही स्थिति रही है। वर्ष 1947 में तैयार राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति को अभी तक ठीक से परिभाषित नहीं किया जा सका है, वहीं राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम, 1980 सुरक्षा से ज्यादा राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ इस्तेमाल के लिए ज्यादा जाना जाता रहा है। देश को भीतरी-बाहरी खतरों से सुरक्षित रखने के लिए बने ऐसे तमाम कानून कभी उन उद्देश्यों की पूर्ति में सफल नहीं हो पाए, जिनके लिए उनका निर्माण किया गया था। इसके पीछे ईमानदार प्रयासों की कमी रही हो या इच्छाशक्ति की, या फिर दोनों की, देश ने आजादी के बाद के छह दशकों में बहुत कुछ सहा है। सीमाओं के भीतर भी और सीमाओं पर भी। एक दशक पहले, जब से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली...