Friday, November 22"खबर जो असर करे"

Tag: Most

पाकिस्तान को 370 पर क्यों लगी सबसे ज्यादा मिर्ची?

पाकिस्तान को 370 पर क्यों लगी सबसे ज्यादा मिर्ची?

अवर्गीकृत
- मुकुंद बात भारत की है। भारत के आंतरिक मामले की है। मगर सबसे ज्यादा मिर्ची पाकिस्तान को लगी है। साफ है अच्छे पड़ोसी का धर्म पाकिस्तान कभी निभा नहीं सकता। अनुच्छेद 370 पर भारत के सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर आतंकवाद को पालने-पोसने वाले पाकिस्तान ने जहर उगला है। उसकी बौखलाहट से साबित होता है कि उसकी नजर जम्मू-कश्मीर पर लगी हुई है। मगर उसे अब यह ध्यान रखना होगा यह नेहरू, इंदिरा, राजीव और मनमोहन सिंह वाला भारत नहीं है। यह नया भारत है। यह नया भारत राष्ट्रवादी नेता नरेन्द्र मोदी का है। यह भारत आंख तरेरने वाले के शरीर को मरोड़ने की ताकत रखता है। आखिर कौन होता है पाकिस्तान, जो यह कहे कि भारत के सुप्रीम कोर्ट के फैसले का कोई कानूनी महत्व नहीं है। उसे यह कहने का कतई हक नहीं है कि अंतरराष्ट्रीय कानून भारत की 5 अगस्त, 2019 की एकतरफा और अवैध कार्रवाइयों को मान्यता नहीं देता है। बोलने की सबको आजादी है।...

तेज अर्थव्यस्था पर आगे कई बाधाएं

अवर्गीकृत
- विक्रम उपाध्याय भारत के सकल घरेलू उत्पाद यानि जीडीपी की वृद्धि दर दुनिया भर के लिए एक अच्छी खबर है, क्योंकि आर्थिक रूप से समृद्ध लगभग सभी देशों के बाजार में एक तरह से मुर्दनी छायी हुई है। चालू वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में भारत के जीडीपी में 13.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जो पूरे विश्व में सबसे अधिक है। चीन की पहली तिमाही के जीडीपी में 4.8 प्रतिशत, अमेरिका की पहली तिमाही की वृद्धि दर माइनस 0.6 प्रतिशत, आस्ट्रेलिया की पहली तिमाही में जीडीपी की वृद्धि दर 0.8 प्रतिशत, ब्रिटेन की 0.6 प्रतिशत और जर्मनी की जीडीपी वृद्धि दर 0.10 प्रतिशत रही है। यदि आकार के आधार पर आकलन करे तो भारत की पहली तिमाही की जीडीपी 36.85 लाख करोड़ रही, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह 32.46 लाख करोड़ थी। कहने की जरूरत नहीं है कि भारत ने अपनी अर्थव्यवस्था को ना सिर्फ पटरी पर रखा है, बल्कि विकास का एक बड़ा रोडम...

अधिकांश दुनिया ले रही ज़हरीली हवाओं में सांस

अवर्गीकृत
- निशान्त दुनिया भर में विकास का पहिया कुछ इस रफ्तार से घूमता हुआ आगे बढ़ रहा है कि तमाम कोशिशों के बावजूद, पीछे जानलेवा हवाओं का गुबार छोड़ रहा है। जी हाँ, फिलहाल दुनिया के तमाम बड़े शहर में रहने वाले लोग जानलेवा हवाओं में सांस ले रहे हैं। दुनिया भर के 7000 शहरों में वायु गुणवत्ता से जुड़े एक विश्लेषण में यह भी पता चलता है कि बात जब PM 2.5 के स्तरों की होती है तब हमारे देश की राजधानी दिल्ली सबसे ऊपर आती है। दरअसल अमेरिका स्थित शोध संगठन हेल्थ इफेक्ट्स इंस्टीट्यूट (एचईआई) द्वारा प्रकाशित एक नई रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया के सबसे बड़े शहर और शहरी क्षेत्र इस वक़्त सबसे खराब वायु गुणवत्ता का सामना कर रहे हैं। एचईआई के स्टेट ऑफ ग्लोबल एयर इनिशिएटिव द्वारा जारी एयर क्वालिटी एंड हेल्थ इन सिटीज़ नाम की यह नई रिपोर्ट दुनिया भर के 7,000 से अधिक शहरों के लिए वायु प्रदूषण और वैश्विक स्वास्थ्य प्रभावो...