चंद्रयान -3: भारत की एक और छलांग
- सुरेश हिन्दुस्थानी
आज याद आ रही है, उस भारत देश की जो वैश्विक नेतृत्व का अधिकारी रहा। एक बार पुनः भारत ने उसी दिशा की ओर अपने कदम बढ़ाए हैं, जो विश्व का मार्गदर्शन करने की क्षमता रखता है। आज समूचे विश्व ने उस भारत का साक्षात्कार किया है, जो जगत की समस्त शक्तियों का भंडार है। भारत में अवधारणाएं प्रचलित हैं, वह मिथक नहीं, वास्तविक हैं, लेकिन भारत अपनी शक्ति को विस्मृत कर चुका था, उस हनुमान की तरह जो महा बलशाली होने के बाद भी अपनी शक्ति का अहसास नहीं था। आज देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारत की सोई हुई शक्ति को जगाने का कार्य करते दिखाई दे रहे हैं। बेशक वे भाजपा के नेता हैं, लेकिन हमें ऐसी दृष्टि विकसित करनी होगी, जो भारत के हित में है। यानी वह भारत का नेतृत्व कर रहे। वे देश के 140 करोड़ जनता के लोकतांत्रिक मुखिया हैं। जब हम यह दृष्टि विकसित करेंगे तो स्वाभाविक रूप से हमें नरेन्द्र मोद...