Friday, November 22"खबर जो असर करे"

Tag: Modi government

कृषि सुधार और अंतहीन बहस

कृषि सुधार और अंतहीन बहस

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- प्रभुनाथ शुक्ल स्वतंत्र भारत में लघु और सीमांत किसानों की माली हालत किसी से छुपी नहीं है। मोदी सरकार किसानों की आय दोगुना करने का प्रयास कर रही है। इससे कुछ बदलाव भी दिख रहा है। बावजूद इसके देश का पेट भरने वाला अधिसंख्य किसान खुद भूखा, नंगा और फटेहाल है। भारत में कृषि सुधार एक अंतहीन बहस का मुद्दा रहा है। इस पर कब पूर्णविराम लगेगा, यह अबूझ पहेली है। आजादी के बाद श्वेत और हरित क्रांति के नारे बुलंद किए गए,लेकिन जमीनी स्तर पर उसका लाभ किसानों को नहीं मिला। तत्कालीन सरकारों की नीतियों की वजह से किसान आत्महत्या करने को मजबूर हुआ। बैंकों के कर्ज तले उसकी पीढ़ियां दबती चली गईं। किसानों की समस्याओं को लेकर एक स्वतंत्र आयोग का गठन नहीं किया जा सका जो किसानों की समस्याओं की निगरानी रखता। आधुनिक विकास में लघु और सीमांत किसानों के लिए कृषि लाभकारी साबित नहीं हो पाई। अगर ऐसा होता तो किसान आत्महत्...
मोदी सरकार में पूर्वोत्तर का तेजी से होता विकास और खत्म होता उग्रवाद

मोदी सरकार में पूर्वोत्तर का तेजी से होता विकास और खत्म होता उग्रवाद

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- डॉ. मयंक चतुर्वेदी पूर्वोत्तर भारत और यहां के समस्त राज्यों को लेकर एक बात बिना किसी हिचक के हमें स्वीकारनी होगी कि देश के इस हिस्से के प्रति शेष देश में सहज अपनत्व की भावना में प्राय: कमी ही देखी जाती रही है । संभवत: यही वह कारण भी होगा जिसके चलते दुर्भाग्यवश स्वाधीन भारत की लम्बे समय तक केंद्र में रहीं कांग्रेसी सरकार या मिली जुली सरकारों ने न तो पूर्वोत्तर राज्यों के आर्थिक विकास के लिए ठोस प्रयास किये और न ही उनके सामरिक महत्व की पहचान कर उसके लिए आवश्यक कदम ही उठाए । वस्तुत: नरेंद्र मोदी की सरकार बनने के बाद पूर्वोत्तर की तरफ तेजी के साथ ध्यान दिया जा रहा है, यदि आज यह कहा जाए तो कुछ गलत न होगा । वर्तमान में पूर्वोत्तर को लेकर दिल्ली की सोच में स्पष्ट परिवर्तन दिखाई दे रहा है। सबसे अच्छी बात यह है कि वहां उग्रवाद में बहुत अधिक कमी देखने को मिल रही है और युवा वर्ग का विकास योजनाओं त...
चीते की तरह तेजी से दौड़ेगा भारत

चीते की तरह तेजी से दौड़ेगा भारत

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- पीयूष गोयल भारत को अगले 25 साल में समृद्ध और विकसित देश बनाने के सपने को साकार करने के लिए मोदी सरकार ऐतिहासिक कदम उठा रही है। तीव्र, समान विकास के साथ देश में आमूलचूल बदलाव लाने का लक्ष्य है और इसे हासिल किया जाएगा। वास्तव में, यह परिवर्तन आठ साल पहले शासन में मूलभूत बदलावों के साथ ही शुरू हो गया था, जिसने आम आदमी को सशक्त और विशेष होने का अहसास कराया है। इसके साथ ही भारत दुनिया में एक भरोसेमंद भागीदार के रूप में उभरा, जिसके साथ हर देश बड़ी उत्सुकता से जुड़ना चाहता है। नई लॉजिस्टिक्स नीति भारत के गौरव को बढ़ाने की दिशा में नवीनतम पहल है। लॉजिस्टिक्स में 5 'आर' महत्वपूर्ण होते हैं। राइट यानी सही उत्पाद पाना, सही स्थिति में, सही जगह, सही समय पर और सही ग्राहक को मिलना। नई नीति में यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया गया है कि सभी ‘आर’ सही हों। यह छोटे किसान, एमएसएमई, बड़ी फैक्ट्रियों और आम ...

मोदी सरकार में राजपथ का कर्तव्य पथ हो जाना

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- डॉ. मयंक चतुर्वेदी कभी किंग्स-वे तो कभी राजपथ रही सड़क देखते ही देखते आम जन और उनके लोक प्रतिनिधियों के लिए कर्तव्य का पथ बन गई है। सही भी है लोक के जगत में आम का ही महत्व है, खास का नहीं। राजा कोई नहीं, सभी लोक के प्रतिनिधि, कर्तव्य पथ पर चलनेवाले दायित्ववान जन प्रतिनिधि हैं। वस्तुत: सत्ता तो आनी-जानी है, किंतु सत्ता में रहते हुए जब आप एक लम्बी लकीर खींच देते हैं तो आनेवाली पीढ़ियों के लिए भी वह एक उदाहरण बनती है। फिर जो सत्ता में आते हैं, उनकी भी मजबूरी हो जाती है कि या तो वे खींची गई लकीर के आसपास चलें या फिर उससे भी बड़ी लकीर खींचे। इस संदर्भ में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा लिए जा रहे निर्णय कुछ ऐसे ही हैं, जिन्होंने एक ओर जहां कोरोना महामारी जैसी भयंकर परिस्थिति में भी विश्व के समक्ष भारत का डंका बजवाया तो दूसरी ओर अंतरराष्ट्रीय मुद्दों, आर्थिक हितों,...

संकल्प से सिद्धि के बेमिसाल आठ साल

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- डॉ. दिलीप अग्निहोत्री संकल्प से सिद्धि की दृष्टि से मोदी सरकार के आठ साल बेमिसाल रहे हैं। यह सरकार अपने संकल्प के अनुरूप गरीबों के प्रति समर्पित रही है। अर्थिक स्वावलंबन का अभियान चलाया गया। गरीबों के जीवनस्तर को ऊपर उठाने के प्रयास किए गए। मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता के लिए अनेक योजनाएं क्रियान्वित की गई। पद्म सम्मानों का अभूतपूर्व अध्याय शुरू हुआ। नरेन्द्र मोदी को दो बार राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार चयन का अवसर मिला। दोनों बार उन्होंने समाज के वंचित वर्ग को सम्मानित किया। पहले रामनाथ कोविंद और वनवासी समुदाय की द्रौपदी मुर्मू को देश के सर्वोच्च पद पर पहुंचाया। रामनाथ कोविंद के सम्मान में आयोजित प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रात्रि भोज में इन आठ सालों की झलक दिखाई दी। भोज में मौजूद पद्म पुरस्कार विजेताओं, आदिवासी समुदाय के नेताओं और अन्य लोगों का प्रधानमंत्री ने स्वागत किया। ऐसे रात्रिभोज...
गरीबों के लिए मोदी सरकार लेकर आयी ये शानदार स्‍कीम, बिना गारंटी मिल रहा बिजनेस लोन

गरीबों के लिए मोदी सरकार लेकर आयी ये शानदार स्‍कीम, बिना गारंटी मिल रहा बिजनेस लोन

बिज़नेस
नई दिल्‍ली । कोरोना महामारी के दौरान हजारों लोग अपना रोजगार गंवा बैठे थे. छोटे व्यवसायियों (Small Businessman) का कारोबार (Business) चौपट हो गया. ऐसे में उनके लिए अपना गुजारा करना मुश्किल होने लगा. तब ऐसे लोगों की मदद के लिए केंद्र सरकार (Central Government) पीएम स्वनिधि योजना (PM Svanidhi Yojana) नाम से एक स्कीम लेकर आई. इसके तहत या रोजगार शुरू करने के लिए बिना गारंटी के 10 हजार रुपये तक का लोन दिया जाता है. सरकार ने इस स्कीम को खास तौर पर स्ट्रीट वेंडर्स के लिए शुरू किया, जिन्हें कोरोना महामारी की वजह भारी नुकसान झेलना पड़ा था. लोन पर मिलती है सब्सिडी सरकार पीएम स्वनिधि योजना (PM Svanidhi Yojana) के तहत रेहड़ी-पटरी वालों को फिर से अपना काम शुरू करने के लिए लोन मुहैया कराती है. इसके तहत उन्हें10 हजार रुपये का लोन मिलता है. इस स्कीम की खास बात ये है कि लोन पर सरकार सब्सिडी भी प्रदान करती...