Monday, November 25"खबर जो असर करे"

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मोदी ने आस्ट्रिया के व्यापारियों से कहा- वैश्विक आपूर्ति का केन्द्र बन रहे भारत में करें निवेश

मोदी ने आस्ट्रिया के व्यापारियों से कहा- वैश्विक आपूर्ति का केन्द्र बन रहे भारत में करें निवेश

देश, बिज़नेस, विदेश
नई दिल्ली (New Delhi)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने आज ऑस्ट्रिया (Austria.) की बड़ी कंपनियों (Big companies.) से वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला (global supply chain .) में गंतव्य के रूप में ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम (‘Make in India’ program) के तहत उच्च गुणवत्ता और लागत प्रभावी विनिर्माण के लिए भारत के आर्थिक परिदृश्य का लाभ उठाने का आग्रह किया। इस संदर्भ में उन्होंने सेमीकंडक्टर, चिकित्सा उपकरणों, सौर फ़ोटोवोल्टिक (पीवी) सेल सहित अन्य क्षेत्रों में वैश्विक विनिर्माण कंपनियों को आकर्षित करने के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि भारत की आर्थिक ताकत और कौशल तथा ऑस्ट्रिया की प्रौद्योगिकी व्यापार, विकास और स्थिरता के लिए स्वाभाविक भागीदार है। उन्होंने ऑस्ट्रिया के व्यवसायियों को भारत में निवेश के अवसरों का उपयोग करने और भारत ...
क्या पुतिन को मोदी की ‘युद्ध नहीं, शांतिपूर्ण वार्ता’ की नसीहत समझ आएगी?

क्या पुतिन को मोदी की ‘युद्ध नहीं, शांतिपूर्ण वार्ता’ की नसीहत समझ आएगी?

अवर्गीकृत
- ललित मोहन बंसल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रूस की दो दिवसीय यात्रा में अपने सखा व्लादिमीर पुतिन को रुस-यूक्रेन युद्ध के शांतिपूर्ण समाधान के लिए एक नायाब नसीहत दी है। यह नसीहत चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और उत्तर कोरिया के राष्ट्रपति किम जोंग उन को भले रुचिकर न लगे, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने परम मित्र और विशिष्ट अतिथि नरेन्द्र मोदी की नसीहत 'शिरोधार्य' करने में किंचित देर नहीं लगाई। मोदी अपने मित्र के हाथों रूस के सब से बड़े सम्मान 'पत्र-पुष्प' और अद्भुत भोज ग्रहण कर अगले ही दिन अपने अगले पड़ाव आस्ट्रिया की राजधानी विएना के लिए निकल गए। इस बीच भारतीय प्रधानमंत्री ने अपनी पहली 'खुशनुमा' यात्रा से एक दिन पहले यूक्रेन में एक बच्चों के बड़े अस्पताल पर रूसी सेना के मिसाइली हमले में बच्चों की दिल दहलाने वाली मौत और बच्चों के लहूलुहान होने की खबरें देखी, सुनीं तो वह अंदर त...
इंदौरः भाजपा कार्यालय में लगी आग, मोदी के शपथ ग्रहण का मनाया जा रहा जश्न

इंदौरः भाजपा कार्यालय में लगी आग, मोदी के शपथ ग्रहण का मनाया जा रहा जश्न

देश, मध्य प्रदेश
भोपाल (Bhopal)। केंद्र (Center) में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन की सरकार (BJP led NDA coalition government) और नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) द्वारा तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बनने पर रविवार की रात मनाए जा रहे जश्न के दौरान इंदौर में भाजपा कार्यालय (Indore BJP Office) में अचानक आग लग गई। देखते ही देखते आग तेजी से फैली और पूरे दफ्तर को अपनी चपेट में ले लिया। सूचना मिलने पर दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। जानकारी के अनुसार, नरेन्द्र मोदी के तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद इंदौर में जावरा कंपाउंड स्थित भाजपा कार्यालय में जश्न मनाया जा रहा था। नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे और महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने आतिशबाजी का आयोजन रखा था। इस दौरान चिंगारी कार्यालय के ऊपर की मंजिल में रखे पुराने सोफे पर गिरी और आग फैल गई। मौके पर पहुंची फाय...
मोदी के लिए महाकाल मंदिर में हुई विशेष पूजा, नवनिर्वाचित सांसदों को दिल्ली बुलाया

मोदी के लिए महाकाल मंदिर में हुई विशेष पूजा, नवनिर्वाचित सांसदों को दिल्ली बुलाया

देश, मध्य प्रदेश
भोपाल (Bhopal)। उज्जैन (Ujjain) स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर (Jyotirlinga Lord Mahakaleshwar located) के मंदिर में बुधवार को नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) को तीसरी बार प्रधानमंत्री (Prime Minister third time) बनाने के लिए विशेष अनुष्ठान किया गया। पुजारियों ने गर्भगृह में शिवलिंग के सामने मोदी का फोटो रखकर आधे घंटे तक पूजन किया। वहीं, मध्यप्रदेश की सभी 29 सीटों पर जीते भाजपा के नवनिर्वाचित सांसदों को गुरुवार को दिल्ली बुलाया गया है। दरअसल, महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी नरेन्द्र मोदी को एक बार फिर से प्रधानमंत्री की कुर्सी पर देखना चाहते हैं। इसीलिए उन्होंने भगवान महाकाल के चरणों में उनकी फोटो रखकर कामना की है। मंदिर के पुजारी आकाश गुरु ने बताया कि देश का मान-सम्मान बढ़ाने और विकास कार्य देशभर कराने वाले मोदी को फिर से पीएम बनना चाहिए। उनके लिए जलाभिषेक पूजन और पंचामृ...
मोदी की ध्यान साधना और उस पर उठते सवालों के बीच यह भी एक सच है !

मोदी की ध्यान साधना और उस पर उठते सवालों के बीच यह भी एक सच है !

अवर्गीकृत
- डॉ. मयंक चतुर्वेदी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पिछली बार की तरह इस बार भी चुनाव प्रचार समाप्त होते ही ध्यान साधना के लिए चले गए। हम सभी जानते हैं कि पहले उन्होंने उत्तराखंड के केदारनाथ की रूद्र गुफा को अपनी ध्यान स्थली के रूप में चुना था और इस बार वे तमिलनाडु राज्य में कन्याकुमारी स्थित विवेकानंद रॉक मेमोरियल में ध्यान मग्न होने पहुंचे। यानी प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के हिमालय के उस क्षेत्र में जहां आद्य गुरु शंकराचार्य ने साधना की से लेकर सुदूर कन्याकुमारी जहां आधुनिक ऋषि विवेकानन्द की तपोस्थली है, वहां स्वयं की साधना के लिए स्थान तय किया। आश्चर्य होता है यह जानकर कि प्रधानमंत्री मोदी की व्यक्तिगत कामना और निज से जुड़े बेहद आध्यात्मिक प्रसंग को भी भारत जैसे सर्वपंथ सद्भाव वाले देश में कई लोगों द्वारा नकारात्मक रूप से प्रस्तुत किया जा रहा है। इसके उदाहरण स्वरूप मीडिया में चल रहीं कई अ...
फाइव आइज का मोदी और भाजपा को लेकर अंतरराष्ट्रीय षड्यंत्र

फाइव आइज का मोदी और भाजपा को लेकर अंतरराष्ट्रीय षड्यंत्र

अवर्गीकृत
- डॉ. मयंक चतुर्वेदी हम सभी जानते हैं, भारत में इस वक्त लोकसभा चुनाव का दौर चल रहा है। तीसरे चरण के बाद अब चौथे चरण की वोटिंग की तैयारी है। पूरी दुनिया की नजर भारत पर है, जिसमें कि भारत विरोधी यही चाहते हैं कि भाजपा की सत्ता केंद्र में न आए, मोदी फिर से भारत के प्रधानमंत्री न बनें । भारत पहले की तरह ही कई मोर्चों पर संघर्ष करता हुआ कमजोर दिखाई दे। अब इसके लिए भाजपा एवं मोदी से विरोध करनेवाली शक्तियां तो देश के अंदर काम कर ही रही हैं, किंतु इन दिनों ऐसी शक्तियों को विदेशों में भी पुख्ता माहौल बनाते हुए देखा जा सकता है। वस्तुत: पाकिस्तान, चीन, समेत कई देश जो भारत को सहन नहीं कर पा रहे हैं, वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का विरोध करते ही थे, लेकिन अब यूरोप समेत विशेष तौर पर इंग्लैण्ड और अमेरिका जैसे विकसित देशों ने भी लगातार केंद्र की मोदी सरकार को घेरना जारी रखा है, जिसमें कि उसके सामने...
विकास और विरासत का बेहतरीन संतुलन ‘मोदी की गारंटी’ में

विकास और विरासत का बेहतरीन संतुलन ‘मोदी की गारंटी’ में

अवर्गीकृत
- डॉ. राघवेंद्र शर्मा देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 'भाजपा का संकल्प पत्र-मोदी की गारंटी' नाम से जारी चुनाव घोषणा पत्र प्रस्तुत कर जहां एक ओर मतदाताओं के हृदय को स्पर्श करने में सफलता प्राप्त की है, वही विरोधियों के मुंह पर ताले जड़ दिए हैं। सभी प्रकार की आशंकाओं को परे रखते हुए उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि 04 जून के बाद इस गारंटी पर एक्शन प्लान शुरू कर दिया जाएगा। उनका यह कथन कि "जिन्हें कोई नहीं पूछता उन्हें हम पूजते हैं" यह प्रमाणित करता है कि यह संकल्प पत्र सुविधा की दृष्टि से अंतिम पायदान पर खड़े दरिद्र नारायण के लिए भी संभावनाओं के नए द्वार खोलता है। साथ ही यह भरोसा दिलाता है कि आम मतदाता को इस पर विश्वास करने में किसी भी प्रकार की शंका नहीं करनी चाहिए। ऐसा सोचने के लिए एक तर्क यह भी है कि अपने स्थापना काल से ही भारतीय जनता पार्टी जिन मुद्दों को लेकर संघर्ष करती आई ह...
मोदी की गारंटी बनाम कांग्रेस का न्याय

मोदी की गारंटी बनाम कांग्रेस का न्याय

अवर्गीकृत
- सुरेश हिंदुस्तानी लोकसभा चुनाव की तैयारियों के बीच सभी राजनीतिक दल अपने अस्तित्व को प्रभावी बनाने के उद्देश्य से बयानबाजी कर रहे हैं। इतना ही नहीं विपक्षी राजनीतिक दल केवल वर्तमान सत्ताधारी दल के विरोध पर ही अपना पूरा फोकस करते हुए चुनावी मैदान में हैं। बड़ी बात यह कि भाजपा ने जहां मोदी की गारंटी को प्रमुख हथियार बनाया है, वहीं अब कांग्रेस भी इसका अनुसरण करने की नीति अपना रही है। भाजपा की ओर से मोदी की गारंटी के बाद राहुल गांधी अपनी पार्टी की 25 गारंटी जनता के सामने लाए हैं। इसके साथ ही कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र को न्याय पत्र का नाम देकर एक नई राह बनाने का काम किया है। हालांकि पिछला लोकसभा चुनाव भी कांग्रेस ने न्याय देने के वादे पर ही लड़ा था, लेकिन अपेक्षित परिणाम प्राप्त नहीं हुए। एक बार पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने कांग्रेस की योजनाओं की नाकामी को स्वीकार करते हुए सार्वजनिक...
मोदी की रैली में जयंत के साथ रहेंगे ‘राम’

मोदी की रैली में जयंत के साथ रहेंगे ‘राम’

अवर्गीकृत
- डॉ. प्रभात ओझा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लोकसभा चुनाव के पहले चरण में अपने प्रचार अभियान की शुरुआत मेरठ से करने जा रहे हैं। पहले ही ध्यान रखना होगा कि मोदी ने 2019 में और उसके पहले 2014 में भी इसी धरती पर पहली चुनावी रैली को संबोधित किया था। पिछली बार यह रैली 28 मार्च को हुई थी, तो इस बार 30 को होने जा रही है। पिछले चुनाव के पहले चरण में इस जाटलैंड में जिन आठ सीटों पर मतदान हुआ था, उनमें से भाजपा को छह सीटें हासिल हुई थीं। बहुजन समाज पार्टी ने बिजनौर और सहारनपुर, दो लोकसभा क्षेत्र अपने नाम किया था। तब बसपा और सपा के बीच बुआ-भतीजे की जोड़ी कारगर हुई थी। इन दोनों दलों ने राष्ट्रीय लोकदल को भी समर्थन दिया था किंतु प्रमुख जाट नेता चौधरी अजीत सिंह और उनके पुत्र जयंत चौधरी हार गए थे। दोनों पिता-पुत्र मजफ्फरनगर और बागपत से उम्मीदवार थे। चौधरी अजीत सिंह अब नहीं हैं और जयंत चौधरी ने तब से कई ...