स्वामी दयानन्द सरस्वती: आध्यात्मिक क्रांति के संदेशवाहक
- योगेश कुमार गोयल
आर्य समाज के संस्थापक के रूप में वंदनीय महर्षि स्वामी दयानन्द सरस्वती का जन्म गुजरात के टंकारा में 12 फरवरी 1824 को हुआ था लेकिन हिन्दू पंचांग के अनुसार उनकी जयंती प्रतिवर्ष फाल्गुन महीने के कृष्ण पक्ष की दशमी को मनाई जाती है, जो इस वर्ष 05 मार्च को है। ऐसे में हिन्दू कैलेंडर के अनुसार स्वामी दयानंद सरस्वती जयंती 05 मार्च को मनाई जाएगी। स्वामी दयानंद ऐसे देशभक्त, समाज सुधारक, मार्गदशक और आधुनिक भारत के महान चिंतक हैं, जिन्होंने न केवल ब्रिटिश सत्ता से जमकर लोहा लिया बल्कि अपने कार्यों से समाज को नई दिशा और ऊर्जा भी प्रदान की। 1857 की क्रांति में उनका अमूल्य योगदान था। स्वामी दयानंद का बचपन बहुत अच्छा बीता लेकिन उनके जीवन में घटी एक घटना ने उन्हें इस कदर प्रभावित किया कि वे 21 वर्ष की आयु में ही अपना घर-वार छोड़कर आत्मिक एवं धार्मिक सत्य की तलाश में निकल पड़े और संन्यासी...