Monday, November 25"खबर जो असर करे"

Tag: Message

नवरात्रि का नारी सशक्तिकरण का संदेश

नवरात्रि का नारी सशक्तिकरण का संदेश

अवर्गीकृत
- डॉ. सौरभ मालवीय भारतीय पर्व हमारी सांस्कृतिक विरासत के प्रतीक हैं। इनसे हमें ज्ञात होता है कि हमारी प्राचीन संस्कृति कितनी विशाल, संपन्न एवं समृद्ध है। यदि नवरात्रि की बात करें तो यह पर्व भी भारतीय संस्कृति की महानता को दर्शाता है। विगत कुछ दशकों से देश में महिला सशक्तीकरण की बात हो रही है। कुछ लोग विदेशों के उदाहरण देते हैं कि वहां की महिलाएं सशक्त हैं तथा उन्हें बहुत से अधिकार प्राप्त हैं। किंतु ये लोग अपने देश के इतिहास पर चिंतन एवं मनन नहीं करते हैं। वास्तव में भारत विश्व का एकमात्र ऐसा देश है, जहां महिलाओं को पुरुषों के समान माना गया है। उदाहरण के लिए भारत में देवियों की पूजा-अर्चना की जाती है। यहां पर उन्हें भी देवताओं के समान ही पूजा जाता है, अपितु देवियों का स्थान देवता से पहले आता है जैसे राधा-कृष्ण, सीता-राम आदि। भगवान शिव के साथ देवी पार्वती की भी पूजा की जाती है। भगवान राम क...
ब्यूरोक्रेसी को मोटिवेट करता नरेन्द्र मोदी का संदेश

ब्यूरोक्रेसी को मोटिवेट करता नरेन्द्र मोदी का संदेश

अवर्गीकृत
- डॉ. राजेन्द्र प्रसाद शर्मा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जयपुर में देशभर के डीजी-आईजी कॉन्फ्रेंस के दौरान तीन दिन की जयपुर यात्रा के पहले दिन राजस्थान भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यालय में विधायकों-संगठन पदाधिकारियों के बीच जिस तरह से डबल इंजन की सरकार का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने पर जोर दिया, वहीं ब्यूरोक्रेसी और तबादलों को लेकर जो संदेश दिया है वह ना केवल समसामयिक है अपितु देश की ब्यूरोक्रेसी के लिए भी उत्साहवर्द्धक है। दरअसल सरकार बदलते ही पूर्व सरकार से जुड़े ब्यूरोक्रेसी में बदलाव का दौर आरंभ हो जाता है और ब्यूरोक्रेसी के अधिकारियों की निष्ठा और प्रतिबद्धता पर प्रश्न उठाये जाने लगते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ब्यूरोक्रेसी को लेकर साफ संदेश दिया है कि ब्यूरोक्रेसी कभी भी किसी पार्टी की नहीं होती। ब्यूरोक्रेसी हमेशा सरकार की मंशा और मेंडेट के अनुसार काम करती है। ज...
मप्रः सामाजिक समरसता का संदेश लेकर प्रदेश में निकली 4 समरसता यात्राएं

मप्रः सामाजिक समरसता का संदेश लेकर प्रदेश में निकली 4 समरसता यात्राएं

देश, मध्य प्रदेश
- 12 अगस्त को सागर पहुंचेंगी यात्राएं, प्रधानमंत्री करेंगे मंदिर निर्माण का शिलान्यास भोपाल (Bhopal)। मप्र के सागर (Sagar ) के बड़तुमा (Badtuma) में 100 करोड़ रुपये (Rs 100 crore cost) की लागत से बनने वाले भव्य संत रविदास के मंदिर निर्माण (Construction of grand Sant Ravidas temple) के लिए मंगलवार को प्रदेश के चार स्थानों से भव्य समरसता यात्राएं (Grand Harmony Tours) निकाली गईं। केंद्रीय मंत्री नरेंद्रसिंह तोमर ने श्योपुर, पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने धार जिले के मांडव, पार्टी के अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालसिंह आर्य ने नीमच के नयागांव और प्रदेश सरकार के मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने बालाघाट ध्वज दिखाकर समरसता यात्रा को रवाना किया। प्रदेश सरकार की इकाई जनअभियान परिषद के संयोजन में 18 दिनों तक चलने वाली यह यात्राएं सामाजिक समरसता का संदेश लेकर प्रदेश के 46 ...
स्वत्व और स्वाभिमान से स्वयं को प्रकाशित होने का संदेश है गुरु पूर्णिमा

स्वत्व और स्वाभिमान से स्वयं को प्रकाशित होने का संदेश है गुरु पूर्णिमा

अवर्गीकृत
- रमेश शर्मा गुरु पूर्णिमा अर्थात अज्ञान के अंधकार से ज्ञान के प्रकाश की ओर यात्रा और व्यक्ति से लेकर राष्ट्र तक स्वाभिमान जाग्रत कराने वाले परम प्रेरक के लिए नमन दिवस। जो हमें अपने आत्मबोध, आत्मज्ञान और आत्म गौरव का भान कराकर हमारी क्षमता के अनुरूप जीवन यात्रा का मार्गदर्शन करें, वे गुरु हैं। वे मनुष्य भी हो सकते हैं, और कोई प्रतीक भी। संसार में कोई अन्य प्राणी भी, ज्ञान दर्शन कराने वाला कोई दृश्य, कोई घटना, कोई ग्रंथ या ध्वज जैसा भी कोई प्रतीक हो सकता है। अपने ज्ञान दाता के प्रति आभार और उनके द्वारा दिए गए ज्ञान से स्वयं के साक्षात्कार करने की तिथि है गुरु पूर्णिमा । आषाढ़ माह की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाने का भी एक रहस्य है। भारत में प्रत्येक तीज त्योहार के लिए तिथि का निर्धारण साधारण नहीं होता, प्रत्येक तिथि का अपना संदेश होता है। गुरु पूर्णिमा की तिथि का भी एक संदेश ह...
नई संसदः सर्वधर्म प्रार्थना का संदेश जाएगा दूर तक

नई संसदः सर्वधर्म प्रार्थना का संदेश जाएगा दूर तक

अवर्गीकृत
- आर.के. सिन्हा देश को एक नई, भव्य और गरिमामय संसद की इमारत मिल गई। इसका प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उदघाटन किया। लेकिन, इस बात का दुःख भी होता है पूर्व प्रधानमंत्रियों ने अंग्रेजों की गुलामी के इस संसद को बदलने की जरूरत है, इसपर सोचा तक नहीं, ऐसा क्यों ? उनके उद्घाटन करने से पहले सर्वधर्म प्रार्थना सभा आयोजित हुई। यह भारत ही है जहां पर सर्वधर्म प्रार्थना सभा के विचार को आत्मसात किया गया है। महात्मा गांधी ने अपनी सभाओं में सर्वधर्म प्रार्थना सभाओं का श्रीगणेश करवाया था। नई संसद के उद्घाटन से पूर्व भारत के सभी प्रमुख धर्मों के विद्वानों ने अपने-अपने धर्मों की पवित्र पुस्तकों के कुछ अंशों को पढ़ा। जिसने भी नई संसद परिसर में प्रार्थना सभा के कार्यक्रम को देखा तो उसका ह्रदय गदगद हो गया। हिन्दू धर्म के विद्वान डॉ. बलदेव आनंद सागर ने गीता के 5-6 श्लोकों को भी पढ़ा । वे गांधी जयंती पर होने वाल...
एयर इंडिया की बंपर खरीद का जरा संदेश भी समझिए

एयर इंडिया की बंपर खरीद का जरा संदेश भी समझिए

अवर्गीकृत
- आर.के. सिन्हा एयर इंडिया ने 470 अत्याधुनिक यात्री विमान के ऑर्डर देने के साथ ही एक इतिहास ही रच दिया है। मजे की बात यह है कि एयर इंडिया के पास अब भी 370 जेट और खरीदने का विकल्प बचा हुआ ही है। उसके इस फैसले से सारी विमान सेवाओं की दुनिया में भूचाल सा आ गया। अब एक और आंकड़े पर गौर करें। एक अनुमान के मुताबिक, इस साल 19 करोड़ देसी-विदेशी यात्री भारत के ऊपर से हवाई यात्रा करेंगे। कितना बड़ा है यह आंकड़ा। इस आंकड़े के आलोक में समझना होगा कि देश-दुनिया का एविएशन सेक्टर किस रफ्तार से छलांग लगा रहा है। इसलिए एयर इंडिया का करीब पौने पांच सौ विमानों को खरीदने का फैसला साबित करता है कि उसके इरादे साफ हैं और इच्छा शक्ति बुलंद भी । एयर इंडिया अपने को दुनिया की एक चोटी की एयरलाइंस के रूप में स्थापित करने का पूरा मन बना चुकी है। वह यूं ही तो इतना अधिक निवेश नहीं कर रही है। हालांकि अभी तो भारत में ही “...
पुण्यतिथि विशेष: प्रासंगिक हैं सरदार पटेल के संदेश

पुण्यतिथि विशेष: प्रासंगिक हैं सरदार पटेल के संदेश

अवर्गीकृत
- योगेश कुमार गोयल स्वतंत्र भारत के प्रथम गृहमंत्री और पहले उप प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल का भारत के राजनीतिक एकीकरण में अविस्मरणीय योगदान है। 31अक्टूबर, 1875 को गुजरात में एक किसान परिवार में जन्मे सरदार पटेल ने देश की एकता को सदैव सर्वोपरि माना। इसीलिए उन्हें एकता की मिसाल माना जाता है। राष्ट्रीय एकता के प्रति उनकी निष्ठा आजादी के इतने वर्षों बाद भी पूरी तरह प्रासंगिक है। भारत को खण्ड-खण्ड करने की अंग्रेजों की साजिश को नाकाम करते हुए सरदार पटेल ने बड़ी कुशलता से देश की आजादी के बाद करीब 550 देशी रियासतों तथा रजवाड़ों का एकीकरण करते हुए अखण्ड भारत के निर्माण में सफलता हासिल की थी। सरदार पटेल भाई-भतीजावाद की राजनीति के सख्त खिलाफ थे और ईमानदारी के ऐसे पर्याय थे कि उनके देहांत के बाद जब उनकी सम्पत्ति के बारे में जानकारी जुटाई गई तो पता चला कि उनकी निजी सम्पत्ति के नाम पर उनके पास कुछ ...
मध्य प्रदेश में दो-दो यात्राओं का कैसा होगा संदेश!

मध्य प्रदेश में दो-दो यात्राओं का कैसा होगा संदेश!

अवर्गीकृत
- ऋतुपर्ण दवे इन दिनों देश में गुजरात और हिमाचल के विधानसभा चुनाव के साथ दिल्ली महानगर पालिका चुनावों की पूरे देश में भले ही चर्चा हो रही हो लेकिन एक राज्य ऐसा भी है जहां विधानसभा चुनाव को पूरे वर्ष भर बाकी हैं लेकिन राजनीतिक सरगर्मियां कुछ ऐसी हैं कि पूछिये मत। चुनावी समर में भाजपा और कांग्रेस जोर आजमाइश में एक-दूसरे से पीछे नहीं है। राष्ट्रपति का दौरा, प्रधानमंत्री का महीने भर के अंतराल में दो बार दौरा, केन्द्रीय गृहमंत्री का दौरा और अब सरकार की गौरव यात्रा तो राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के पहुंचने के मायने बेहद खास हैं। कहने की जरूरत नहीं कि बात मध्य प्रदेश की हो रही है। अगले वर्ष यानी 2023 में ठीक इन्हीं दिनों देश का दिल कहें या भारत का हृदय प्रदेश, मध्य प्रदेश चुनावी कोलाहल की उफान में डूबा हुआ होगा। 2018 के चुनाव में थोड़े से अंतराल से पिछड़ने के बाद बहुमत से पिछड़ी भाजपा को द...
ऋषि परंपरा का सुनक संदेश

ऋषि परंपरा का सुनक संदेश

अवर्गीकृत
- डॉ. दिलीप अग्निहोत्री द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद ब्रिटेन सबसे बड़े संकट का सामना कर रहा है। इस संकट की शुरुआत कोरोना महामारी के दौरान हो गई थी। अपनी स्वास्थ्य व्यवस्था पर गर्व करने वाला ब्रिटेन कोरोना के सामने लाचार हो गया था। वहां की सरकार ने तो पूरी तरह समर्पण कर दिया था। उस समय विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आपदा प्रबंधन की विशेष रूप में प्रशंसा की थी। संगठन का कहना था कि ब्रिटेन को भी मोदी योगी मॉडल से प्रेरणा लेनी चाहिए। इसी क्रम में नरेन्द्र मोदी ने आयुर्वेद की दुनिया का ध्यानाकर्षण किया। इसको कोरोना से मुकाबले में सर्वाधिक कारगर माना गया। भारतीय जीवनशैली की चर्चा दुनिया में हुई। पश्चिम की उपभोगवादी सभ्यता संस्कृति इस संकट के सामने टिक नहीं सकी। भारतीय संस्कृति और विरासत के प्रति आकर्षण बढ़ने लगा। इसके क...