मेगा प्रोजेक्ट्स और स्थानीय हितों में टकराव
- कुलभूषण उपमन्यु
देश में विकास के मेगा प्रोजेक्ट्स और स्थानीय हितों में टकराव के समाचार रोज कहीं न कहीं से आते ही रहते हैं। यह ठीक है कि कुछ नया बनेगा तो कुछ पुराने को हानि भी झेलनी पड़ेगी। किन्तु जीवन के लिए आवश्यक हवा पानी और भोजन जैसे संसाधनों पर जब चोट पड़ने लगती है तो मामला चिंतनीय हो जाता है और उस पर तार्किक रूप से विचार करना जरूरी हो जाता है। किन्तु खेद का विषय है कि आमतौर पर स्थानीय निवासियों के हितों पर परियोजना हितों को वरीयता दी जाति है। इस स्थिति में टकराव शुरू हो जाते हैं, जिनका समाधान यदि तर्क और स्थानीय हितों को ध्यान में रख कर न किया जाए तो मामले बिना वजह ही उलझ जाते हैं और बहुत बार अनावश्यक प्रतिष्ठा का प्रश्न बन जाते हैं। कई बार गलत या अधूरी सूचनाओं के कारण भी मामले उलझ जाते हैं।
आजकल हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिला में इसी तरह का आन्दोलन अली खड्ड के पानी को लेकर चल र...