Friday, November 22"खबर जो असर करे"

Tag: meaning

हिन्दीः संयुक्त राष्ट्र संघ की सातवीं भाषा बनने के मायने

हिन्दीः संयुक्त राष्ट्र संघ की सातवीं भाषा बनने के मायने

अवर्गीकृत
- डॉ. विपिन कुमार हिन्दी की हमारी राष्ट्रीय एकता और विकास में बड़ी भूमिका है। यह न सिर्फ हमारी अस्मिता की पहचान है, बल्कि हमारे आदर्शों, संस्कृति और परम्परा की परिचायक भी है। यह अपनी सरलता, सहजता और सुगमता के कारण एक वैज्ञानिक भाषा के रूप में निरंतर नई पहचान कायम कर रही है। हालांकि, हिन्दी के लिए यहां तक पहुंचने की राह आसान नहीं रही है। जैसा कि भारत शुरू से ही संयुक्त राष्ट्र संघ के संस्थापक सदस्यों में रहा है। लेकिन, इसके बावजूद कुछ राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय परिस्थितियों की वजह से हम हिन्दी को इसकी आधिकारिक भाषा के रूप में मान्यता दिलाने के लिए दशकों तक संघर्ष करते रहे। हिन्दी को संयुक्त राष्ट्र संघ की आधिकारिक भाषा बनाने में हमने तो प्रयास किए ही, लेकिन इस कड़ी में हमें मॉरीशस, रूस जैसे देशों से भी हर मौके पर काफी मदद मिली है। साल 1975 में जब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की अगुवाई ...

हिन्दू होने के मायने

अवर्गीकृत
- वीरेन्द्र सिंह परिहार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने पिछले दिनों मेघालय में कहा था कि हिन्दू बनने के लिए यह जरूरी नहीं कि कोई अपना धर्म बदले। हिमालय के दक्षिण में हिन्द महासागर के उत्तर में और सिंघु नदी के तट के निवासियों को परम्परागत रूप से हिन्दू कहा जाता है। मुगलों और ईसइयों के पहले भी हिन्दू अस्तित्व में थे। हिन्दू धर्म नहीं, बल्कि जीवन जीने का तरीका है। जब आरएसएस हिन्दुत्व की बात करता है तो वह जीवन जीने की इसी तरीके की बात करता है। संघ धर्म विशेष भी बात नहीं करता। हिन्दू शब्द उन सभी को अपने आप में शामिल करता है जो भारत माता के पुत्र हैं। भारतीय पूर्वजों के वंशज हैं और जो भारतीय संस्कृति के अनुसार आचरण करते हैं। भारत में रहने वाले किसी भी भारतीय को हिन्दू बनने के लिए धर्म बदलने की आवश्यकता नहीं है। उल्लेखनीय है कि संघ प्रमुख भागवत इन दिनों मुस्लिम बुद्धिजीवियों औ...

मेरे लिए नरेन्द्र मोदी के मायने

अवर्गीकृत
- सुरेन्द्र सिंह हुड्डा “ जो गरजते हैं वो बरसते नहीं ” यह उक्ति वर्तमान भारत के संदर्भ में अनुचित प्रतीत होती है क्योंकि मोदी गरजते भी हैं और बरसते भी हैं। देश का एक नागरिक होने के नाते मेरा यह मानना है कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नीयत और नीति देश की सबसे बड़ी बुराई ‘भ्रष्टाचार’ को नष्ट करने की है। यही कारण है कि इस वर्ष 15 अगस्त 2022 को लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भ्रष्टाचार को समाप्त करने की अपनी गंभीरता को दोहराया और देश की जनता को यह अहसास दिलाने की कोशिश भी की कि नागरिकों का यह कर्तव्य है कि वह भी भ्रष्टाचार को समाप्त करने में सहयोग करें। नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री बनते ही सरकारी तंत्र को पारदर्शी बनाने के अनेक सार्थक प्रयास किए जोकि सफल भी हुए। डिजिटल लेनदेन का व्यापक उपयोग शुरू होना इस दिशा में सबसे बड़ा उदाहरण है। नर...

लिज ट्रस की जीत के अर्थ

अवर्गीकृत
- डॉ. वेदप्रताप वैदिक ब्रिटेन की नई प्रधानमंत्री लिज ट्रस तीसरी महिला प्रधानमंत्री हैं। उन्होंने कंजर्वेटिव पार्टी के उम्मीदवार ऋषि सुनक को हराकर यह सर्वोच्च पद पाया है। वे पिछली बोरिस जाॅनसन सरकार में विदेश मंत्री रही हैं। ऋषि सुनक हारे जरूर हैं लेकिन उन्हें 43 प्रतिशत वोट मिल गए जबकि ट्रस को 57 प्रतिशत वोट मिले। सुनक अंग्रेज नहीं हैं। भारतीय मूल के हैं। उनके पिता गुजराती और मां पंजाबी हैं। इसके बावजूद उन्हें ट्रस के 81 हजार वोटों के मुकाबले 60 हजार वोट मिल गए, यह अपने आप में भारतीयों के लिए गर्व की बात है। जिस अंग्रेज ने भारत पर लगभग 200 साल राज किया, उसी अंग्रेज के सिंहासन तक पहुंचने का अवसर एक भारतीय को मिल गया। सुनक का यह साहस ही था कि उन्होंने अपना इस्तीफा देकर बोरिस जाॅनसन की सरकार को गिरवा दिया। वित्तमंत्री के तौर पर उन्हें काफी सराहना मिली थी लेकिन कई छोटे-मोटे विवादों ने उनकी छव...