Friday, November 22"खबर जो असर करे"

Tag: Leadership

सुरक्षित भारत, शक्तिशाली भारत

सुरक्षित भारत, शक्तिशाली भारत

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- प्रो. संजय द्विवेदी किसी विचारक का कहना है कि तुम्हारा अच्छे से अच्छा सिद्धांत व्यर्थ है, अगर तुम उसे अमल में नहीं लाते। हमारी सुरक्षा चिंताओं से संबंधित कानूनों की भी एक दशक पहले तक यही स्थिति रही है। वर्ष 1947 में तैयार राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति को अभी तक ठीक से परिभाषित नहीं किया जा सका है, वहीं राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम, 1980 सुरक्षा से ज्यादा राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ इस्तेमाल के लिए ज्यादा जाना जाता रहा है। देश को भीतरी-बाहरी खतरों से सुरक्षित रखने के लिए बने ऐसे तमाम कानून कभी उन उद्देश्यों की पूर्ति में सफल नहीं हो पाए, जिनके लिए उनका निर्माण किया गया था। इसके पीछे ईमानदार प्रयासों की कमी रही हो या इच्छाशक्ति की, या फिर दोनों की, देश ने आजादी के बाद के छह दशकों में बहुत कुछ सहा है। सीमाओं के भीतर भी और सीमाओं पर भी। एक दशक पहले, जब से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली...
संगठन को युगानुकूल सामर्थ्य देने वाला नेतृत्व

संगठन को युगानुकूल सामर्थ्य देने वाला नेतृत्व

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- विष्णुदत्त शर्मा राष्ट्रीय राजनीति में भारतीय जनता पार्टी का सफर महज दो सीटों से शुरु हुआ था और आज 303 सीटें हैं। 1984 से लेकर 2023 तक की यात्रा में चार पक्षों की सबसे बड़ी भूमिका रही है- विजन, संगठन, नेतृत्व और कार्यकर्ता। इन चारों बातों के कारण जनता का विश्वास बढ़ा और उसने लोकतांत्रिक व्यवस्था में भाजपा को सिरमौर बनाया। स्पष्ट विजन और संगठन बनता है नेतृत्व से और नेतृत्व खड़ा होता है कैडर यानी कार्यकर्ताओं से। अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवानी से लेकर नरेंद्र मोदी, अमित शाह और जय प्रकाश नड्डा तक पार्टी का नेतृत्व करने वाले अनेक लोग इसी कैडर की गंगोत्री से निकले हैं। सभी पार्टी के कार्यकर्ता हैं और सदा कार्यकर्ता बनकर दी गई जिम्मेदारी का निर्वहन करते रहे हैं। यह विशिष्ट संगठन तंत्र ही भाजपा को दूसरे दलों की तुलना में विशेष बनाता है। वर्तमान दौर का आकलन करें तो नरेंद्र भाई मोदी के चमत...
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में एक नए भारत का हो रहा उदय: शिवराज

प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में एक नए भारत का हो रहा उदय: शिवराज

देश, मध्य प्रदेश
- मुख्यमंत्री ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स की मशाल को किया स्थापित भोपाल (Bhopal)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के नेतृत्व में भारत निरंतर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने खेलो इंडिया यूथ गेम्स (Khelo India Youth Games) की मेजबानी देकर अद्भुत कार्य किया है। उनके नेतृत्व में एक नए भारत का उदय हो रहा है। मुख्यमंत्री चौहान सोमवार देर शाम भोपाल के तात्या टोपे स्टेडियम में खेलो इंडिया यूथ गेम्स के उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने केन्द्रीय खेल एवं युवा मामलों के मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ खेलो इंडिया यूथ गेम्स का शुभारम्भ किया। इस मौके पर प्रदेश की खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया, केन्द्रीय खेल राज्य मंत्री निसिथ प्रामाणिक, अरुणाचल प्रदेश के खेल मंत्री मामा नटुंग, मप्र के गृह मंत्...
भारत की आर्थिक मजबूती पर गर्व

भारत की आर्थिक मजबूती पर गर्व

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- कमलेश पांडेय क्या आपको पता है कि 21 सदी के दूसरे दशक में वैश्विक महामारी कोरोना और उसके बाद रूस-यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बन चुके विपरीत हालात से निपटने में भारत कई देशों के मुकाबले बेहतर स्थिति में है? यदि नहीं तो यह जान लीजिए कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत यह करिश्मा कर रहा है, जिसका सारा श्रेय उनके नेतृत्व में पिछले साढ़े आठ वर्षों से देश में जारी रिफॉर्म (सुधार), ट्रांसफॉर्म (परिवर्तन) और परफॉर्म (प्रदर्शन) की गहन प्रक्रिया को जाता है। अब तो वैश्विक प्रबंधन परामर्शदाता फर्म मैकिंसे तक यह मानने लगा है कि न केवल वर्तमान दशक बल्कि यह पूरी सदी भारत की होगी। यह जानकर दुनिया भर की संस्थाओं का भारत में भरोसा बढ़ा है। समझा जाता है कि सशक्त लोकतंत्र, राजनीतिक स्थिरता और सतत सुधारों के चलते भारत, पूरी दुनिया के निवेशकों के लिए निवेश की एक आकर्षक मंजिल ब...
जी-20: अब भारत करेगा दुनिया का नेतृत्व

जी-20: अब भारत करेगा दुनिया का नेतृत्व

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- आर.के. सिन्हा भारत को जी-20 देशों के समूह की सांकेतिक रूप से अध्यक्षता आगामी 16 नवंबर को ही मिल जाएगी जब इंडोनेशिया के शहर बाली में चल रहा जी-20 शिखर सम्मेलन समाप्त होगा। हां, भारत विधिवत रूप से जी-20 की अध्यक्षता अगले माह 1 दिसंबर से संभालेगा। भारत के लिए यह एक ऐतिहासिक अवसर है दुनिया को नेतृत्व प्रदान करने का और अपनी नेतृत्व क्षमता प्रदर्शित करने का । जी-20 ऐसे देशों का समूह है, जिनका आर्थिक सामर्थ्य, विश्व की 85 प्रतिशत जीडीपी का प्रतिनिधित्व करता है। जी-20 उन 20 देशों का समूह है, जो विश्व के 75 प्रतिशत व्यापार का भी प्रतिनिधित्व करता है और भारत अब इसी जी-20 समूह का नेतृत्व करने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हाल ही में जी-20 का “लोगो” (प्रतीक चिह्न) “वसुधैव कुटुम्बकम” को जारी करते हुए कहा कि यह केवल एक प्रतीक चिह्न ही नहीं है। यह एक गहरा संदेश है, एक भावना है, जो हमारी रगो...
नरेन्द्र मोदी का नेतृत्व और भारत का आत्मविश्वास

नरेन्द्र मोदी का नेतृत्व और भारत का आत्मविश्वास

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- ह्रदय नारायण दीक्षित भारत के धरती और आकाश केसरिया हो गए हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत का आत्मविश्वास सातवें आसमान पर है। अब भारत की ओर दुनिया की कोई भी महाशक्ति आंख नहीं उठा सकती। एक नई तरह का सांस्कृतिक पुनर्जागरण चल रहा है। हम भारत के लोग अपनी विशेष संस्कृति के कारण दुनिया के अद्वितीय राष्ट्र हैं। विदेशी सत्ता के दौरान यहां धर्म, संस्कृति और सांस्कृतिक प्रतीकों के अपमान का वातावरण था। भारतीय ज्ञान परंपरा को अंधविश्वास कहा जा रहा था। पश्चिम से आयातित सेकुलर विचार ने भारतीय परंपरा को अपमानित करने का पाप किया था। हिन्दू होना अपमानजनक था। मोदी ने भारत के स्वाभाविक विचार प्रवाह को नेतृत्व दिया। धार्मिक सांस्कृतिक प्रतीक गर्व के विषय बने। मोदी ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के उदघाटन कार्यक्रम में श्रेष्ठ भारत का बिगुल फूंका। सांस्कृतिक कार्यक्रम से चिढ़े कथित प्रगतिशील सेकु...

बिखरती कांग्रेस और राहुल पर उठते सवाल

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- ऋतुपर्ण दवे क्या कांग्रेस एक बार फिर और कमजोर हो गई? ऐसे सवाल राजनीतिक गलियारों में अब नए नहीं है और न ही कोई सनसनी फैलाते हैं। कांग्रेस छोड़ने वाले हालिया नेताओं में से लगभग 90 प्रतिशत बल्कि उससे भी ज्यादा ने राहुल गांधी की लीडरशिप पर सवाल उठाया है। गुलाम नबी आजाद के आरोप हैरान नहीं करते हैं। पहले भी कांग्रेस से अलग होते वक्त या होकर कई और नेताओं ने तब की लीडरशिप पर सवाल उठाए थे। ऐसे में ये सवाल बेमानी सा लगता है कि क्या वाकई राहुल अनुभवहीन हैं या वजह कुछ और है? थोड़ा पीछे भी देखना होगा। 1967 के पांचवें आम चुनाव में ही कांग्रेस को पहली बार जबरदस्त चुनौती मिली थी जिसमें पार्टी 520 लोकसभा सीटों में 283 जीत सकी। कांग्रेस का यह तब तक का सबसे खराब प्रदर्शन था। लेकिन इंदिरा गांधी के प्रधानमंत्री बनने के बाद कांग्रेस में अंर्तकलह शुरू हो गई। इसी कलह के चलते महज दो बरस यानी 1969 में कांग्रेस (...