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ईडी ने बैंक धोखाधड़ी मामले में गौतम थापर की 78 करोड़ रुपये की जमीन जब्‍त की

ईडी ने बैंक धोखाधड़ी मामले में गौतम थापर की 78 करोड़ रुपये की जमीन जब्‍त की

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) (Enforcement Directorate (ED) ने यस बैंक (Yes Bank) में 466 करोड़ रुपये (466 crore) से ज्‍यादा की कथित बैंक ऋण धोखाधड़ी मामले (Bank loan fraud cases) की जांच के तहत व्यवसायी गौतम थापर (Gautam Thapar, businessman) के स्वामित्व वाली एक कंपनी की 78 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की जमीन जब्‍त की है। ईडी ने शनिवार को जारी बयान में बताया कि केंद्रीय जांच एजेंसी ने हरियाणा के गुरुग्राम में स्थित 52.11 एकड़ भूमि पर फैली 24 अचल-संपत्तियों को अस्थायी रूप से कुर्क किया है, जिसका मूल्य 78.18 करोड़ रुपये है। केंद्रीय जांच एजेंसी के मुताबिक ये संपत्ति मेसर्स ऑयस्टर बिल्डवेल प्राइवेट लिमिटेड की है, जिसका लाभकारी मालिक गौतम थापर है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने कहा कि ईडी के द्वारा धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज मामला गौतम थापर, ओबीपीएल और व्यवसाय...
Moon mission: चंद्रमा की सतह पर उतरने वाला बना पांचवां देश जापान

Moon mission: चंद्रमा की सतह पर उतरने वाला बना पांचवां देश जापान

विदेश
नई दिल्ली (New Delhi)। जापान (Japan') के स्मार्ट लैंडर फॉर इन्वेस्टिगेटिंग मून मिशन (स्लिम) (Smart Lander for Investigating Moon Mission (SLIM) ) ने चांद की सतह पर सफलतापूर्वक लैंडिग (successfully landed lunar surface) कर ली है। इसके साथ ही जापान (Japan') चांद पर पहुंचने वाला पांचवां देश बन गया है। जापान (Japan) से पहले अमेरिका, रूस, चीन और भारत ने चंद्रमा की सतह पर अपने लैंडर उतारे हैं। जापान की अंतरिक्ष एजेंसी जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (जाक्सा) के मुताबिक जापान का मानवरहित अंतरिक्ष यान चंद्रमा पर पहुंच चुका है। चंद्रमा के अध्ययन के लिए भेजे गए स्मार्ट लैंडर ने टोक्यो के समय के अनुसार शनिवार देर रात 12:20 बजे चंद्रमा की सतह पर उतरा है। स्लिम यात्री वाहन के आकार का हल्का अंतरिक्ष यान है। साफ्ट लैंडिंग के लिए इसने 'पिनपाइंट लैंडिंग' तकनीक का उपयोग किया। उल्लेखनीय है कि चंद्र...
श्योपुर की धरती पर बरस रहा है विकास का रंग : शिवराज

श्योपुर की धरती पर बरस रहा है विकास का रंग : शिवराज

देश, मध्य प्रदेश
- श्योपुर जैसे पिछड़े जिलों की प्रगति के लिए राशि की कमी नहीं आने दी जाएगीः मुख्यमंत्री - केन्द्रीय मंत्री तोमर और सिंधिया की उपस्थिति में हुआ एक हजार करोड़ से अधिक राशि के विकास कार्यों का लोकार्पण-शिलान्यास भोपाल (Bhopal)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि श्योपुर बदल रहा है, यहाँ विकास की गंगा (gang of development) बह रही है। केंद्र और राज्य सरकार द्वारा विकास और जन-कल्याण के लिए अनेक योजनाएँ संचालित हैं। हमारी सरकार गरीब-कल्याण और विकास को समर्पित है। रंगपंचमी पर श्योपुर की धरती (land of sheopur) पर विकास का रंग बरस रहा है। चीतों के आगमन, राष्ट्रीय राजमार्ग, ब्रॉडगेज रेल के बाद श्योपुर में मेडिकल कॉलेज की सौगात विकास का नया इतिहास रच रही है। श्योपुर जैसे पिछड़े जिलों की प्रगति के लिए राशि की कभी कमी नहीं आने दी जाएगी। मुख्यमंत्री रविवार को...
चीतों से गुलजार होती भारत की धरती

चीतों से गुलजार होती भारत की धरती

अवर्गीकृत
- योगेश कुमार गोयल करीब सात दशक बाद मोदी सरकार के गंभीर प्रयासों से भारत में पिछले साल 17 सितम्बर को चीतों की वापसी हुई थी। नामीबिया की राजधानी विंडहोक से ग्वालियर लाए गए आठ चीतों को मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में बाड़े में छोड़ा गया था। यह सभी चीते यहां के माहौल में पूरी तरह ढ़ल चुके हैं। चीतों के पुनर्वास की चल रही योजना के तहत 18 फरवरी को भी दक्षिण अफ्रीका से सात नर और पांच मादा चीते कूनो नेशनल पार्क लाए गए। अब भारत में चीतों की संख्या 20 हो गई है। करीब 50 वर्ष पहले चीतों को भारत लाने के प्रयास शुरू हुए थे पर उन पर कामयाबी नहीं मिल पाई थी। 21वीं सदी के इन दो दशकों में चीतों की वापसी के प्रयासों में तेजी आई और उनके संरक्षण के लिए गलियारों की पहचान और उन्हें सुदृढ़ करने पर ध्यान केन्द्रित किया गया। 2009 में राजस्थान के अजमेर में हुई बैठक में चीतों को भारत लाने की चर्चा पुनर्जीवित हुई औ...
भूकंप से हिली मंडी की धरती, 4.1 तीव्रता के चलते कोई नुकसान नहीं

भूकंप से हिली मंडी की धरती, 4.1 तीव्रता के चलते कोई नुकसान नहीं

देश
शिमला। हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh Earth) की धरती एक बार फिर बुधवार को कांप उठी। बुधवार रात करीब 9 बजकर 32 मिनट पर मंडी जिले में भूकंप के झटके महसूस (earthquake tremors felt) किए गए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.1 (Earthquake intensity 4.1 on the Richter scale) रही। इसका केन्द्र जोगिन्दरनगर बताया गया। भूकंप से अभी किसी जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पाल ने बताया कि मंडी जिले में इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.1 रही और इसका केंद्र जमीन के अंदर पांच किलोमीटर गहराई पर था। इसका केन्द्र जोगिन्दरनगर में था। उन्होंने कहा कि भूकंप की तीव्रता कम होने से कोई क्षति नहीं हुई है। इससे पहले भी मंडी जिला में कई बार मध्यम से हल्के दर्जे की तीव्रता के भूकंप के झटके लग चुके हैं। (एजेंसी, हि.स.)...