संघर्ष की सीढ़ी से सफलता के सोपान तक नरेन्द्र मोदी
- आलोक मेहता
विश्व पटल पर भारत के सबसे चर्चित प्रधानमंत्री नरेन्द्र भाई मोदी 17 सितम्बर को 72 के हो गए। उनके जन्मदिन पर देश-दुनिया में ढेरों आयोजन हुए और उनके व्यक्तित्व की विराटता का वर्णन किया गया। वे जिस पार्टी से आते हैं उसके कार्यकर्ता अगले पूरे पखवाड़े को सेवा के लिए समर्पित कर रहे। नरेन्द्र भाई मोदी के प्रधानमंत्री पद और राजनीतिक सफलताओं के विश्लेषण से अधिक महत्ता उनकी संघर्ष यात्रा और हर पड़ाव पर विजय की चर्चा करना मुझे श्रेयस्कर लगता है।
राजधानी में संभवतः ऐसे बहुत कम पत्रकार इस समय होंगे, जो 1972 से 1976 के दौरान गुजरात में संवाददाता के रूप में रहकर आए हों। इसलिए मैं अपनी बात और नरेन्द्र भाई मोदी के व्यक्तित्व का विश्लेषण उसी दौर से शुरू करना चाहता हूँ। उन दिनों में देश की एकमात्र बहुभाषी न्यूज एजेंसी हिन्दुस्थान समाचार के लिए कार्य कर रहा था। संवाददाता के रूप में मुझे 1973-76 क...