कार्बी आंगलोंग की लपटों से झुलस सकता है शिलांग
- असरार अंसारी
असम-मेघालय सीमा पर असम के पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिला में हुई गोलीबारी में एक वन रक्षक सहित छह लोगों की मौत के बाद लोगों का गुस्सा ठंडा नहीं पड़ा है। मेघालय सरकार दिखावे के तौर पर इसे काफी दुखद बता रही है पर वह इसका फायदा आने वाले चुनाव में उठाने की तैयारी में है। हालात अगर ऐसे ही रहे तो आने वाले समय में मेघालय की राजधानी शिलांग में रह रहे अन्य राज्य के लोगों के साथ बड़ी अनहोनी घट सकती है।
मेघालय का इतिहास रहा है कि स्थानीय खासी समुदाय बाहरी लोगों के हमले को बर्दाश्त नहीं कर पाता। वह बदले की आग में सुलगने लगता है। हिंसा पर आमादा हो जाता है। पेट्रोल बम फटने लगते हैं। समुदाय के अगर एक व्यक्ति के साथ भी बाहर के लोग मामूली मारपीट भी कर दें तो बवाल मचा देते हैं। यह बवाल बाद में दो समुदायों के बीच दंगा का रूप ले लेता है।
मेघालय सरकार ने कार्बी आंगलोंग की घटना के बाद खासी समुदाय ...