काश! अजय बंगा-गुनीत मोंगा से प्रेरित होते खालिस्तान समर्थक
- आर.के. सिन्हा
आजकल ब्रिटेन, आस्ट्रेलिया, कनाडा और अमेरिका में कुछ भटके हुए सिख नवयुवक न जाने किस भ्रम में काल्पनिक खालिस्तान की मांग करते हुए दिखाई देने लगे हैं। इन पर गुस्से से ज्यादा तरस ही आता है। अपने महान गुरुओं की धरती पंजाब और भारत को लेकर ये जिस तरह से अनाप-शनाप बकवास कर रहे होते हैं, वह बेहद अशोभनीय होती है। वे यह समझ लें कि अब भारत कभी भी विभाजित नहीं होगा। भारत के बंटवारे का ख्वाब देखने वालों को निराशा ही होगा। इस बिन्दु पर 140 करोड़ भारतीय एक हैं। कहीं कोई विवाद नहीं है। अब वह जमाना गया जब अपनी-अपनी नेतागिरी चमकाने और प्रधानमंत्री बनने के लिए नेहरू और जिन्ना ने हिन्दुस्तान-पाकिस्तान बांट लिया । अब वैसा होने से रहा।
काश, खालिस्तान के पक्ष में नारेबाजी करने वाले अजय बंगा और गुनीत मोंगा से कुछ प्रेरणा ले लेते। ये दोनों भी कट्टर सिख हैं और इनकी हालिया उपलब्धियों पर सारा देश ग...