अपनी दशा-दिशा के लिए कांग्रेस ही जिम्मेदार
- डॉ. अनिल कुमार निगम
देश में सर्वाधिक अवधि तक शासन करने वाली कांग्रेस अपनी दशा और दिशा के लिए खुद ही जिम्मेदार है। आज यह पार्टी बेहद बदहाली के दौर से गुजर रही है। भाजपा के विराट कद के सामने विपक्ष बौना है। किसी मजबूत लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए सशक्त विपक्ष का होना जरूरी है पर कांग्रेस की नीतियां और कार्यशैली ही ऐसी है कि उसे देश की जनता अपने पास फटकने नहीं दे रही। कांग्रेस का सांगठनिक ढांचा जर्जर हो चुका है। यही कारण है कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव हुए लगभग चार महीने गुजर चुके हैं लेकिन अभी तक कोई प्रदेश अध्यक्ष नहीं मिला है। कांग्रेस की कर्ता-धर्ता सोनिया गांधी हैं, लेकिन उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता। ऐसे में 'असली अध्यक्ष' की भूमिका राहुल गांधी निभाते हैं। राहुल को उनके अपरिपक्व एवं असंयमित व्यवहार के चलते पार्टी के अंदर और बाहर गंभीरता से नहीं लिया जाता। इसलिए पार्टी वर्तमान मे...