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नवोन्मेष की ओर बढ़ते कदम

नवोन्मेष की ओर बढ़ते कदम

अवर्गीकृत
- गिरीश्वर मिश्र यद्यपि गणतंत्र की अवधारणा और स्वाधीनता के विचार भारत में कई हज़ार साल पहले व्यवहार में थे परंतु ऐतिहासिक उठा-पटक के बीच वे धूमिल पड़ते गए थे। यदि निकट इतिहास में झाकें तो अंग्रेजी राज ने उपनिवेश स्थापित कर लगभग दो सदियों तक फैले काल-खंड में भारतीय समाज को साम्राज्यवाद का बड़ा कड़वा स्वाद चखाया था। भारत को अपने लिए उपभोग की सामग्री मान बैठ अंग्रेजों की कुनीति ने देश का भयंकर शोषण किया। उस दौर में भारत को अपने रंग-ढंग में ढालने की लगातार कोशशें होती रहीं। भारत का मौलिक स्वभाव संकीर्ण न हो कर वैश्विक था। परस्पर निर्भरता और अनुपूरकता के आधार पर सामाजिक समरसता, भ्रातृत्व और सौहार्द के साथ सह अस्तित्व को सांस्कृतिक लक्ष्य के रूप में वैदिक काल में ही स्वीकार करते हुए संकल्प लिया गया था - संगच्छध्वं संवदध्वं सं वो मनांसि जानताम्। अंग्रेजों के विरुद्ध लड़े गए स्वतंत्रता संग्राम ...
पूर्वोत्तर: नवाचार के माध्यम से विकास को गति

पूर्वोत्तर: नवाचार के माध्यम से विकास को गति

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- जी किशन रेड्डी एक दशक पहले विशाल वन क्षेत्र और भूमि से घिरी भौगोलिक स्थिति के साथ पूर्वोत्तर क्षेत्र की चुनौतीपूर्ण स्थलाकृति को क्षेत्र के विकास और परिवहन संपर्क के लिए एक प्राकृतिक बाधा के रूप में माना जाता था। दस साल बाद पूर्वोत्तर क्षेत्र के जिरीबाम-इम्फाल में दुनिया का दूसरा सबसे ऊंचा रेलवे घाट पुल एक जीवंत तकनीकी चमत्कार है, जो स्थलाकृति की चुनौतियों के बावजूद निर्बाध परिवहन संपर्क की सुविधा प्रदान करता है। 2014 के बाद से क्षेत्र की वास्तविक क्षमता का लाभ उठाने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में 5 लाख करोड़ से अधिक खर्च किए गए हैं। प्रौद्योगिकी और डिजिटलीकरण पूर्वोत्तर क्षेत्र के समग्र विकास की रणनीति के अनिवार्य हिस्से बन गए हैं, जिनसे इस पहल को और गति मिली है। सार्वजनिक सेवा सुविधा व शासन से लेकर युवा और उद्यम तक, प्रौद्योगिकी का व्यापक उपयोग पूर्वोत्तर भारत के अमृत काल में एक नई क्...
गोयल ने कहा-जलवायु कार्रवाई बोझ नहीं, बल्कि नवाचार का है अवसर

गोयल ने कहा-जलवायु कार्रवाई बोझ नहीं, बल्कि नवाचार का है अवसर

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा जलवायु कार्रवाई बोझ नहीं, बल्कि नवाचार एवं वृद्धि एक का अवसर है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से वैश्विक समुदाय के तौर पर ऐसे भविष्य का निर्माण करने के लिए हाथ मिलाने का आह्वान किया। गोयल ने एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (एपेक) के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के शिखर सम्मेलन में यह बात कही। पीयूष गोयल ने सैन फ्रांसिस्को में वैश्विक समुदाय के तौर पर विश्व नेताओं से ऐसे भविष्य के निर्माण के लिए हाथ मिलाने का आह्वान किया, जहां स्थिरता कोई दूर की आकांक्षा नहीं बल्कि जीवन का एक तरीका हो। उन्होंने कहा कि जलवायु कार्रवाई बोझ नहीं, बल्कि नवाचार एवं वृद्धि का अवसर हो। गोयल ने तय समय-सीमा से नौ वर्ष पहले 175 गीगावाट के नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्य को हासिल करने की भारत की उपलब्धि पर प्रकाश डाला। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भारत के ...

भारत को 2047 तक विकसित देश बनाने में इनोवेशन की भूमिका महत्वपूर्ण: सीतारमण

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली/बेंगलुरु। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने कहा कि भारत (India) को वर्ष 2047 (Year 2047) तक एक विकसित देश बनाने में इनोवेशन की भूमिका (role of innovation) महत्वपूर्ण होगी। उन्होंने कहा कि इस लक्ष्य को हासिल करने में डिजिटलीकरण (digitization) के भीतर असीम संभावनाएं मौजूद है। वित्त मंत्री ने गुरुवार को कर्नाटक चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एफकेसीसीआई) की 105वीं वार्षिक आमसभा बैठक को संबोधित करते हुए यह बात कही। सीतारमण ने कहा कि कोरोना महामारी के समय और उसके तुरंत बाद का जज्बा कायम रहता है। साथ ही देशवासी मिलकर प्रयास करते हैं, तो 2047 तक भारत को विकसित देश बनाने का लक्ष्य हासिल करना ज्यादा मुश्किल नहीं होना चाहिए। निर्मला सीतारमण ने कहा है कि वर्तमान समय और साल 2047 के बीच में जो चीजें की जानीं है, उनमें नवाचार यानी इनोवेशन एक कुंजी ...