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Paris Olympics: भारतीय तीरंदाज भजन कौर व्यक्तिगत महिला तीरंदाजी स्पर्धा से बाहर

Paris Olympics: भारतीय तीरंदाज भजन कौर व्यक्तिगत महिला तीरंदाजी स्पर्धा से बाहर

खेल
पेरिस (Paris)। भारतीय तीरंदाज भजन कौर (Indian archer Bhajan Kaur) शनिवार को पेरिस ओलंपिक (Paris Olympics) में इंडोनेशिया की दियानंदा चोइरुनिसा से हारने के बाद राउंड ऑफ 16 में व्यक्तिगत महिला तीरंदाजी स्पर्धा (Individual women's archery event) से बाहर हो गईं। कौर 5-5 (0-2, 2-0, 0-2, 1-1, 2-0) से बराबरी पर थीं और मैच शूट ऑफ पर था। भारतीय तीरंदाज पूरे मुकाबले में अपनी इंडोनेशियाई प्रतिद्वंद्वी का पीछा कर रही थीं। निर्णायक चौथे सेट में भजन ने अपने अंतिम शॉट में महत्वपूर्ण 10 का तीर मारा जिससे शूट-ऑफ की नौबत आ गई। 18 वर्षीय तीरंदाज शूट-ऑफ में गेम हार गईं क्योंकि वह चोइरुनिसा के 9 के जवाब में 8 हिट करने में सफल रहीं।...
चतुर्मास  : व्यक्ति, परिवार, समाज और राष्ट्र निर्माण की अवधि

चतुर्मास : व्यक्ति, परिवार, समाज और राष्ट्र निर्माण की अवधि

अवर्गीकृत
- रमेश शर्मा भारतीय वाड्मय में चातुर्मास का विशेष महत्व है । यह आषाढ़ शुक्ल पक्ष की एकादशी से आरंभ होता है । इसका समापन कार्तिक माह शुक्ल पक्ष की एकादशी को होगा । मान्यता है कि इन चार माह में भगवान नारायण पाताल लोक में विश्राम करते हैं इसलिये कोई शुभ काम नहीं होते। लेकिन आश्चर्यजनक यह है कि यदि चतुर्मास में कोई पवित्र कार्य नहीं हो सकते तब सनातन परंपरा के सभी बड़े और महत्व पूर्ण त्यौहार जैसे गुरु पूर्णिमा, रक्षाबंधन, नागपंचमी, ऋषि पंचमी, गणेशोत्सव, जन्माष्टमी, संतान सप्तमी, करवा चौथ, हरियाली अमावस, पितृपक्ष, नवरात्र, दशहरा, दीवाली, गोवर्धन पूजा, भाई दूज आदि सभी बड़े त्यौहार इसी अवधि में ही आते हैं । बड़े त्यौहारों में केवल होली है जो इस चतुर्मास की अवधि से बाहर है । यदि कोई शुभ कार्य नहीं हो सकते तो बड़े बड़े त्यौहारों की शृंखला का प्रावधान इसी अवधि में क्यों किया गया है ? इस प्रश्न ...
राष्ट्र के प्रकाश स्तंभ होते हैं शिक्षक

राष्ट्र के प्रकाश स्तंभ होते हैं शिक्षक

अवर्गीकृत
- रमेश सर्राफ धमोरा शिक्षक हर व्यक्ति के जीवन की रीढ़ होते हैं। शिक्षक ही है जो विद्यार्थियों को जीवन का नया अर्थ सिखाता है। सही रास्ता दिखाता है। गलत करने से रोकता है। वे बाहर से देख सकते हैं। वे प्रत्येक छात्र की देखभाल करते हैं और उनके विकास की कामना करते हैं। शिक्षकों का सम्मान नहीं करने वाले जीवन में कभी आगे नहीं बढ़ सकते। शिक्षक बच्चों के व्यक्तित्व को ढालते हैं। वे एकमात्र निःस्वार्थ व्यक्ति हैं जो खुशी-खुशी बच्चों को अपना सारा ज्ञान देते हैं। शिक्षक बच्चों के जीवन के वास्तविक निर्माता होते हैं, जो न सिर्फ हमारे जीवन को आकार देते हैं, बल्कि इस काबिल बनाते हैं कि वह पूरी दुनिया में अंधकार होने के बाद भी प्रकाश बिखेरते रहें। शिक्षक समाज में प्रकाश स्तंभ की तरह होता है, जो अपने शिष्यों को सही राह दिखाकर अंधेरे से प्रकाश की और ले जाता है। शिक्षकों के ज्ञान से फैलने वाली रोशनी दूर से ही न...
चतुर्मास : व्यक्ति, परिवार, समाज और राष्ट्र निर्माण की अवधि

चतुर्मास : व्यक्ति, परिवार, समाज और राष्ट्र निर्माण की अवधि

अवर्गीकृत
- रमेश शर्मा भारतीय वाड्मय में चतुर्मास का विशेष महत्व है । यह अवधि आषाढ़ शुक्ल पक्ष की एकादशी से आरंभ होकर कार्तिक माह शुक्ल पक्ष की एकादशी तक पूरे चार माह रहती है । मान्यता है कि इस अवधि में भगवान नारायण पाताल लोक में विश्राम करते हैं इसलिये कोई शुभ काम नहीं होते। लेकिन आश्चर्यजनक पक्ष यह है कि यदि चतुर्मास में देव शयन होता है और कोई पवित्र कार्य नहीं हो सकते तब सनातन परंपरा के सभी बड़े और महत्व पूर्ण त्योहार जैसे गुरु पूर्णिमा, रक्षाबंधन, नागपंचमी, ऋषि पंचमी, गणेशोत्सव, जन्माष्टमी, संतान सप्तमी, करवा चौथ, हरियाली अमावस, पितृपक्ष, नवरात्र, दशहरा, दीवाली, गोवर्धन पूजा, भाई दूज आदि सभी बड़े त्योहार इसी चार माह की अवधि में ही आते हैं । बड़े त्योहारों में केवल होली है जो इस चतुर्मास की अवधि से बाहर है । यदि कोई शुभ कार्य नहीं हो सकते तो बड़े-बड़े त्योहारों की शृंखला का प्रावधान इसी अवधि मे...
शूटिंगः भारत की सिफ्ट कौर समरा ने जीता अपना पहला व्यक्तिगत विश्व कप पदक

शूटिंगः भारत की सिफ्ट कौर समरा ने जीता अपना पहला व्यक्तिगत विश्व कप पदक

खेल, मध्य प्रदेश
भोपाल (Bhopal)। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की राजधानी भोपाल में चल रहे आईएसएसएफ़ विश्व कप (ISSF World Cup) के आख़िरी दिन रविवार को भारत की सिफ्ट कौर समरा (Sift Kaur Samra) ने अपना पहला व्यक्तिगत विश्व कप पदक (First individual World Cup medal) जीता। इसके साथ ही प्रतियोगिता में भारत सात पदकों के साथ अंक तालिका में दूसरे स्थान और 12 पदकों के साथ चीन शीर्ष पर रहा। आईएसएसएफ़ विश्व कप प्रतियोगिता में रविवार को हुए मुकाबले में मेडिकल की छात्रा और मौजूदा राष्ट्रीय चैम्पियन भारत की सिफ़्ट कौर समरा ने महिलाओं की 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन (3पी) में शीर्ष-आठ रैंकिंग राउंड में 403.9 स्कोर कर कांस्य पदक हासिल किया। इस इवेंट में चीन की झांग क्यूनग्यू ने स्वर्ण पदक और चेक गणराज्य की अनीता ब्राबकोवा ने रजत पदक हासिल किया। भारत की मानिनी कौशिक क्वालीफिकेशन में मामूली अंतर से चूक गईं। वे 584 अंक के स...