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ICC टी-20 अंतरराष्ट्रीय पुरुष टीम 2023 में भारतीयों का जलवा, सूर्यकुमार को मिली कमान

ICC टी-20 अंतरराष्ट्रीय पुरुष टीम 2023 में भारतीयों का जलवा, सूर्यकुमार को मिली कमान

खेल
नई दिल्ली (New Delhi)। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) (International Cricket Council (ICC)) ने सोमवार को पुरुष और महिला क्रिकेट (men and women cricket) के लिए वर्ष 2023 की अपनी टी-20 अंतरराष्ट्रीय टीम की घोषणा (T-20 international team announced) की। भारतीय बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव को टीम का कप्तान बनाया गया है, वहीं श्रीलंका की चमारी अट्टापट्टू वर्ष की महिला टीम की कप्तान हैं। पुरुष टीम में भारतीयों का दबदबा रहा, जिसमें सूर्या के अलावा यशस्वी जयसवाल, रवि बिश्नोई और अर्शदीप सिंह शामिल हैं। सूर्यकुमार वर्ष 2023 में तीसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थे, उनके 733 रन 48.86 के स्वस्थ औसत और 155.95 के स्ट्राइक-रेट से आए,- जो वास्तव में एक उल्लेखनीय आंकड़ा है। इस बीच, जयसवाल ने पारी के शीर्ष पर अपने इरादे से प्रभावित किया और एशियाई खेलों में नेपाल के खिलाफ सिर्फ 49 गेंदों पर अपना...
भारत का खजाना भरते सात समंदर पार बसे भारतीय

भारत का खजाना भरते सात समंदर पार बसे भारतीय

अवर्गीकृत
- आर.के. सिन्हा अपने वतन से सात समंदर दूर कामकाज के लिए गए भारतीयों ने देश के खजाने को लबालब भर दिया है। उन्होंने चालू साल 125 बिलियन डॉलर यानी करीब 136 अरब रुपये भारत में भेजे। विश्व बैंक की हाल ही में आई एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत से बाहर रहने वाले लाखों भारतीयों ने साल 2022 की तुलना में 11 फीसद अधिक धन चालू साल में स्वदेश भेजकर अपने देश से प्रेम का सशक्त परिचय दिया। भारत के बाद मेक्सिको और चीन को अपने देशवासियों से पैसा मिला। हालांकि, भारत की तुलना में इन दोनों देशों को अपनी आबादी के अनुपात में बहुत कम धन मिला। मेक्सिको को 67 बिलियन और चीन को मात्र 50 बिलियन डॉलर मिले। बात बहुत साफ है कि संसार के कोने-कोने में रहने वाले भारतीयों ने अपने देश के खजाने को अपने धन से लबालब भर दिया है। यह उनकी अपनी मातृभूमि के प्रति अद्भुत प्रेम दर्शाता है । भारतीय संसार के किसी भी भाग में चल जाएं पर उ...
कतर में 8 भारतीयों को मौत की सजा, भारत ने बताया परेशान कर देने वाला फैसला

कतर में 8 भारतीयों को मौत की सजा, भारत ने बताया परेशान कर देने वाला फैसला

विदेश
नई दिल्ली । कतर की अदालत ने आज अल दहरा कंपनी के 8 भारतीय कर्मचारियों को मौत की सजा सुनाई है। विदेश मंत्रालय ने फैसले पर हैरान और परेशान कर देने वाला बताया है। साथ ही कहा है कि हम परिवार के सदस्यों और कानूनी टीम के साथ संपर्क में हैं और सभी कानूनी विकल्प तलाश रहे हैं। विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है कि हम इस मामले को बहुत महत्व देते हैं और इस पर बारीकी से नज़र रख रहे हैं। हम सभी कांसुलर और कानूनी सहायता देना जारी रखेंगे। हम फैसले को कतर के अधिकारियों के समक्ष भी उठाएंगे। इस मामले की कार्यवाही की गोपनीय प्रकृति के कारण इस समय कोई और टिप्पणी करना उचित नहीं होगा। कतर के दोहा की अदालत ने आठ भारतीय पूर्व नौसेना अधिकारियों को मौत की सजा सुनाई है। वे अब बंद हो चुकी दहरा ग्लोबल से जुड़े थे। अगस्त 2022 से कतर की जेल में भारतीय नौसेना के आठ पूर्व अधिकारी बंद हैं। इन पूर्व अधिकारियों पर ज...
भारतीयों के दूसरे देश के नागरिक बनने के गहरे हैं अर्थ

भारतीयों के दूसरे देश के नागरिक बनने के गहरे हैं अर्थ

अवर्गीकृत
- प्रहलाद सबनानी केंद्र सरकार ने पिछले साल नौ दिसम्बर को संसद को सूचित किया था कि वर्ष 2011 से 31 अक्टूबर 2022 तक 16 लाख भारतीयों ने अन्य देशों, विशेष रूप से विकसित देशों की नागरिकता प्राप्त कर ली है। वर्ष 2022 में 225,000 भारतीयों द्वारा अन्य देशों की नागरिकता ली गई है। इसी प्रकार, मोर्गन स्टैन्ली ने वर्ष 2018 में एक अखबार में छपे प्रतिवेदन में बताया कि वर्ष 2014 से वर्ष 2018 के बीच भारत से डॉलर मिलिनायर की श्रेणी के 23,000 भारतीयों ने अन्य देशों में नागरिकता प्राप्त की। डॉलर मिलिनायर उस व्यक्ति को कहा जाता है जिसकी सम्पत्ति 10 लाख अमेरिकी डॉलर से अधिक होती है। ग्लोबल वेल्थ मायग्रेशन रिव्यू आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2020 में डॉलर मिलिनायर की श्रेणी के 7,000 भारतीयों ने अन्य देशों की नागरिकता प्राप्त की। यह संख्या भारत में डॉलर मिलिनायर की कुल संख्या का 2.1 प्रतिशत है। सबसे अधिक संख्या में च...
फीफा कप: ब्राजील टीम ही क्यों भारतीयों की पसंद

फीफा कप: ब्राजील टीम ही क्यों भारतीयों की पसंद

अवर्गीकृत
- आर.के. सिन्हा क्रिकेट टी-20 वर्ल्ड कप के फौरन बाद अब फीफा विश्वकप आगामी 20 नवंबर से कतर में शुरू हो रहा है। लोकप्रियता के स्तर पर क्रिकेट कहीं नहीं ठहरती फुटबॉल के सामने। भारत के हर गाँव में फुटबाल प्रेमी भरे पड़े हैं। फीफा विश्व कप को सारी दुनिया के करोड़ों-अरबों लोगे देखेंगे। भारत में भी इसके मैच हर रोज देखे जाएंगे। दुनिया भर के 200 से अधिक देशों ने हर चार साल में होने वाली इस फुटबॉल स्पर्धा में क्वालिफाई करने का प्रयास किया, लेकिन मेजबान कतर सहित केवल 32 टीमें 2022 फुटबॉल विश्व कप के लिए क्वालिफाई कर सकीं। हालांकि उन 32 देशों में भारत भी नहीं है जो फीफा कप के लिए क्वालिफाई कर सके हैं। एक अरसे से भारतीय फुटबॉल प्रेमी ब्राजील की टीम को ही चीयर करते हैं और संतोष कर लेते हैं। हमारे फुटबॉल प्रेमियों की ब्राजील की टीम को लेकर निष्ठा कभी विचलित नहीं हुई। उन्हें ब्राजील की कलात्मक शैली की फु...

स्विस बैंकों में भारतीयों के जमा धन की केन्द्र को नहीं है जानकारी : सीतारमण

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली। स्विस बैंकों (Swiss banks) में भारतीय नागरिकों और कंपनियों (Indian citizens and companies) ने कितना रुपया जमा कर रखा है। इसकी जानकारी केंद्र सरकार (Central government) के पास नहीं है। हालांकि, कुछ मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि स्विस बैंकों में जमा भारतीयों के धन में वर्ष 2020 की तुलना में 2021 में बढ़ोत्तरी दर्ज हुई है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को लोकसभा में पूछे गए एक सवाल के लिखित जवाब में यह बात कही। लोकसभा में दीपक बैज और सुरेश नारायण धानोरकर ने सरकार से सवाल पूछा था कि क्या स्विस बैंकों में भारतीय नागरिकों एवं कंपनियों की जमा धनराशि में वृद्धि दर्ज की गई है। इसके लिखित जवाब में सीतारमण ने बताया कि देश के नागरिकों और कंपनियों का स्विस बैंकों में कितना धन जमा है, इसका कोई सरकारी अनुमान नहीं है। हालांकि, कुछ मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि स्विस बैंकों में ज...
द्रौपदी मुर्मू’’ क्या भारतीयों की राष्ट्रपति बन रही है या सिर्फ ‘‘आदिवासियों’’ की?

द्रौपदी मुर्मू’’ क्या भारतीयों की राष्ट्रपति बन रही है या सिर्फ ‘‘आदिवासियों’’ की?

अवर्गीकृत
- राजीव खंडेलवाल ’’द्रौपदी मुर्मू’’के भारत की अगली राष्ट्रपति चुने जाने की संभावना को देखते हुए उन्हें हार्दिक अग्रिम बधाइयां। चूंकि वे देश की सर्वोच्च संवैधानिक पद ‘राष्ट्रपति’ के लिये चुनी जा रही है। अतः एक नागरिक का यह अधिकार व कर्तव्य है कि वे बधाई दे, शुभकामनाएं दे, व उनके उज्जवल भविष्य की कामना करें। ‘‘राष्ट्रपति’’ के रूप में अगले पांच सालों में वे देश का सफल नेतृत्व कर विश्व धरातल पर देश का नाम रोशन कर और ऊंचाइयों पर ले जाएं, इन्ही सब शुभकामनाओं के साथ पुनः बधाइयां। देश का एक नागरिक होने के नाते मैं भी उन्हें बधाई देता हूं। इसलिए नहीं कि वे देश की प्रथम आदिवासी राज्यपाल होकर, अब देश की प्रथम आदिवासी राष्ट्रपति होने जा रही है। बल्कि सामान्य पृष्ठभूमि से निकल कर वे देश के सर्वोच्च पद पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समान पहुंची है। इसके लिए वे एक मूल भारतीय होने के नाते बधाई की पात्र...