Friday, September 20"खबर जो असर करे"

Tag: Indian conscience

श्रीराम के शील, आचार और मर्यादा से भारतीय विवेक का निर्माण

श्रीराम के शील, आचार और मर्यादा से भारतीय विवेक का निर्माण

अवर्गीकृत
- हृदयनारायण दीक्षित भारत श्रीराममय हो गया है। यह अव्याख्येय है। दर्शन और मनोविज्ञान के सिद्धांतों से भारत के ताजा उत्साह की व्याख्या नहीं हो सकती। अयोध्या में जनसैलाब उमड़ रहा है। 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा का दिन था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी उपस्थित थे। अयोध्या में इस कार्यक्रम के लिए निमंत्रित लगभग 7000 लोगों की उपस्थिति थी। लेकिन कार्यक्रम स्थल के अलावा भी पूरी अयोध्या राममय थी। प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में अपेक्षित लोगों की सूची में मैं भी था। इसलिए सारा कार्यक्रम निकट से देखने का अवसर मिला। अयोध्या और उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के मध्य 135 किमी का फासला है। इस लम्बे मार्ग के किनारे-किनारे श्रद्धालुओं की भीड़ जय श्रीराम का नारा लगा रही थी। सबके चेहरे पर उल्लास और उत्साह। सब आनंदित और सब प्रसन्न। देश और विदेश के तमाम क्षेत्रों में भी अपने-अपने ढंग से उल्...