Friday, September 20"खबर जो असर करे"

Tag: Indian Air Force

शौर्य का पर्याय भारतीय वायुसेना

शौर्य का पर्याय भारतीय वायुसेना

अवर्गीकृत
- आर.के. सिन्हा भारतीय वायुसेना के शौर्य पर हम भारतीय नागरिक जितना चाहें गर्व कर सकते हैं। देश आठ अक्टूबर को वायुसेना स्थापना दिवस के रूप में मनाता है। इसकी स्थापना 1932 में आठ अक्टूबर को हुई थी। तब तो अंग्रेजी हुकूमत के दिनों में इसे रायल इंडियन एयरफोर्स कहा जाता था। भारतीय वायुसेना को उसके कार्यों और देश की मजबूत सुरक्षा में योगदान के लिए हमेशा याद रखा ही जाना चाहिए। भारतीय वायुसेना की शक्ति सारे देश और देशवासियों को आश्वस्त करती रहती है। जब भी दुश्मन ने भारत पर हमला किया तो वायुसेना ने सेना के बाकी अंगों के साथ मिलकर शत्रु की गर्दन में ऐसा अंगूठा डाला है जिससे उसकी जान निकल गई है । भारतीय वायुसेना के गौरवमयी इतिहास से सारा देश परिचित है। अगर बात 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध से शुरू करें तो फ्लाइंग ऑफिसर निर्मलजीत सिंह सेखों की याद आना स्वाभाविक है। वे उस वक्त राजधानी के रेस कोर्स स्थि...
भारतीय वायुसेना ने मप्र सरकार को भेंट किया लड़ाकू विमान तेजस का मॉडल

भारतीय वायुसेना ने मप्र सरकार को भेंट किया लड़ाकू विमान तेजस का मॉडल

देश, मध्य प्रदेश
-एयर मार्शल पांडे से विधानसभा अध्यक्ष गौतम ने स्वीकार की भेंट भोपाल (Bhopal)। भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) के एयर मार्शल (Air Marshal) (एओसी-इन-सी अनुरक्षण कमान) विभाष पांडे (Vibhash Pandey) ने गुरुवार को विधानसभा भवन में प्रदेश सरकार (state government) को स्वदेशी हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) तेजस (Indigenous Light Combat Aircraft (LCA) Tejas) का 1:3 स्केल मॉडल उपहार स्वरूप भेंट किया। विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने प्रदेश सरकार की ओर से तेजस के मॉडल को स्वीकार किया। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष गौतम ने कहा कि पूरे देश को वायुसेना पर गर्व है। मध्यप्रदेश सरकार वायुसेना द्वारा दिये गये उपहार को वर्ष-2023 में वायुसेना द्वारा आगामी 30 सितम्बर को भोपाल में की जा रही फ्लाय पास्ट के स्मृति-चिन्ह के रूप में सदैव सहेज कर रखेगी।...
मित्रता के आकाश पर राफेल की ऊंची उड़ान

मित्रता के आकाश पर राफेल की ऊंची उड़ान

अवर्गीकृत
- डॉ. दिलीप अग्निहोत्री भारतीय वायुसेना ने यूपीए सरकार के समय ही राफेल विमानों की खरीदा को अपरिहार्य बताया था। यह भी कहा गया था कि फ्रांस के साथ यह सौदा बिना समय गंवाए करना चाहिए। चीन की रक्षा तैयारियों के दृष्टिगत भारत को देर नहीं करनी चाहिए। लेकिन यूपीए सरकार इस पर कोई निर्णय नहीं कर सकी। नरेन्द्र मोदी सरकार ने वायुसेना और रक्षा विशेषज्ञों के सुझाव को गंभीरता से लिया। राफेल सौदे को पूरा किया गया। लेकिन इस पूरी प्रक्रिया के दौरान कांग्रेस का हंगामा हैरान करने वाला रहा। चीन हमारा शत्रु है। वह नहीं चाहता था कि भारत को राफेल मिले। उसे पता था कि इससे भारतीय वायुसेना की ताकत बढ़ जाएगी। कांग्रेस ने भी राफेल सौदे पर निशाना लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। लेकिन नरेन्द्र मोदी राष्ट्रहित में जो उचित समझते हैं, वही करते हैं। ऐसे विषयों पर विपक्षी हंगामे को वह नजरअंदाज करते हैं। राफेल सौदा भी सम्पन्न...
ताबूत बने मिग 21 लड़ाकू विमान !

ताबूत बने मिग 21 लड़ाकू विमान !

अवर्गीकृत
- रमेश सर्राफ धमोरा भारतीय वायुसेना ने अपने लड़ाकू विमान मिग-21 के पूरे बेड़े की उड़ान पर अस्थाई तौर पर रोक लगा दी है। लगातार हो रहे हादसों को देखते हुए ऐसा फैसला लिया गया है। राजस्थान में सूरतगढ़ के पास आठ मई को एक नियमित प्रशिक्षण उड़ान के दौरान एक मिग-21 एयरक्राफ्ट क्रैश होकर आबादी क्षेत्र के मकानों पर गिर गया था। उस हादसे में तीन महिलाओं की जान चली गई थी। वायुसेना ने इनकी उड़ान को तब तक के लिए रोक दिया है जब तक कि इस हादसे की जांच पूरी नहीं हो जाती । अब तो लोग इन्हें मौत के उड़ते ताबूत तक कहने लगे हैं। कुछ लोग इनको फ्लाइंग कॉफिन और विडो मेकर पुकारने लगे हैं। इनको स्थायी रूप से सेना से बाहर करने की मांग होती रही है। एक रिपोर्ट के मुताबिक इंडियन एयरफोर्स के 400 से ज्यादा मिग-21 विमान पिछले 60 साल में दुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं। इनमें 200 से अधिक पायलटों और 63 नागरिकों की जान जा चुकी है। अभी व...

62 साल में मिग-21 से हुए 200 हादसे, वायुसेना का सबसे पुराना है ये विमान

देश
नई दिल्‍ली । राजस्थान (Rajasthan) के बाड़मेर जिले (Barmer District) में गुरुवार रात वायुसेना (Air Force) का विमान मिग-21 (aircraft mig-21) क्रैश होने के बाद फिर चर्चा में है. इस दुर्घटना ने एक बार फिर सोवियत मूल के मिग-21 विमानों पर सवाल खड़े कर दिए हैं. भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) के बेड़े में ये विमान 1960 के दशक की शुरुआत में शामिल हुए थे और 62 साल में अब तक इन विमान से करीब 200 दुर्घटनाएं हो चुकी हैं. न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, मिग-21 लंबे समय तक भारतीय वायुसेना का मुख्य आधार हुआ करता था. हालांकि, विमान का सुरक्षा रिकॉर्ड बहुत खराब है. विमान दुर्घटनाओं में कई की जान भी गई है. इसी साल मार्च में रक्षा राज्य मंत्री अजय भट ने राज्यसभा में बताया था कि पिछले पांच वर्षों में तीन सेवाओं के विमान और हेलिकॉप्टरों की दुर्घटनाओं में 42 रक्षा कर्मियों की मौत हुई है. पिछले पांच सालों में क...