Tuesday, November 26"खबर जो असर करे"

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स्मृति शेषः भारत के क्रान्तिऋषि आचार्य धमेंद्र का महाप्रयाण

अवर्गीकृत
- संजय तिवारी वह कवि थे। लेखक थे। प्रखर वक्ता थे। भाषाविद थे। संत थे। वास्तव में आधुनिक भारत में क्रान्तिऋषि के रूप में थे जिनसे बहुत लोगों ने बोलना और व्याख्यान देना सीखा है। श्रीरामजन्मभूमि आंदोलन के इस महानायक के महाप्रयाण की सूचना बहुत दुखद है। गोरखपुर में मेरी पत्रकारिता के आरंभिक दिन थे जब आचार्य धर्मेंद्र जी से मिलने और उनके साथ लंबे संवाद का अवसर मिला। इस मुलाकात में ब्रह्मलीन गोरक्षपीठाधीश्वर पूज्य महंत अवेद्यनाथ जी ने पितृभूमिका निभाई थी जिसके कारण आचार्यश्री से निकटता हो गयी। हिंदी, अरबी, फारसी, संस्कृत और अंग्रेजी भाषा पर समान रूप से नियंत्रण रखने वाले आचार्य धर्मेंद्र जब बोलते थे तो श्रोता उनमें ही बहता चला जाता था। गजब की ओजस्विता थी। अद्भुत अलंकृत भाषा और अदम्य साहस। जबकि उन दिनों प्रखर हिंदुत्व की शैली में बात करना किसी अपराध से कम नहीं था। श्रीरामजन्मभूमि मुक्ति यज्ञ समि...

women’s cricket : भारत ने इंग्लैंड को पहले वनडे में 7 विकेट से हराया

खेल
नई दिल्ली। भारतीय महिला क्रिकेट टीम (Indian women's cricket team) ने इंग्लैंड (England) को पहले वनडे (1st ODI) में सात विकेट से हराते हुए तीन मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त ले ली है। पहले बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड ने डेविडसन रिचर्ड्स (50*) की बदौलत 227/7 का स्कोर खड़ा किया था। जवाब में भारत ने स्मृति मंधाना (91) की शानदार पारी की बदौलत 44.2 ओवर्स में मैच जीत लिया। पहले बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड ने 21 रनों पर ही दो विकेट गंवा दिए थे। इसके बाद डेनिले वायट (43) और रिचर्ड्स (50*) ने अच्छी पारियां खेलीं। सोफी एकलस्टन (31) ने भी अहम योगदान दिया। स्कोर का पीछा करते हुए भारत ने तीन रन पर ही शफाली वर्मा का विकेट गंवा दिया था। हालांकि, स्मृति (91) और हरमनप्रीत कौर (74*) ने शानदार पारियां खेलते हुए भारत को जीत दिलाई। पहला विकेट जल्दी गिर जाने के बाद यास्तिका भाटिया ने स्मृति के साथ मिलकर दू...

भारत और सिंगापुर के बीच आर्थिक सहयोग बढ़ाने पर जोर

देश, बिज़नेस
-भारत और सिंगापुर के बीच मंत्रिस्तरीय गोलमेज सम्मेलन संपन्न नई दिल्ली। भारत और सिंगापुर (India and Singapore) के बीच आर्थिक सहयोग (Economic Cooperation) को लेकर एक उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गई। भारत-सिंगापुर मंत्रिस्तरीय गोलमेज सम्मेलन (India-Singapore Ministerial Round Table Conference) में दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग बढ़ाने पर चर्चा हुई। वित्त मंत्रालय ने शनिवार को ट्वीट कर बताया कि भारत ने सिंगापुर के मंत्रिस्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ाने पर वार्ता हुई। नई दिल्ली में आयोजित इस बैठक में दोनों पक्षों ने कई मु्द्दों पर चर्चा की, जिसमें वित्तीय क्षेत्र परिचालन, फिनटेक नियामक सहयोग, निवेश की संभावनाएं और वर्तमान आर्थिक सहयोग मुख्य रूप से शामिल है। मंत्रिस्तरीय गोलमेज सम्मेलन में भारत की ओर से वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, वाणिज्...

चीता: कुछ दिलचस्प तथ्य

अवर्गीकृत
- योगेश कुमार गोयल भारत में चीता आखिरी बार 1947 में देखा गया था और 1952 में चीते को भारत में लुप्त घोषित कर दिया गया था। अब चीतों को दोबारा भारत में बसाने की कोशिश हो रही है, जिसकी शुरुआत नामीबिया से भारत में लाए गए 8 चीतों से हो गई है, जिन्हें मध्य प्रदेश के कूना नेशनल पार्क में रखा गया है। 75 वर्ष की बेहद लंबी अवधि के बाद भारत की धरती पर चीतों ने कदम रखा है और ऐसे में चीते की कुछ प्रमुख विशेषताओं को जानना भी दिलचस्प है। अपनी तेज रफ्तार के लिए दुनिया में विख्यात बिल्ली की प्रजाति का जानवर चीता 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से जमीन पर सबसे तेज दौड़ने वाला जानवर है और हर सेकेंड में चार छलांग लगाता है। गति पकड़ने के मामले में चीता स्पोर्ट्स कार से भी तेज होता है, जो मात्र तीन सेकेंड में ही शून्य से 97 किलोमीटर प्रति घंटे की तेज रफ्तार पकड़ लेता है। पूरी ताकत से दौड़ने पर यह 7 मीटर यानी 23 ...

भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए बैंकिंग क्षेत्र रहे तैयार: सीतारमण

देश, बिज़नेस
-उद्यमों व कंपनियों में नेतृत्वकारी भूमिका निभाएं महिलाएं: वित्त मंत्री -सीतारमण ने कहा, एमएसएमई का बकाया 45 दिन में चुकाएं कंपनियां नई दिल्ली/मुंबई। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने बैंकों (Banks) से यह सुनिश्चित करने को कहा कि उनकी प्रणाली एक-दूसरे के अनुकूल रहे, ताकि वे ग्राहकों की सेवा (Customer service) बेहतर ढंग से कर सकें। उन्होंने कहा कि 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र (India developed nation) बनाने में बैंकिंग क्षेत्र को बड़ा योगदान देना है। सीतारमण शुक्रवार को यहां भारतीय बैंक संघ (आईबीए) की 75वीं सलाना आम बैठक (एजीएम) को संबोधित कर रही थीं। वित्त मंत्री ने कहा कि कई बार ग्राहकों को अलग-अलग बैंकों के साथ लेनदेन के लिए मजबूर होना पड़ता है। उन्होंने कहा कि इस तरह की स्थिति को ऐसी कृत्रिम दीवार बताया, जिसका निर्माण बैंकों ने अपने आप...

भारत के आगामी 25 वर्ष और अमृत काल

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- डॉ. दिलीप अग्निहोत्री स्वतंत्रता के 75 वें वर्ष के अमृत महोत्सव के बाद अब भारत के आगामी 25 वर्षों के लिए तय किए गए अमृत काल पर चर्चा शुरू हो गई है। अमृत महोत्सव के दौरान नई पीढ़ी में स्वतंत्रता संग्राम के प्रसंगों से नई ऊर्जा का संचार हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दूरदृष्टि ने इसे घर-घर पहुंचा दिया। इसमें आत्मनिर्भर भारत और विकास के अनेक पहलू दिखे। डिजिटल इंडिया अभियान के सप्तरंग भी सजे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी अमृत महोत्सव को व्यापक अवसर के रूप में स्वीकार किया। उनकी सरकार ने इस अवधि में अनेक उल्लेखनीय कार्य किए। हर घर तिरंगा अभियान जनान्दोलन के रूप दिखा। विधानसभा भवन भी इसकी अभिव्यक्ति कर रहा हैं। ई कार्यवाही की व्यवस्था ने इसमें चार चांद लगा दिए।उत्तर प्रदेश विधानसभा ने पांच वर्षों में अभिनव प्रयोग किए है। दो वर्ष पहले पेपरलेस बजट प्रस्तुत किया गय...

राष्ट्र की शान, खुशहाल किसान

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- डॉ. दिलीप अग्निहोत्री भारत कृषि पालन देश के रूप में विख्यात रहा है। कृषि अपने में अकेला क्षेत्र नहीं है। इसमें पशुपालन और कुटीर उद्योग पूरक के रूप में शामिल होते हैं। तीनों में कभी कोई भी पक्ष कमजोर हुआ तो दूसरे उसकी भरपाई के विकल्प रहते थे। इनसे आय, स्वरोजगार और सुपोषण स्वाभाविक रूप से उपलब्ध रहता था। यही कारण था कि ब्रिटिश काल की शुरुआत तक भारत के सभी गांव आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर और स्वावलंबी थे। भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता था। अंग्रेजों ने भारत के आर्थिक शोषण की कार्ययोजना बनाई। फिर कुटीर उद्योगों को नष्ट किया। इसका मकसद था कि ब्रिटेन के उत्पाद को भारत में बेचना सम्भव हो सके। कृषि पर लगान में वृद्धि होती रही। इससे किसानों की आय कम हुई। ब्रिटिश शासक अपनी सरकारी मशीनरी और सेना का पूरा खर्च भारतीय संसाधनों से पूरा करने लगे। स्वतंत्रता के बाद कृषि पशुपालन और स्थानीय उद्योगों पर नए ...

बदलाव की बयार में इंडिया से प्यारा है ‘हिन्दुस्थान’

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- राजीव खंडेलवाल देश में ही नहीं वरन विश्व में भारत के अभी तक के सर्वाधिक लोकप्रिय और किसी क्रिया-प्रतिक्रिया की चिंता किए बिना अनोखी शैली व कार्यपद्धति से कुछ असंभव (जैसे राम मंदिर का निर्माण, तीन तलाक, अनुच्छेद 370 की समाप्ति) से लगते ठोस कार्य करने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्य पथ कर न केवल स्वयं को ‘‘कर्तव्य बोध’’ का एहसास दिलाया, बल्कि सबको भी अपना कर्तव्य निभाने के लिए एक संदेश भी दिया। यह बात उनके भाषण से स्पष्ट रूप से झलकती भी है। अब तय आपको करना है कि '' मैं '' अपने कर्तव्य का पालन करने में सफल हूं अथवा विफल? प्रधानमंत्री ने ‘कर्तव्य पथ’ के नामकरण व ‘सेंट्रल विस्टा एवेन्यू’ के उद्घाटन कार्यक्रम में एक नहीं तीन महत्वपूर्ण संदेश दिए हैं। प्रथम, ब्रिटिश इंडिया के जमाने की गुलामी की प्रतीक राजपथ वर्ष 1955 के पूर्व किंग्स-वे नाम से जानी जाती थी। इसका न...

इस साल के अंत तक दो अन्य एफटीए को अंतिम रूप दे देगा भारत: गोयल

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली/ लॉस एंजिल्स। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल (Commerce and Industry Minister Piyush Goyal) ने कहा कि भारत (India) इस साल के अंत तक दो अन्य मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) (Two other free trade agreements (FTAs)) को अंतिम रूप दे देगा। अमेरिकी दौरे के अंतिम दिन एक प्रेस वार्ता में पीयूष गोयल ने यह बात कही। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने शनिवार को बताया कि पीयूष गोयल ने अमेरिका-भारत रणनीतिक भागीदारी मंच की ओर से यहां आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले कुछ महीनों में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और ऑस्ट्रेलिया के साथ मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर हस्ताक्षर करने वाले भारत को इस साल के अंत तक इस तरह के दो अन्य समझौतों से संबंधित बातचीत पूरी होने की उम्मीद है। गोयल ने कहा कि अमेरिका के साथ आर्थिक संबंधों एवं सामरिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए दोनों देशों...