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भारत का 2030 तक 2 ट्रिलियन डॉलर के निर्यात तक पहुंचना लक्ष्य: पीयूष गोयल

भारत का 2030 तक 2 ट्रिलियन डॉलर के निर्यात तक पहुंचना लक्ष्य: पीयूष गोयल

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि पिछले दो साल में भारत का निर्यात 500 बिलियन डॉलर से बढ़ाकर 765 बिलियन डॉलर तक पहुंच चुका है। 2030 तक हमें 2 ट्रिलियन डॉलर के निर्यात तक पहुंचना है। गोयल ने यह बात पेरिस में आयोजित भारत-फ्रांस व्यापार शिखर सम्मेलन से इतर प्रवासी भारतीय समुदाय के कार्यक्रम में कही। उन्होंने कहा कि फ्रांस के साथ भारत की सामरिक भागीदारी के 25 साल पूरे हो रहे हैं। अगले 25-50 वर्षों में ये रिश्ता बड़ी ऊंचाइयों तक पहुंचेगा। गोयल ने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता की वजह से होगा। उल्लेखनीय है कि भारत-फ्रांस मैत्री के 25 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में 11 अप्रैल को पेरिस में भारत-फ्रांस व्यापार शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया है। पीयूष गोयल फ्रांस और इटली के तीन दिवसीय आधिकारिक दौरे पर हैं। वाणिज्य मंत्री के साथ भारत के शीर्ष मुख्...
भारत की पहली महिला नेत्रहीन क्रिकेट टीम की घोषणा, सुषमा पटेल होंगी कप्तान

भारत की पहली महिला नेत्रहीन क्रिकेट टीम की घोषणा, सुषमा पटेल होंगी कप्तान

खेल
- टीम नेपाल के खिलाफ आगामी द्विपक्षीय श्रृंखला में करेगी देश का प्रतिनिधित्व बेंगलुरु (Bangalore)। भारतीय नेत्रहीन क्रिकेट संघ (सीएबीआई) (Cricket Association for the Blind in India (CABI)) ने भारत (India) की पहली महिला नेत्रहीन क्रिकेट टीम (first women blind cricket team) की घोषणा की है, जो नेपाल के खिलाफ आगामी द्विपक्षीय श्रृंखला में देश का प्रतिनिधित्व करेगी। चयन हाल ही में भोपाल में संपन्न चयन ट्रायल में खिलाड़ियों के प्रदर्शन के आधार पर किया गया। द्विपक्षीय दौरा 25 से 30 अप्रैल तक नेपाल में होने वाला है। चयन परीक्षणों के दौरान चयन समिति के अध्यक्ष ई जॉन डेविड सहित अधिकारियों द्वारा खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर बारीकी से नजर रखी गई थी। ट्रायल्स से चुनी गई 17 सदस्यीय टीम नेत्रहीनों के लिए टी20 द्विपक्षीय श्रृंखला में प्रतिस्पर्धा करने वाली पहली भारतीय महिला टीम के रूप में इतिहास में दर्...
बहुत याद आएंगे सलीम दुर्रानी

बहुत याद आएंगे सलीम दुर्रानी

अवर्गीकृत
- आर.के. सिन्हा सलीम दुर्रानी के बीते रविवार को निधन से भारत ने अपना 1960 और 1970 के दशकों के एक बेहद लोकप्रिय और लाजवाब क्रिकेटर खो दिया। सलीम दुर्रानी ने गुजरात के जामनगर में आखिरी सांस ली। सलीम दुर्रानी जब मैदान में होते थे, तो कोई भी लम्हा नीरस नहीं होता था। सलीम दुर्रानी के लिए मशहूर था कि वे दर्शकों की मांग पर छक्का मारते थे। उन्हें भारतीय क्रिकेट के सबसे सफल हरफनमौला क्रिकेटर माना जाता था। दर्शकों की छक्के की मांग को वे फौरन पूरा करते थे। वे राजधानी में सालों राजस्थान की तरफ से रणजी ट्रॉफी के मैच खेलने के लिए करनैल सिंह स्टेडियम में आया करते थे। राजस्थान की उस दौर की टीम में हनुमंत सिंह, लक्ष्मण सिंह तथा कैलाश गट्टानी जैसे स्टार प्लेयर होते थे। हनुमंत सिंह तो सेंट स्टीफंस कॉलेज के स्टूडेंट रहे थे। पर सलीम दुर्रानी की लोकप्रियता के सामने बाकी सब उन्नीस थे। उनकी बेखौफ बल्लेबाजी को दे...
मूल्य आधारित शिक्षा सुख की अनुभूति का आधार

मूल्य आधारित शिक्षा सुख की अनुभूति का आधार

अवर्गीकृत
- डॉ. सौरभ मालवीय भारत की प्राचीन गौरवशाली संस्कृति समस्त विश्व के सुख, समृद्धि एवं शान्ति की कामना करती है। भारतीय चिन्तन में व्यष्टि से समष्टि तक का विचार किया गया है। भारतीय पर्व इस बात का प्रतीक हैं। यहां पर प्राय: प्रतिदिन कोई न कोई लोकपर्व, व्रत, पूजा एवं अनुष्ठान का दिवस होता है, जो इस बात का प्रतीक है कि भारतीय अपने जीवन में कितने प्रसन्न रहते हैं। हमारे धर्म ग्रन्थों में भी सुख पर अनेक श्लोक एवं मंत्र हैं। सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया। सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चित् दुःखभाग् भवेत्।। अर्थात सभी सुखी रहें, सभी रोगमुक्त रहें, सभी मंगलमय के साक्षी बनें और किसी को भी दुख का भागी न बनना पड़े। किन्तु आज भारतीय प्रसन्नता के मामले बहुत पिछड़ गए हैं। अब भारतीय पूर्व की भांति प्रसन्न नहीं रहते। वे दुखी रहने लगे हैं। एक सर्वे में यह बात सामने आई है। अंतरराष्ट्रीय प्रसन्नता दिव...
भारत विश्व के केन्द्र में, जिसके बिना दुनिया नहीं चल सकती, पाकिस्तान भी चाहता है मोदी जैसा नेतृत्व: शिवराज

भारत विश्व के केन्द्र में, जिसके बिना दुनिया नहीं चल सकती, पाकिस्तान भी चाहता है मोदी जैसा नेतृत्व: शिवराज

देश, मध्य प्रदेश
उज्जैन (Ujjain)। पंडित दीनदयाल उपाध्याय और डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने जो नींव रखी, उसे श्रद्धेय अटल जी व आडवाजी जी ने आगे बढ़ाने का काम किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी, गृह मंत्री अमित शाह जी और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी ने भाजपा (BJP) को विशाल रूप देकर विश्व का सबसे बड़ा संगठन (world's largest organization) बनाया। हमारी पार्टी दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी अपने काम की वजह से है। इसका एक उदाहरण रूस यूक्रेन युद्ध (russia ukraine war) है, जिसमें भारतीय बच्चों को सुरक्षित भारत लाया गया। आज भारत विश्व के केन्द्र में है, जिसके बिना दुनियाँ नही चल सकती। पाकिस्तानी भी मोदी जैसा नेतृत्व चाहते है। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने गुरुवार शाम को उज्जैन के विक्रम कीर्ति मंदिर मे युवा मोर्चा द्वारा आयोजित युवा चौपाल के अंतर्गत नव मतदाता सम्मेल...
भारत में कैसे कम हो पाएंगे सड़क हादसे

भारत में कैसे कम हो पाएंगे सड़क हादसे

अवर्गीकृत
- रमेश सर्राफ धमोरा आज कोई भी दिन ऐसा नहीं गुजरता है जिस दिन देश के किसी ना किसी भाग में सड़क हादसा न हुआ हो और उनमें कई लोगों को जान से हाथ धोना पड़े। विकास की प्रतीक मानी जाने वाली सड़कें विनाश का पर्याय बनती जा रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक दुनिया भर में सड़क हादसों में मारे गए 10 लोगों में से कम से कम एक भारत से होता है। भारत में सड़क हादसों के आंकड़े बताते हैं कि देश में वर्ष 2021 में सड़क दुर्घटनाओं में 1.55 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई है। यह आंकड़ा औसतन 426 लोग प्रतिदिन या हर घंटे 18 लोगों का है। राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार पिछले साल देशभर में 4.03 लाख सड़क दुर्घटनाओं में मौतों के अलावा 3.71 लाख लोग घायल भी हुए थे। देश में दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों पर राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों के मुताबिक रोड एक्सीडेंट के मामले 2020 म...
एडीबी का 2023-24 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 6.4 फीसदी रहने का अनुमान

एडीबी का 2023-24 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 6.4 फीसदी रहने का अनुमान

देश, बिज़नेस
- वित्त वर्ष 2022-2023 में जीडीपी ग्रोथ 6.8 फीसदी रहने का जताया अनुमान नई दिल्ली (New Delhi)। विश्व बैंक (world Bank) के बाद एशियाई विकास बैंक (एडीबी) (Asian Development Bank (ADB)) ने भारत की आर्थिक वृद्धि दर (India's economic growth rate) के अनुमान में कटौती की है। एडीबी ने चालू वित्त वर्ष 2023-24 में देश की आर्थिक वृद्धि दर घटकर 6.4 फीसदी रहने का अनुमान (6.4 percent estimate) जताया है। एशियाई विकास बैंक ने मंगलवार को जारी एशियाई विकास परिदृश्य (एडीओ) अप्रैल 2023 के ताजा संस्करण में ये बात कही है। एडीबी ने कहा कि सख्त मौद्रिक रुख और तेल की कीमतों में तेजी के कारण अर्थव्यवस्था पर दबाव रहेगा। रिपोर्ट के मुताबिक चालू वित्त वर्ष 2023-24 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 6.4 फीसदी रहेगी। वहीं, 31 मार्च, 2023 को बीते वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर 6.8 फीसदी रहने...
भाजपा: वैचारिक धुंधकाल के निराकरण का तंत्र

भाजपा: वैचारिक धुंधकाल के निराकरण का तंत्र

अवर्गीकृत
- प्रवीण गुगनानी विमर्श या नैरेटिव के नाम पर भारत में एक अघोषित युद्ध चला हुआ है। इन दिनों भारत में चल रहा विमर्श शुद्ध राजनैतिक है। राजनीति और कुछ नहीं समाज का एक संक्षिप्त प्रतिबिंब ही है। विमर्श में यह प्रतिबिंब विषय व समयानुसार कुछ छोटा या बड़ा होता रह सकता है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विचार परिवार के राजनैतिक दल भारतीय जनता पार्टी की राजनीति को यदि हम सामाजिक प्रतिबिंब के रूप में देखें तो हमें वैचारिक प्रतिबंधों, वर्जनाओं और सीमाओं से मुक्ति मिल जाती है। वैचारिक दृष्टि से देखें तो भाजपा एकमात्र भारतीय राजनैतिक दल है जो वैचारिक दासता से मुक्त है। भाजपा अपने चिर परिचित हिंदुत्वशाली आग्रहों पर अंगद, अटल है। नवीन व पुरातन का अभिनव संगम हो गई है भाजपा। वस्तुतः आरएसएस ने भाजपा के माध्यम से राजनीति एक विशाल, विराट व विमुक्त वैचारिक कैनवास हमें दिया है। हम भारत के राजनैतिक, अराजनैतिक और यह...
राष्ट्र और नेशन में फर्क समझिए

राष्ट्र और नेशन में फर्क समझिए

अवर्गीकृत
- हृदयनारायण दीक्षित हिन्दू राष्ट्र सम्प्रति चर्चा में है। भारत विश्व का पहला राष्ट्र है। यूरोप के देशों में ‘नेशन’ और नेशनेलिटी का जन्म 9वी-10वीं सदी में हुआ। भारत में राष्ट्रभाव का उदय ऋग्वेद के रचनाकाल से भी प्राचीन हो सकता है। ऋग्वेद में ‘राष्ट्र’ शब्द का कई बार उल्लेख हुआ है। राष्ट्र के लिए अंग्रेजी में कोई समानार्थी शब्द नहीं है। राष्ट्र की अवधारणा भिन्न है और नेशन की बिल्कुल भिन्न। राष्ट्र और नेशन एक नहीं हैं। इतिहास के मध्यकाल तक पश्चिम में नेशलिज्म या राष्ट्रवाद जैसा कोई विचार नहीं था। ऋग्वेद (8.24.27) में मंत्र है कि “इन्द्र ने सप्तसिन्धुषु में जल प्रवाहित किया।” सप्त सिंधु 7 नदियों के प्रवाह वाला विशेष भूखण्ड है। इसकी पहचान 7 नदियों से होती है। वैदिक साहित्य के विवेचक मैक्डनल और कीथ ने लिखा है कि “यहां एक सुनिश्चित देश का नाम लिया गया है।” पुसाल्कर ने नदी नामों के आधार पर इस...