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फिच ने भारत की सॉवरेन रेटिंग को रखा स्थिर, कहा-बेहतर ग्रोथ है वजह

फिच ने भारत की सॉवरेन रेटिंग को रखा स्थिर, कहा-बेहतर ग्रोथ है वजह

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। रेटिंग एजेंसी फिच (rating agency fitch) ने भारत की सॉवरेन रेटिंग (India's sovereign rating) के परिदृश्य को स्थिर बताते हुए 'बीबीबी'- पर बरकरार रखा है। रेटिंग एजेंसी ने अपने बयान में कहा कि भारत का विकास मजबूत (India's growth strong) दिख रहा है। फिच रेटिंग्स ने मंगलवार को जारी बयान में कहा कि भारत की दीर्घकालिक विदेशी मुद्रा जारीकर्ता डिफॉल्ट रेटिंग स्थिर परिदृश्य के साथ 'बीबीबी' के स्तर पर रखा गया है। फिच ने कहा कि संप्रभु रेटिंग के लिए मजबूत वृद्धि क्षमता एक महत्वपूर्ण वजह है। एजेंसी ने कहा कि भारत का विकास मजबूत दिख रहा है। फिच ने कहा कि भारत की रेटिंग अन्य देशों की तुलना में मजबूत ग्रोथ और बाहरी वित्तीय लचीलापन को दर्शा रही है, जिससे भारतीय अर्थव्यवस्था को पिछले साल के बड़े बाहरी झटकों से पार पाने में मदद मिली है। उल्लेखनीय है कि अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसियां व...
पाकिस्तान को भारत का कड़ा संदेश

पाकिस्तान को भारत का कड़ा संदेश

अवर्गीकृत
- प्रभुनाथ शुक्ल भारत और पाकिस्तान के रिश्तों के मध्य जमी बर्फ फिलहाल पिघलती नहीं दिखती है। गोवा में सम्पन्न हुए शंघाई सहयोग संगठन की बैठक से कम से यही संदेश निकलता है। पाकिस्तान आतंकवाद के मसले पर दोहरी नीति का पोषक है। पाकिस्तान यह अच्छी तरह जानता है कि भारत से सीधी लड़ाई में वह कभी जीत नहीं हासिल कर सकता है। वैश्विक मंच पर भी भारत बेहद मजबूती से खड़ा दिखता है। दुनिया में भारत की साख मजबूत है। भारत की वैश्विक कूटनीति अलग है। वह अपनी बात को दुनिया के सामने बड़ी साफगोई से रखता है। आतंकवाद के मसले पर उसकी नीति दो टूक है। भारत कभी भी आतंकवाद का समर्थन नहीं करता। अमेरिका, रूस और चीन जैसे ताकतवर मुल्कों के साथ भी उसकी नीति साफ है। भारत बुद्ध के सिद्धांत पर चलता है। वह जीओ और जीने दो में विश्वास रखता है। अरब देशों से भी भारत के बेहतर सम्बन्ध हैं। क्योंकि उसकी नीति स्पष्ट और साफ है। शंघाई सहयो...
झकझोर देती है ‘द केरला स्टोरी’

झकझोर देती है ‘द केरला स्टोरी’

अवर्गीकृत
- प्रीति जैन फिल्म 'द केरला स्टोरी' में धर्मांतरण का जो मुद्दा उठाया गया है, वह विषय फिल्म के रूप में तो नया है लेकिन यह मुद्दा बहुत लंबे समय से केरल में हिंदू आबादी को लील रहा है। आखिरकार फिल्मकार सुदीप्तो सेन को लगातार नजरअंदाज किए जा रहे गंभीर विषय पर अपनी चुप्पी तोड़नी पड़ी और उन्होंने इस फिल्म में उस सच को दिखाया है जो कश्मीर फाइल्स की तरह ही भारत का एक सच है। इस्लाम के कट्टरपंथियों ने पुरजोर कोशिश की है कि केरल को इस्लामिक स्टेट में बदल दिया जाए और फिर अपने पूर्वज आक्रमणकारियों की भांति भारत को इस्लामिक देश बनाने के मंसूबों को कामयाब किया जाए। उनकी यह कोशिश सालों की मेहनत के बाद भी उस तरह रंग नहीं ला पा रही हैं जिस तरह द्रुतगति से वे प्रयास कर रहे हैं। भारत की संस्कृति, संस्कार इतने मजबूत हैं कि उसकी नींव को आसानी से खोद कर उसकी जड़ें उखाड़ फेंकना, लोहे के चने चबाने जैसा है। लेकिन...
भारत ने बिलावल को दिखाया आईना

भारत ने बिलावल को दिखाया आईना

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- आर.के. सिन्हा पाकिस्तान के विदेशमंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी लंबे समय तक भूलेंगे नहीं अपनी हालिया भारत यात्रा को। वे शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) में भाग लेने के लिए भारत आए थे। उन्हें उम्मीद थी कि भारत की तरफ से किसी राष्ट्राध्यक्ष की तरह का सम्मान मिलेगा। पर बिलावल भुट्टो को भारत साफतौर पर जताना चाहता था कि भारत उनसे नाराज है क्योंकि उन्होंने कुछ समय पहले न्यूयार्क में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में अत्यंत अशोभनीय टिप्पणी की थी। उनकी तब भारत में चौतरफा निंदा भी हुई थी। दरअसल भारत तब ही से उनसे खफा था। बिलावल गोवा में आए। वे चाहते थे कि उनकी भारतीय विदेशमंत्री एस. जयशंकर से अलग से बात हो जाए। पर भारतीय विदेशमंत्री ने उन्हें घास नहीं दी। भारत जानता है कि पाकिस्तान के पैरों के नीचे जमीन नहीं है। वह मुंबई हमलों के गुनहगारों को दंड देने के मामले पर बात नहीं करेगा, उसे अपने देश में आ...
भारत को 2047 में 47 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए : पीयूष गोयल

भारत को 2047 में 47 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए : पीयूष गोयल

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल (Union Minister of Commerce and Industry Piyush Goyal) ने शनिवार को कहा कि 2047 तक भारत (India) के 47 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था (47 trillion dollar economy) बनने का लक्ष्य निर्धारित (target setting) करना चाहिए। गोयल ने मुंबई में इंडियन मर्चेंट्स चैंबर के तत्वावधान में आयोजित ‘इंडिया कॉलिंग कॉन्फ्रेंस 2023’ के उद्घाटन के अवसर पर यह बात कही। केंद्रीय मंत्री गोयल ने सभी से 2047 तक भारत के 47 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य निर्धारित करने की अपील की। उन्होंने कहा कि भारत ने अर्थव्यवस्था को औपचारिक बनाने का प्रयत्न किया है। इसमें उसे बड़ी सफलता मिली है। टीम भावना प्रतिस्पर्धा और सकारात्मकता सफलता के लिए आवश्यक है। इस तरह की भावना मुंबई में देखी जा सकती है, जो न केवल भारत की वित्तीय बल्कि आनन्द-मौज की भी राज...
‘मन की बात’ के माध्यम से लोगों को स्वस्थ भारत की प्रेरणा

‘मन की बात’ के माध्यम से लोगों को स्वस्थ भारत की प्रेरणा

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- डॉ. विनोद के. पॉल स्वास्थ्य और विकास आपस में जुड़े हुए हैं- केवल स्वस्थ नागरिक ही किसी राष्ट्र के समग्र विकास में योगदान कर सकते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार इस आदर्श के लिए प्रतिबद्ध है और भारत की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को भविष्य के लिए तैयार करने के लिए अथक प्रयास किया है। प्रधानमंत्री हमारे लोगों के स्वास्थ्य में लगातार सुधार पर अत्यधिक जोर देते हैं और उन्होंने भारत की स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए प्राथमिकता से संचालित कार्यवाही सुनिश्चित की है। सरकार ने स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र को मजबूत करने के लिए गहरे संरचनात्मक और निरंतर सुधार किए हैं और देश भर में सैचुरेशन लेवल का कवरेज प्राप्त करने के लिए अनुकूल रणनीतियों को भी लागू किया है। सरकार के सकारात्मक दृष्टिकोण से स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में आमूल-चूल परिवर्तन हुआ है। आज, केवल बीमारों का इलाज करने के बजाय ह...
बढ़ती आबादी: वरदान भी, मुसीबत भी

बढ़ती आबादी: वरदान भी, मुसीबत भी

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- योगेश कुमार गोयल ‘संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष’ (यूएनएफपीए) की ‘स्टेट ऑफ वर्ल्ड पॉपुलेशन रिपोर्ट’ के मुताबिक भारत अब चीन को पछाड़ कर दुनिया का सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बन गया है। यूएनएफपीए की इस रिपोर्ट के मुताबिक 2022 में भारत की जनसंख्या में करीब डेढ़ प्रतिशत की वृद्धि हुई है और भारत की आबादी अब चीन की कुल 142.5 करोड़ आबादी की तुलना में 142.8 करोड़ हो गई है। दुनिया की कुल आबादी अब 8.045 अरब हो चुकी है और विश्व की कुल जनसंख्या में चीन की हिस्सेदारी 1.425 अरब जबकि भारत की 1.428 अरब है और दुनिया की एक तिहाई आबादी केवल भारत और चीन इन दो देशों में ही है। कुछ महीने पहले ही यूएन द्वारा जारी किए गए वैश्विक आंकड़ों के अनुसार दुनिया की कुल आबादी 8 अरब के आंकड़े को पार कर गई थी और तभी यह अनुमान लगाया गया था कि सर्वाधिक आबादी वाले देश के मामले में भारत 2023 तक चीन को पछाड़ देगा। दुनिया की आबादी 8 अरब ...
प्रधानमंत्री की हर पहल से भारत हुआ सशक्त

प्रधानमंत्री की हर पहल से भारत हुआ सशक्त

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- पंडित अजॉय चक्रवर्ती सबसे पहले मैं विनम्र शब्दों में कहना चाहता हूं कि महान राजनेताओं की एक लंबी लिस्ट है, जो हमारे देश के प्रमुख के रूप में प्रधानमंत्री के पद पर आसीन हुए। लेकिन, ऐसा लगता है कि उनमें से किसी ने भी उस रूप में पद नहीं संभाला, जैसा नरेन्द्र मोदी ने संभाला है। उन्होंने विशेषकर जनसांख्यिकी, धर्म, भूगोल, इतिहास, शिक्षा, विज्ञान, प्रौद्योगिकी, दर्शन, कला, संस्कृति आदि अलग-अलग क्षेत्रों और पहलुओं की पृष्ठभूमि में भारत को वैश्विक संदर्भ में सर्वश्रेष्ठ या अद्वितीय के रूप में प्रस्तुत किया है। भारतीय उपमहाद्वीप (अविभाजित भारत) अपनी भौतिक विशालता के लिए के साथ अपनी बौद्धिक और आध्यात्मिक उत्कृष्टता के लिए भी जाना जाता था। इसलिए, इससे पहले कि कोई आधुनिक भारत के नेता के रूप में मोदी की भूमिका के आयामों और कार्यप्रणाली का मूल्यांकन करे, तो एक मूलभूत विचार यह होना चाहिए कि भारत दुनिय...
जनसंख्या वृद्धि खुशी के साथ चिंता भी!

जनसंख्या वृद्धि खुशी के साथ चिंता भी!

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- प्रमोद भार्गव भारत दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है, जहां दुविधा और विरोधाभास प्रगति के समानान्तर चलते हैं। अतैव जनसंख्या बल जहां शक्ति का प्रतीक है, वहीं उपलब्ध संसाधनों पर बोझ भी है। इसलिए अनेक समस्याएं भी सुरसामुख बन खड़ी होती रहती हैं। हालात तब और कठिन हो जाते हैं, जब संसाधनों के बंटवारे में विसंगति बढ़ती चली जा रही हो? गोया कहा जा सकता है कि बढ़ती आबादी वरदान नहीं बोझ है। नतीजतन 'संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष' की रिपोर्ट ने जब ये आंकड़े जारी किए कि भारत की आबादी चीन से अधिक बढ़ गई है, तो चिंता बढ़नी स्वाभाविक है। हालांकि यह संभावना बहुत पहले से जताई जा रही थी कि भारत आबादी के मामले में चीन को पीछे छोड़ देगा। बावजूद इसके कुछ जनसंख्या विशेषज्ञ इस बात को लेकर आशंका जता रहे हैं कि यह समय अभी नहीं जून में आना था। परंतु आम आदमी को आंकड़ों की बाजीगरी न तो आसानी से समझ आती है और न ही वह किसी निष्कर्ष ...