Saturday, April 12"खबर जो असर करे"

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अमूल और मदर डेयरी ने बढ़ाए दूध के दाम, दो रुपये प्रति लीटर का इजाफा

देश, बिज़नेस
-बढ़ी हुई दरें आज से होंगी लागू नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े डेयरी उत्पाद आपूर्तिकर्ता अमूल और मदर डेयरी ने मंगलवार को दूध की कीमतों में 2 रुपये प्रति लीटर इजाफा करने का ऐलान किया। नई दरें बुधवार (17 अगस्त) से लागू होंगी। गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन संघ लिमिटेड के बयान के मुताबिक अमूल दूध की कीमत में की गई यह बढ़ोतरी गुजरात के अहमदाबाद और सौराष्ट्र के अलावा दिल्ली-एनसीआर, पश्चिम बंगाल, मुंबई तथा अन्य सभी जगहों पर लागू होगी, जहां अमूल मिल्क के उत्पाद बेचे जाते हैं। अमूल के मुताबिक 500 मिली अमूल गोल्ड पैकेट की कीमत 31 रुपये, अमूल ताजा के 500 मिली पैकेट की कीमत 25 रुपये और 500 मिली अमूल शक्ति पैकेट की कीमत 28 रुपये होगी। मदर डेयरी ने दूध की कीमतों में इजाफा की वजह इनपुट लागत में बढ़ोतरी बताया है। मदर डेयरी की ओर से बताया गया है कि वह तमाम तरह की लागतों में बढ़ोतरी का अनुभव कर रही थी, जो...

रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में किया 0.50 फीसदी का इजाफा

देश, बिज़नेस
रेपो रेट बढ़कर 5.40 फीसदी पर, -वित्त वर्ष 2022-23 में जीडीपी ग्रोथ रेट 7.2 फीसदी अनुमानित मुंबई। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने प्रमुख नीतिगत ब्याज दर रेपो रेट में 0.50 फीसदी का इजाफा किया है। इस बढ़ोतरी के बाद रेपो रेट बढ़कर 5.40 फीसदी हो गया है। मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की तीन दिवसीय समीक्षा बैठक के बाद आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी। शक्तिकांत दास ने कहा कि रेपो रेट में इजाफे का फैसला सर्वसम्मति से लिया गया है। रिजर्व बैंक गवर्नर ने बताया कि वित्त वर्ष 2022-23 के लिए रियल सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) विकास अनुमान 7.2 फीसदी है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 16.2 फीसदी, दूसरी तिमाही में 6.2 फीसदी, तीसरी तिमाही में 4.1 फीसदी और और चौथी तिमाही में 4 फीसदी व्यापक रूप से संतुलित जोखिमों के साथ होगा। उन्होंने कहा कि वित्...

जुलाई महीने में जीएसटी संग्रह 28 फीसदी बढ़ा, रिकॉर्ड 1.49 लाख करोड़ रुपये पर पहुंचा

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली। आर्थिक मोर्चे (economic front) पर सरकार के लिए अच्छी खबर है। जुलाई महीने में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) राजस्व संग्रह (Goods and Services Tax (GST) Revenue Collection) पिछले साल के समान अवधि की तुलना में 28 फीसदी बढ़कर 1.49 लाख करोड़ रुपये (28% up to Rs 1.49 lakh crore) रहा है। जीएसटी संग्रह जुलाई, 2021 में 1,16,393 करोड़ रुपये रहा था। वित्त मंत्रालय ने सोमवार को जारी आंकड़ों में बताया कि जुलाई, 2022 में जीएसटी राजस्व संग्रह एक साल पहले की तुलना में 28 फीसदी बढ़कर कुल 1,48,995 लाख करोड़ रुपये रहा है। एक साल पहले समान अवधि में जीएसटी संग्रह से 1,16,393 करोड़ रुपये का राजस्व हासिल हुआ था। आंकड़ों के मुताबिक जीएसटी लागू होने के बाद से यह दूसरा सबसे बड़ा राजस्व संग्रह है। इसके पहले अप्रैल, 2022 में जीएसटी संग्रह से 1,67,540 करोड़ रुपये का राजस्व आया था। आंकड़ों के मुताबिक जुलाई मह...

केंद्रीय कर्मचारियों को मिलने वाली है दोहरी खुशी, DA के साथ एक और बढ़ोतरी!

बिज़नेस
नई दिल्ली । केंद्रीय कर्मचारियों (Central Govt Employee) जल्द ही दोहरी खुशी मिल सकती है. दरअसल, जहां एक ओर सरकार कर्मचारियों के डीए में इजाफा (DA Hike) कर सकती है. तो दूसरी ओर ऐसी भी संभावना है कि फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) में बढ़ोतरी को लेकर भी बड़ा ऐलान किया जा सकता है. अगर ऐसा होता है तो रक्षाबंधन (Raksha Bandhan) के त्योहार पर केंद्र सरकार के कर्मचारियों की बल्ले-बल्ले हो जाएगी, क्योंकि उनकी सैलरी में जबर्दस्त उछाल आएगा. बढ़ सकता है फिटमेंट फैक्टर डीए के साथ ही केंद्रीय कर्मचारियों की लंबे समय से मांग रही है कि उनके फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) को भी बढ़ाया जाए. अभी यह 2.57 फीसदी है, जिसे बढ़ाकर 3.68 फीसदी करने की मांग की जा रही है. पूर्व में आई रिपोर्टों में यह उम्मीद जताई गई थी कि नया वित्तीय वर्ष शुरू होने से पहले कर्मचारियों के फिटमेंट फैक्टर पर फैसला आ सकता है, लेकिन ऐसा...
रुपये में गिरावट से बढ़ेगी महंगाई, आयात-विदेश में पढ़ना महंगा

रुपये में गिरावट से बढ़ेगी महंगाई, आयात-विदेश में पढ़ना महंगा

बिज़नेस
नई दिल्‍ली । डॉलर (Dollar) के मुकाबले रुपया (Rupee) टूटकर 80 के करीब पहुंच गया है। घरेलू मुद्रा (domestic currency) की कीमत में लगातार गिरावट से न सिर्फ महंगाई (inflation) और बढ़ेगी बल्कि कच्चे तेल (Crude oil) से लेकर इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों (electronic products) का आयात महंगा हो जाएगा। विदेश में पढ़ाई और विदेशी यात्रा पर पहले से ज्यादा खर्च करना पड़ेगा। रुपये में गिरावट का प्राथमिक और तात्कालिक प्रभाव आयातकों पर पड़ता है, जिन्हें समान मात्रा के लिए अधिक कीमत चुकानी पड़ती है। हालांकि, शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 8 पैसे मजबूत होकर 79.91 पर बंद हुआ। आयात बिल बढ़ेगा रुपये में गिरावट से आयात महंगा हो जाएगा क्योंकि आयातित वस्तुओं के भुगतान के लिए आयातकों को डॉलर खरीदने की जरूरत पड़ती है। भारत कच्चा तेल, कोयला, प्लास्टिक उत्पाद, रसायन, इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद, वनस्पति तेल, उर्वरक, मशीनरी, सोन...