साम्राज्यवादी चीन की रफ्तार पर ब्रेक आवश्यक
- डॉ. अनिल कुमार निगम
साम्राज्यवादी देश चीन एशिया में अपना प्रभाव बहुत तेजी से बढ़ाता जा रहा है। चीन के मिसाइल ट्रैकिंग शिप युआन वांग 5 को श्रीलंका द्वारा हंबनटोटा बंदरगाह में आने की इजाजत देने और चीन से नेपाल के बीच रेलवे लाइन बनाने के प्रस्ताव से भारत की न केवल चिंता बढ़ गई है बल्कि भारत को साम्राज्यवादी देश चीन से सामरिक खतरा पैदा हो गया है। चीन, श्रीलंका और पाकिस्तान को पहले ही आर्थिक कर्ज के तले दबाकर वहां पर अपनी दखलंदाजी शुरू कर चुका है। वहीं वह नेपाल को भी अपनी ऋण नीति के आईने में उतारता जा रहा है। आगामी समय में चीन की यह नीति भारत के लिए बहुत बड़ी चुनौती बन सकती है। श्रीलंका सरकार ने भारत के विरोध के बावजूद चीन के विवादित जासूसी जहाज को अनुमति दी है।
भारत के लिए हिंद महासागर क्षेत्र सांमरिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है और यह पारंपरिक प्रभाव वाला क्षेत्र माना जाता है। वास्तविकत...