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भारत में निवेश के आपार अवसर के साथ अनुकूल भी: पीयूष गोयल

भारत में निवेश के आपार अवसर के साथ अनुकूल भी: पीयूष गोयल

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को कहा कि भारत में निवेश के अवसर तेजी से बढ़ रहे हैं। गोयल ने विदेशी निवेशकों को भारत में कारोबार के अवसर तलाशने की सलाह देते हुए कहा कि भारत एक बड़ा घरेलू बाजार है, यहां निवेश के अनुकूल माहौल भी है। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री राजधानी नई दिल्ली में आयोजित विश्व निवेश सम्मेलन (डब्ल्यूआईसी) को संबोंधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने निवेश सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में निवेश के अवसर बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं। गोयल ने कहा कि वैश्विक चुनौतियों के बावजूद निर्यात भी बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि विदेशी निवेशकों को भारत में कारोबार के अवसर तलाशने चाहिए। गोयल ने कहा कि निवेश पर अच्छा प्रतिफल मिल रहा है। निवेशकों को संबोधित करते हुए उन्होंने पूर्वोत्तर राज्यों तथा जम्मू-कश्मीर में संभावनाएं तलाशने ...
श्रावणी तीज : सावन का त्योहार, खुशियां अपार

श्रावणी तीज : सावन का त्योहार, खुशियां अपार

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- रमेश सर्राफ धमोरा श्रावण के महीने में चारों ओर हरियाली की चादर सी बिखर जाती है। जिसे देख कर सबका मन झूम उठता है। सावन का महीना एक अलग ही मस्ती और उमंग लेकर आता है। श्रावण के सुहावने मौसम के मध्य में आता है तीज का त्योहार। श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को श्रावणी तीज कहते हैं। उत्तर भारत में यह हरियाली तीज के नाम से भी जानी जाती है। सावन के महीने में सिंजारा, तीज, नागपंचमी एवं सावन के सोमवार जैसे लोकपर्व उत्साह पूर्वक मनाए जाते हैं। श्रावण के महीने में मनाई जानेवाली हरियाली तीज आस्था, प्रेम, सौंदर्य व उमंग का त्योहार है। तीज को मुख्यतः महिलाओं का त्योहार माना जाता है। यह पर्व महिलाओं की सांस्कृतिक मान्यताओं का प्रतीक है। सावन माह में मनाया जाने वाला हरियाली पर्व दंपतियों के वैवाहिक जीवन में समृद्धि, खुशी और तरक्की का प्रतीक है। तीज का त्योहार भारत के कोने-कोने में मनाया जाने वाला एक...
अंतरराष्ट्रीय न्याय दिवस: मुकदमों का अंबार, न्याय के मंदिरों की समस्या अपार

अंतरराष्ट्रीय न्याय दिवस: मुकदमों का अंबार, न्याय के मंदिरों की समस्या अपार

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- रमेश सर्राफ धमोरा न्याय शब्द आशा और उम्मीद का प्रतीक है। जब किसी को लगता है कि उसकी बात अच्छी तरह सुनी जाएगी तथा उसे अपनी बात कहने का पूरा अवसर मिलेगा, तो वह न्याय है। न्याय शब्द एक नई रोशनी लेकर आता है। व्यक्ति के मन में एक उम्मीद जगाता है कि उसकी बात को पूरी तरह सुनकर ही निर्णय किया जाएगा। न्याय एक बहुत ही सम्मानित वह संतुष्टि प्रदान करने वाला शब्द है। आज भी जब दो व्यक्तियों के बीच में झगड़ा होता है तो दोनों एक दूसरे से कहते हैं कोर्ट में आ जाना फैसला हो जाएगा। यह लोगों की न्याय के प्रति आस्था का एक जीता जागता उदाहरण है। न्याय पाना हर व्यक्ति का मौलिक अधिकार होता है। कोई भी सरकार या व्यवस्था तभी सफल मानी जाती है, जिसमें हर व्यक्ति को निष्पक्ष रूप से न्याय मिल सकें। हमारे देश में तो सदियों से न्यायिक प्रणाली बहुत मजबूत रही है। रजवाड़ों के जमाने की न्याय प्रक्रिया के उदाहरण हम आज भी देत...
सोशल मीडिया पर फेक न्यूज की रफ्तार, चुनौती अपार

सोशल मीडिया पर फेक न्यूज की रफ्तार, चुनौती अपार

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- ऋतुपर्ण दवे जितनी रफ्तार से हम विज्ञान के साथ रचते-बसते और जीने की नई-नई तरकीबें सीखते जा रहे हैं, ठीक वैसे ही तमाम चुनौतियां मुंह बाएं आ खड़ी हैं। वास्तव में यह दौर इंटरनेट मीडिया का है जिससे हर हाथ को दुनिया तक अपने संदेशों को पहुंचाने की बहुत बड़ी ताकत मिली। अक्सर यही स्वतंत्रता के उपयोग और दुरुपयोग से झूठे संदेश या फेक न्यूज समाज, देश और दुनिया के लिए बड़ी चुनौती बन जाते हैं। इस पर लगाम या कहें झूठे प्रसार को लेकर भारत सहित दुनिया भर में तमाम जतन किए जा रहे हैं, लेकिन सच यही है कि यह बड़ी चुनौती है। तमाम तरह के कानूनों के बावजूद अक्सर लोग उनके मोबाइल में आए या बनाए मैसेज को बिना सोचे, समझे और बुद्धि, विवेक से काम लिए सीधे आगे बढ़ा देते हैं या फॉरवर्ड कर देते हैं। बस इसी खेल के चलते बेहद कामयाब इंटरनेट तकनीक बड़ी चुनौती बन गई है। जब इंटरनेट नहीं था तब लोग अखबारों पर ही खबरों के लिए ...