उद्यमी देश के नायक या खलनायक
- आर.के. सिन्हा
इंफोसिस के संस्थापक एन.नारायण मूर्ति जब भी बोलते हैं तो उसे सबको सुनना ही पड़ता है। वे अपनी बात बेखौफ अंदाज में रखते हैं। उन्होंने पिछले दिनों इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट अहमदाबाद (आईआईएम-ए) के 58वें वार्षिक दीक्षांत समारोह में कहा कि कारपोरेट लीडर्स को अपना वेतन लेते हुए संयम बरतना चाहिए। उनका लाइफ स्टाइल भी बहुत खर्चीला नहीं होना चाहिए। उनका कहना था कि जिस देश में अब भी खासी गरीबी है, वहां पर उद्योगपतियों को एक तरह से अपने व्यवहार से उदाहरण पेश करना चाहिए। नारायणमूर्ति जी की बात पर गौर तो किया ही जाना चाहिए।
मुझे याद है कि भारतरत्न अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्रित्व काल में जब मैं मानव संसाधन और विज्ञान एवं प्राद्योगिकी मंत्रालय में सलाहकार था, नारायणमूर्ति जी आईआईए, अहमदाबाद के अध्यक्ष थे और कई विषयों पर मंत्रालय से अलग विचारों के लिए विवादों में भी आ जाते थे। प...