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देवी अहिल्याबाई के आदर्शों व सिद्धांतों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए होंगे लगातार कार्यक्रमः मुख्यमंत्री

देवी अहिल्याबाई के आदर्शों व सिद्धांतों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए होंगे लगातार कार्यक्रमः मुख्यमंत्री

देश, मध्य प्रदेश
इंदौर। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (Chief Minister Dr. Mohan Yadav.) ने कहा कि लोकमाता देवी अहिल्याबाई (Lokmata Devi Ahilyabai) के आदर्शों, सिद्धांतों, व्यक्तित्व और कृतित्व को जन-जन तक पहुंचाने के लिए राज्य शासन (state governance) की ओर से एक समिति का गठन किया जाएगा। इस समिति के माध्यम से लगातार कार्यक्रम होंगे। उन्होंने कहा कि लोकमाता देवी अहिल्याबाई हम सबकी आदर्श और प्रेरणा स्रोत हैं। उन्होंने जनहितैषी और ममतामयी विशेष शासन व्यवस्था से देश में विशेष पहचान स्थापित की है। वे सनातन धर्म की बड़ी संवाहक रही हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव रविवार शाम को यहां इंदौर में पुण्य सलिला देवी अहिल्याबाई होलकर की 229वीं पुण्यतिथि पर आयोजित गुणीजन सम्मान, पुरस्कार वितरण एवं पुण्य स्मरण समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने इस अवसर पर अनुसूचित जनजाति बहुल क्षेत्रों में काम करने वाले श्रीकांत वासुदेव को गुणीजन ...
देवी अहिल्या बाई का जीवन, व्यक्तित्व और चरित्र सबके लिए आदर्शः मुख्यमंत्री डॉ. यादव

देवी अहिल्या बाई का जीवन, व्यक्तित्व और चरित्र सबके लिए आदर्शः मुख्यमंत्री डॉ. यादव

देश, मध्य प्रदेश
- लोकमाता देवी अहिल्या बाई होल्कर त्रिशताब्दी समारोह का हुआ शुभारंभ भोपाल (Bhopal)। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (Chief Minister Dr. Mohan Yadav) ने कहा कि लोकमाता देवी अहिल्या बाई (Lokmata Devi Ahilya Bai) का व्यक्तित्व, जीवन और चरित्र हम सबके लिए आदर्श है। वह एक तपोनिष्ठ, धर्मनिष्ठ तथा कर्मनिष्ठ शासक, प्रशासक रही हैं। उनसे हम सबको प्रेरणा लेना चाहिये। धर्म के भाव के साथ शासन व्यवस्था (system government) चलाने का उन्होंने बेहतर उदाहरण प्रस्तुत किया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव शुक्रवार देर शाम यहां इंदौर में लोकमाता देवी अहिल्या बाई होल्कर त्रिशताब्दी समारोह (Tricentenary celebrations) के शुभारंभ कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। वर्ष भर चलने वाले त्रिशताब्दी समारोह के दौरान पूरे देश में जगह-जगह माता अहिल्या बाई होल्कर के जीवन, उनके कृतित्व और व्यक्तित्व पर आधारित कार्यक्रमों का आयोजन किया ...
सदैव अनुकरणीय रहेंगे भगवान श्रीराम के आदर्श

सदैव अनुकरणीय रहेंगे भगवान श्रीराम के आदर्श

अवर्गीकृत
- योगेश कुमार गोयल समूचे भारतवर्ष में प्रतिवर्ष चैत्र मास की शुक्ल पक्ष नवमी को रामनवमी का त्यौहार भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है, जो इस वर्ष 17 अप्रैल को मनाया जा रहा है। मान्यता है कि त्रेता युग में इसी दिन अयोध्या के महाराजा दशरथ की पटरानी महारानी कौशल्या ने मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम को जन्म दिया था। रामनवमी के दिन श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या में उत्सवों का विशेष आयोजन होता है, जिनमें भाग लेने के लिए देशभर से हजारों भक्तगण अयोध्या पहुंचते हैं। अयोध्या के भव्य राम मंदिर में जनवरी में हुई भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के बाद इस बार पहली बार रामनवमी बेहद खास होगी। समूची अयोध्या नगरी इस दिन पूरी तरह राममय नजर आएगी और हर तरफ भजन-कीर्तन तथा अखण्ड रामायण के पाठ की गूंज सुनाई पड़ेगी। रामनवमी के अवसर पर भगवान राम के दर्शन के लिए इस बार लाखों लोगों के अयोध्या पहुंचने क...
भारत के आदर्शों, मूल्यों और दर्शन के जीवंत ऊर्जापुंज हैं दीपावली के दीपक : PM मोदी

भारत के आदर्शों, मूल्यों और दर्शन के जीवंत ऊर्जापुंज हैं दीपावली के दीपक : PM मोदी

देश
अयोध्या/नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने दीये की रोशनी (lamp light) को सबके साथ जुड़ाव और विश्व कल्याण का प्रतीक (symbol of world welfare) बताते हुए कहा कि दीपावली के दीपक (Deepawali lamps) हमारे लिए केवल एक वस्तु नहीं है। ये भारत के आदर्शों, मूल्यों और दर्शन के जीवंत ऊर्जापुंज हैं। प्रधानमंत्री ने रविवार को अयोध्या में भव्य दीपोत्सव (Grand Deepotsav in Ayodhya) का शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि आज अयोध्या जी, दीपों से दिव्य हैं, भावनाओं से भव्य हैं, आज अयोध्या नगरी, भारत के सांस्कृतिक पुनर्जागरण के स्वर्णिम अध्याय का प्रतिबिंब है। उन्होंने कहा कि हमने त्रेता की उस अयोध्या के दर्शन नहीं किए, लेकिन प्रभु श्रीराम के आशीर्वाद से आज हम अमृतकाल में अमर अयोध्या की अलौकिकता के साक्षी बन रहे हैं। हम उस सभ्यता और संस्कृति के वाहक हैं, पर्व और उत्स...