विकास और विरासत का बेहतरीन संतुलन ‘मोदी की गारंटी’ में
- डॉ. राघवेंद्र शर्मा
देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 'भाजपा का संकल्प पत्र-मोदी की गारंटी' नाम से जारी चुनाव घोषणा पत्र प्रस्तुत कर जहां एक ओर मतदाताओं के हृदय को स्पर्श करने में सफलता प्राप्त की है, वही विरोधियों के मुंह पर ताले जड़ दिए हैं। सभी प्रकार की आशंकाओं को परे रखते हुए उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि 04 जून के बाद इस गारंटी पर एक्शन प्लान शुरू कर दिया जाएगा। उनका यह कथन कि "जिन्हें कोई नहीं पूछता उन्हें हम पूजते हैं" यह प्रमाणित करता है कि यह संकल्प पत्र सुविधा की दृष्टि से अंतिम पायदान पर खड़े दरिद्र नारायण के लिए भी संभावनाओं के नए द्वार खोलता है। साथ ही यह भरोसा दिलाता है कि आम मतदाता को इस पर विश्वास करने में किसी भी प्रकार की शंका नहीं करनी चाहिए। ऐसा सोचने के लिए एक तर्क यह भी है कि अपने स्थापना काल से ही भारतीय जनता पार्टी जिन मुद्दों को लेकर संघर्ष करती आई ह...