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लोकतंत्र की जीतः एनडीए की सरकार बनेगी, विपक्ष भी खुश

लोकतंत्र की जीतः एनडीए की सरकार बनेगी, विपक्ष भी खुश

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- रास बिहारी एग्जिट पोल एक बार फिर धराशायी हो गए पर ईवीएम जीत गई। लोकसभा चुनाव में एनडीए के 300 सीटें पार न करने पर इंडी गठबंधन बहुत खुश है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एनडीए की सीटें बहुत कम होने पर खुश होकर कहा कि लोकतंत्र जीत गया। विपक्ष गठबंधन भी अपने दावे के मुताबिक 295 तक का आंकड़ा नहीं छू पाया। अगर देखा जाए तो विपक्षी गठबंधन भाजपा को अकेले मिली 242 सीटों तक मिलकर नहीं पहुंच पाया। दक्षिण में भी एनडीए सबसे बड़े गठबंधन के रूप में उभरा है। पिछले दो आम चुनाव में पूर्ण बहुत पाने वाली भारतीय जनता पार्टी को उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल में करारा झटका लगा है। 370 पार का नारा देने वाली 242 तक ही रह गई। उत्तर प्रदेश में 2014 में 73 और 2019 में 64 सीटें जीतन वाला एनडीए इस बार केवल 36 पर सिमटता दिख रहा है। सपा और कांग्रेस 80 में से 18 सीटें जीत चुके...
जीवन में आरोग्य

जीवन में आरोग्य

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- गिरीश्वर मिश्र ‘जीवेम शरद: शतम्’ ! भारत में स्वस्थ और सुखी सौ साल की जिंदगी की आकांक्षा के साथ सक्रिय जीवन का संकल्प लेने का विधान बड़ा पुराना है। पूरी सृष्टि में मनुष्य अपनी कल्पना शक्ति और बुद्धि बल से सभी प्राणियों में उत्कृष्ट है। वह इस जीवन और जीवन के परिवेश को रचने की भी क्षमता रखता है। साहित्य,कला, स्थापत्य और ज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों में उसकी विराट उपलब्धियों को देखकर कोई भी चकित हो जाता है। यह सब तभी सम्भव है जब जीवन हो और वह भी आरोग्यमय हो। परंतु लोग स्वास्थ्य पर तब तक ध्यान नहीं देते जब तक कोई कठिनाई न आ जाए। दूसरों से तुलना करने और अपनी बेलगाम होती जरूरतों और महत्वाकांक्षाओं के बदौलत तरह-तरह की चिंताए कष्ट, तनाव और अवसाद से ग्रस्त होना आज आम बात हो गई है। मुश्किलों के आगे घुटने टेक कई लोग तो जीवन से ही निराश हो बैठते हैं । कुछ लोग इतने निराश हो जाते हैं कि उन्हें कुछ सूझता ...
गोटबाया राजपक्षे के इस्तीफे की खुशी, श्रीलंका में ‘कर्फ्यूतोड़ जश्न’, कोलंबो में सड़कों पर झूमे लोग

गोटबाया राजपक्षे के इस्तीफे की खुशी, श्रीलंका में ‘कर्फ्यूतोड़ जश्न’, कोलंबो में सड़कों पर झूमे लोग

विदेश
कोलंबो । संकट के दौर से गुज रहे अपने देश श्रीलंका (Sri Lanka) से मालदीव्स और फिर सिंगापुर भागने वाले गोटबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajapakse) ने राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया है। इधर, इस फैसले का असर यह हुआ कि सरकारी भवनों पर कब्जा कर चुके प्रदर्शनकारियों ने भी जगह खाली करना शुरू कर दिया है। गुरुवार रात राजपक्षे की खुशी ऐसी थी कि जनता कर्फ्यू को दरकिनार कर राजधानी कोलंबो (Colombo) की सड़कों पर जश्न मनाने उतर आई। इस्तीफे की खबर के बाद शहर में कर्फ्यू के बावजूद पटाखे छोड़े गए, नारेबाजी की गई और प्रदर्शन स्थल पर डांस हुआ। कुछ लोग बेहतर शासन की मांग करते नजर आए। प्रदर्शनकारी देश में आए आर्थिक संकट का जिम्मेदार राजपक्षे और उनके सहयोगियों को बता रहे हैं। खास बात है कि बीते कुछ समय से श्रीलंका ईंधन और खाद्य सामग्री जैसी बुनियादी चीजों की कमी का सामना कर रहा है। श्रीलंकाई नागरिकों ने राजपक्षे को...