तो योगी यूपी के रास्ते ही भाजपा को 2024 में सत्ता सौपेंगे
- आर.के. सिन्हा
अगर सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो अगले साल के शुरुआती के तीन महीनों के दौरान देश में लोकसभा चुनाव की हलचल को महसूस किया जाने लगेगा। सभी दल अपने घोषणापत्र को अंतिम रूप दे रहे होंगे और प्रत्याशियों के नामों पर भी अंतिम विचार चल रहा होगा। फिजा में लोकसभा चुनाव का पूरा माहौल बन गया होगा। दरअसल, यह चुनाव आजाद भारत का एक ऐसा चुनाव होगा जब कांग्रेस छोड़ किसी दूसरी विचारधारा की सत्ता की पारी दशकीय सीमा लांघकर एक नई तारीखी लकीर खींचने की ओर आगे बढ़ेगी। इस चुनाव के लिहाज से राज्यों की राजनीति भी गरमा रही है। पर बात करें भाजपा की तो देश के सबसे बड़े सूबे में उसकी निश्चिंतता का आलम कुछ और ही है। वैसे भी दिल्ली के सियासी गलियारों में यह बात शुरू से कही और मानी जाती रही है कि देश की सत्ता का रास्ता राम और कृष्ण के जन्म स्थान उत्तर प्रदेश से होकर ही गुजरता है। इस सूबे की सियासी धाक यह है कि इसने...