महाराष्ट्र-गुजरात से सीखो, मत बांटों इन्हें
- आर.के. सिन्हा
महाराष्ट्र और गुजरात में आजकल निजी क्षेत्र के निवेश को आकर्षित करने को लेकर स्वस्थ स्पर्धा चल रही है। यह अपने आप में सुखद है। ये दोनों राज्य 01 मई, 1960 को अलग-अलग प्रदेश के रूप में देश के मानचित्र में आने से पहले “बॉम्बे स्टेट” के ही अंग थे। यानी वे एक ही प्रदेश का हिस्सा थे। यह सब जानते हैं। ये भाषायी आधार पर अलग-अलग होने के बावजूद एक दूसरे के बेहद निकट हैं। हाल के दिनों में ही “टाटा एयरबस परियोजना” गुजरात के पाले में गई। यह परियोजना पहले महाराष्ट्र के लिए तय थी, जिसे बाद में गुजरात में स्थापित करने का फैसला किया गया। परियोजना की जगह में बदलाव को लेकर मचे विवाद के बीच महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने सफाई दी। शिंदे ने कहा कि महाराष्ट्र के औद्योगिक क्षेत्र के लिए बड़े निवेश की तैयारी है। टाटा एयरबस प्लांट के 1.5 लाख करोड़ रुपये की वेदांत-फॉक्सकॉन परियोजना के गुजरात के पा...