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IPL 2023: गुजरात की लगातार दूसरी जीत, दिल्ली को 6 विकेट से हराया

IPL 2023: गुजरात की लगातार दूसरी जीत, दिल्ली को 6 विकेट से हराया

खेल
नई दिल्ली (New Delhi)। इंडियन प्रीमियर लीग (Indian Premier League- IPL) 2023 के सातवें मैच में गुजरात टाइटंस (Gujarat Titans- GT) ने दिल्ली कैपिटल्स (Delhi Capitals- DC) को 6 विकेट से हराते हुए लगातार दूसरी जीत दर्ज की है। अरुण जेटली स्टेडियम में खेले गए मैच में DC ने पहले खेलते हुए 8 विकेट के नुकसान पर 162 रन बनाए। जवाब में GT ने साई सुदर्शन (Sai Sudarshan) के अर्धशतक (62*) की बदौलत 19वें ओवर में लक्ष्य हासिल किया। DC ने 37 के स्कोर तक पृथ्वी शॉ और मिचेल मार्श के विकेट गंवाए। इसके बाद डेविड वार्नर ने 37 रन की पारी खेलकर टीम को संभालने का प्रयास किया। अंत में अक्षर पटेल ने 22 गेंदों में 36 रन की पारी खेलकर टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। जवाब में GT ने 54 के स्कोर तक अपने 3 विकेट खो दिए। मुश्किल घड़ी में सुदर्शन ने उम्दा पारी खेली और अंत में मिलर ने उपयोगी योगदान देकर जीत दिलाई। म...
IPL 2023 का धमाकेदार आगाज, पहले मुकाबले में गुजरात ने चेन्नई को पांच विकेट से हराया

IPL 2023 का धमाकेदार आगाज, पहले मुकाबले में गुजरात ने चेन्नई को पांच विकेट से हराया

खेल
अहमदाबाद (Ahmedabad)। इंडियन प्रीमियर लीग (Indian Premier League-IPL) के 16वें संस्करण का शुक्रवार से धमाकेदार आगाज (big bang) हो गया है। अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम में एक रंगारंग कार्यक्रम के साथ इसकी शुरुआत हुई। ओपनिंग सेरेमनी की शुरुआत बॉलीवुड सिंगर अरिजीत सिंह ने 'मनचला' गाना गाकर की। इससे पहले बॉलीवुड अभिनेत्री मंदिरा बेदी ने इस सीजन की जानकारी दी। IPL 2023 के रंगारंग कार्यक्रम की शुरुआत में प्रस्तुति बॉलीवुड के जाने-माने प्लेबैक सिंगर अरिजीत ने की। उन्होंने अपनी शानदार गायकी से फैंस का मन मोह लिया। स्टेडियम में मौजूद सभी फैंस उनके साथ गुनगुनाने लगे। इस दौरान उन्होंने 'ए वतन मेरे वतन', 'वंदे मातरम', 'लहरा दो', 'केसरिया तेरा इश्क है पीया', 'चन्ना मेरेया मेरेया', 'तू मेरे कोई ना होके भी कुछ लागे' और 'झूमे जो पठान मेरी जान' जैसे अपने हिट नंबर्स की प्रस्तुति दी। अरिजी...
भूपेंद्र पटेल ने ली दूसरी बार गुजरात के मुख्यमंत्री पद की शपथ, 16 विधायकों को मिला मंत्री पद

भूपेंद्र पटेल ने ली दूसरी बार गुजरात के मुख्यमंत्री पद की शपथ, 16 विधायकों को मिला मंत्री पद

देश
अहमदाबाद । गुजरात के इतिहास में सबसे बड़ी जीत हासिल करने वाले भूपेंद्र पटेल ने सोमवार को दूसरी बार मुख्यमंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ ली। राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने गांधीनगर में नए सचिवालय के पास हेलीपैड ग्राउंड में आयोजित समारोह में पटेल को राज्य के 18वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई। पटेल के साथ 16 मंत्रियों ने भी शपथ ली है। इनमें 8 कैबिनेट और 8 राज्यमंत्री हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, गृहमंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए। भूपेंद्र पटेल के अलावा भाजपा विधायक कनुभाई देसाई (पारदी), रुशिकेश पटेल (विसनगर), राघवजी पटेल (जामनगर रूरल) और बलवंत सिंह राजपूत (सिधापुर) ने मंत्री पद की शपथ ली। कुवारजी बावालिया (जसदान), मुलुभाई बेरा (खंभालिया), डॉ. कुबेर दिनदोर (संतरामपुर, एसटी) भानुबेन बाबारिया (राजकोट रूरल ...
तुष्टीकरण और प्रलोभन पर गुजरात का प्रहार

तुष्टीकरण और प्रलोभन पर गुजरात का प्रहार

अवर्गीकृत
- डॉ. दिलीप अग्निहोत्री आम आदमी पार्टी (आप) का जन्म अन्ना हजारे के आंदोलन से हुआ था। इसने अलग ढंग की राजनीति शुरू करने का दावा किया था। कांग्रेस के साथ सरकार न बनाने की कसम खाई थी। लेकिन दिल्ली में कांग्रेस के सहयोग से पहली बार सरकार बनाई । अपने को छोड़ कर सभी पार्टियों के नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। फिर विपक्ष के उन्हीं नेताओं के साथ मंच पर एकता का प्रदर्शन करने लगी। नितिन गडकरी ने मानहानि का दावा ठोंका, तो एक एक-कर सभी से माफी मांग ली। कांग्रेस के साथ सहयोग से आप सरकार ज्यादा नहीं चली, लेकिन अरविंद केजरीवाल ने इस अल्प समय में उसके सारे दांव पेंच सीख लिए। इसमें तुष्टीकरण का दांव इन्हें खूब पसन्द आया इसमें मुफ्त रेवड़ी जोड़ दी। दुकान चल निकली। इस प्रतिस्पर्धा में कांग्रेस के अस्तित्व पर बन आई। दिल्ली में कांग्रेस का वोट आप के साथ हो गया। राहुल गांधी की यात्रा का प्रतिकूल प्रभाव हु...
तीनों पार्टियां गदगद, तीनों को सबक

तीनों पार्टियां गदगद, तीनों को सबक

अवर्गीकृत
- डॉ. वेदप्रताप वैदिक गुजरात, दिल्ली और हिमाचल प्रदेश चुनाव परिणामों का सबक क्या है? दिल्ली और हिमाचल में भाजपा हार गई और गुजरात में उसकी एतिहासिक विजय हुई है। हमारी इस चुनाव-चर्चा के केंद्र में तीन पार्टियां हैं- भाजपा, कांग्रेस और आप। इन तीनों पार्टियों के हाथ एक-एक प्रांत लग गया है। दिल्ली का चुनाव तो स्थानीय था लेकिन इसका महत्व प्रांतीय ही है। दिल्ली का यह स्थानीय चुनाव प्रांतीय आईने से कम नहीं है। दिल्ली में आप को भाजपा के मुकाबले ज्यादा सीटें जरूर मिली हैं लेकिन उसकी विजय को चमत्कारी नहीं कहा जा सकता है। भाजपा के वोट पिछले चुनाव के मुकाबले बढ़े हैं लेकिन आप के घटे हैं। आप के मंत्रियों पर लगे आरोपों ने उसके आकाशी इरादों पर पानी फेर दिया है। भाजपा ने यदि सकारात्मक प्रचार किया होता और वैकल्पिक सपने पेश किए होते तो उसे शायद ज्यादा सीटें मिल जातीं। भाजपा ने तीनों स्थानीय निगमों को मिलाकर...
गुजरात ने भाजपा को बहुमत देने में रचा इतिहासः प्रधानमंत्री मोदी

गुजरात ने भाजपा को बहुमत देने में रचा इतिहासः प्रधानमंत्री मोदी

देश
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने गुजरात विधानसभा चुनाव नतीजों (gujarat assembly election results) में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) (Bharatiya Janata Party (BJP)) को ऐतिहासिक बहुमत मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य की जनता ने तो रिकॉर्ड तोड़ने में भी रिकॉर्ड बना दिया। गुजरात के इतिहास का सबसे प्रचंड जनादेश भाजपा को देकर प्रदेश के लोगों ने नया इतिहास बना दिया है। उन्होंने कहा कि जाति, वर्ग, समुदाय और हर तरह के विभाजन से ऊपर उठकर भाजपा को वोट दिया है। गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव नतीजों के बाद भाजपा मुख्यालय पर समर्थकों का अभिवादन स्वीकार करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि युवा तभी वोट देते हैं जब उन्हें भरोसा होता है और सरकार का काम प्रत्यक्ष नजर आता है। आज युवाओं ने जब भाजपा को भारी संख्या में वोट दिया है तो इसके पीछे का ...
गुजरात के चुनाव परिणामों से मिला शेयर बाजार को सहारा

गुजरात के चुनाव परिणामों से मिला शेयर बाजार को सहारा

देश, बिज़नेस
- सेंसेक्स और निफ्टी दोनों सूचकांक 0.26 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुए नई दिल्ली। कमजोर वैश्विक संकेतों के बावजूद घरेलू शेयर बाजार को आज गुजरात विधानसभा चुनाव के परिणामों से काफी सहारा मिला। शेयर बाजार ने आज के कारोबार की शुरुआत सपाट स्तर पर मामूली बढ़त के साथ की थी। शुरुआती कारोबार में मामूली कमजोरी भी आई, लेकिन गुजरात विधानसभा चुनाव के रुझान आने के साथ ही शेयर बाजार की स्थिति में भी सुधार होता गया। हालांकि, वैश्विक स्तर पर बने दबाव की वजह से बाजार में बिकवाली का दबाव भी लगातार बनता रहा, लेकिन सेंसेक्स और निफ्टी दोनों सूचकांकों ने दिनभर उतार-चढ़ाव का सामना करने के बाद मामूली मजबूती के साथ ही कारोबार का अंत किया। दिनभर की खरीद बिक्री के बाद सेंसेक्स और निफ्टी दोनों सूचकांक 0.26 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद होने में सफल रहे। आज वीकली एक्सपायरी के दिन कारोबार में शॉर्ट कवरिंग नजर आई। निफ्टी...
क्या कांग्रेस का खेल आप करेगी फेल

क्या कांग्रेस का खेल आप करेगी फेल

अवर्गीकृत
- सुरेश हिन्दुस्थानी गुजरात के विधानसभा चुनाव में अबकी बार अलग प्रकार की राजनीति होती दिखाई दे रही है। लम्बे समय से गुजरात में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच ही मुख्य मुकाबला होता था, लेकिन अब गुजरात की चुनावी राजनीति में आम आदमी पार्टी (आप) का प्रवेश भी हो चुका है। हालांकि आप गुजरात में कितना कुछ कर पाएगी, यह फिलहाल केवल संभावनाओं पर ही आधारित है, लेकिन वह कांग्रेस के सपनों पर पानी फेरती दिखाई दे रही है। आप ने जिस प्रकार से दिल्ली और पंजाब में अप्रत्याशित रूप से छप्पर फाड़ समर्थन प्राप्त किया, ऐसा कम ही देखने को मिलता है। यह बात सही है कि गुजरात के मतदाताओं का स्वभाव दिल्ली और पंजाब से मेल नहीं खाता, इसलिए आप गुजरात में सफल हो जाएगी, इसकी गुंजाइश कम ही लगती है, लेकिन कहा जाता है कि राजनीति असंभावित दृश्य को भी संभावित कर सकती है। इसके पीछे का कारण यह भी है कि देश का मतदाता तात्का...
डाक्टरी को ठगी का धंधा न बनाएँ

डाक्टरी को ठगी का धंधा न बनाएँ

अवर्गीकृत
- डॉ. वेदप्रताप वैदिक कर्नाटक और गुजरात के मेडिकल कालेजों ने गज़ब कर दिया है। उन्होंने अपने छात्रों की फीस बढ़ा कर लगभग दो लाख रु. प्रति मास कर दी है। यानी हर छात्र-छात्रा को डाॅक्टर बनने के लिए लगभग 25 लाख रु. हर साल जमा करवाने पड़ेंगे। यदि डाॅक्टरी की पढ़ाई पांच साल की है तो उन्हें सवा करोड़ रु. भरने पड़ेंगे। आप ही बताइए कि देश में कितने लोग ऐसे हैं, जो सवा करोड़ रु. खर्च कर सकते हैं? लेकिन चाहे जो हो, उन्हें बच्चों को डाक्टर तो बनाना ही है। तो वे क्या करेंगे? बैंकों, निजी संस्थाओं, सेठों और अपने रिश्तेदारों से कर्ज लेंगे, उसका ब्याज भी भरेंगे और बच्चों को किसी तरह डाॅक्टर की डिग्री दिला देंगे। फिर वे अपना कर्ज कैसे उतारेंगे? या तो वे कई गैर-कानूनी हथकंडों का सहारा लेंगे या उनका सबसे सादा तरीका यह होगा कि वे अपने डाॅक्टर बने बच्चों से कहेंगे कि तुम मरीजों को ठगो। उनका खून चूसो और कर्ज चुकाओ। ...