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सर्विस सेक्टर की ग्रोथ 10 महीने और मैन्यूफैक्चरिंग पीएमआई 8 महीने के निचले स्तर पर

सर्विस सेक्टर की ग्रोथ 10 महीने और मैन्यूफैक्चरिंग पीएमआई 8 महीने के निचले स्तर पर

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली। सितंबर महीने में सर्विस सेक्टर (Service sector) की ग्रोथ गिर कर 10 महीने के निचले स्तर (Growth falls to 10-month low) पर आ गई है। माना जा रहा है कि जबरदस्त प्रतिस्पर्धा, निर्यात की मांग में कमी (Decrease export demand.) और लागत के ऊपर बने दबाव की वजह से सर्विस सेक्टर की ग्रोथ में ये गिरावट आई है। सर्विस सेक्टर की तरह ही मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर की ग्रोथ भी सितंबर महीने में गिर कर 8 महीने के निचले स्तर पर आ गई है। एचएसबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में सर्विसेज पीएमआई (परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स) सितंबर महीने में घट कर 57.7 के स्तर पर आ गई है, जबकि अगस्त के महीने में सर्विसेज पीएमआई 60.9 के स्तर पर थी। इसी तरह से नंबर के महीने में मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर के ग्रोथ में भी गिरावट आई है। इस महीने मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की गतिविधियां 8 महीने के सबसे निचले स्तर 56.5 प्रतिशत तक पहुंच गई...
देश के आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि अप्रैल में बढ़कर 6.2 फीसदी पर

देश के आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि अप्रैल में बढ़कर 6.2 फीसदी पर

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। अर्थव्यस्था (Economy) के र्मोचे पर अच्छी खबर है। देश (Country) के आठ प्रमुख बुनियादी उद्योगों (Eight major Basic Industries ) की वृद्धि (Growth) की रफ्तार अप्रैल में बढ़कर 6.2 फीसदी (Increased to 6.2 percent in April) हो गई। इससे पिछले महीने यह 5.2 फीसदी और फरवरी में 7.1 फीसदी रही थी। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने शुक्रवार को जारी एक बयान में बताया कि आठ प्रमुख बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर अप्रैल में सालाना आधार पर बढ़कर 6.2 फीसदी (अंतिम) हो गई है। इससे पिछले महीने मार्च में यह 5.2 फीसदी और फरवरी महीने में 7.1 फीसदी रही थी, जबकि एक साल पहले अप्रैल, 2023 में यह 4.6 फीसदी रही थी। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल में प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद और बिजली का उत्पादन बेहतर होने से आठ प्रमुख बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर अच्छी रही है। इसके अलावा कोयला, इस्पात...
देश के आठ प्रमुख बुनियादी उद्योगों की वृद्धि मार्च में 5.2 फीसदी रही

देश के आठ प्रमुख बुनियादी उद्योगों की वृद्धि मार्च में 5.2 फीसदी रही

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। देश (Country) के आठ प्रमुख बुनियादी उद्योगों (Eight major basic Industries) की वृद्धि की रफ्तार (Pace of Growth) मार्च (March) में सालाना आधार पर 5.2 फीसदी (5.2 percent ) रही है। हालांकि, यह वृद्धि इससे पिछले महीने के मुकाबले कम है। इस साल फरवरी में इसकी वृद्धि दर 7.1 फीसदी रही थी। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने मंगलवार को जारी एक बयान में बताया कि आठ प्रमुख बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर मार्च में सालाना आधार पर बढ़कर 5.2 फीसदी (अंतिम) हो गई। इससे पिछले महीने फरवरी में यह दर 7.1 फीसदी रही थी। जनवरी 2024 में यह 4.1 फीसदी बढ़ा था, जबकि मार्च 2023 में इसकी वृद्धि की रफ्तार 4.2 फीसदी रही थी। मंत्रालय के मुताबिक मार्च में सीमेंट, कोयला, बिजली, प्राकृतिक गैस, इस्पात और कच्चे तेल के उत्पादन में सकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई है। हालांकि, संचयी रूप से वित्त वर्ष 2023-24 ...
विकास को मिल रही मजबूती, नियंत्रण में आ रही है मुद्रास्फीति: शक्तिकांत दास

विकास को मिल रही मजबूती, नियंत्रण में आ रही है मुद्रास्फीति: शक्तिकांत दास

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) (Reserve Bank of India (RBI) Governor) के गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने गुरुवार को कहा कि भारत में आर्थिक विकास मजबूत (Strong economic growth in India) हो रहा है, जबकि अंतर्निहित गतिशीलता और विवेकपूर्ण नीति के कारण मुद्रास्फीति भी नियंत्रण (inflation also controlled) में आ रही है। शक्तिकांत दास ने टोक्यो में एक संगोष्ठी में आरबीआई के वित्तीय प्रौद्योगिकी (फिन टेक) परिवेश का जिक्र करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि यह ग्राहक केंद्रित है। रिजर्व बैंक गवर्नर ने कहा कि आरबीआई पूरी तरह से सतर्क है। दास ने कहा कि मौद्रिक नीति का रुख आर्थिक वृद्धि को समर्थन देने के साथ महंगाई को काबू में लाने पर है। आरबीआई गवर्नर ने कहा कि बेहतर संचालन व्यवस्था, प्रभावी निरीक्षण, नैतिक रूप से उपयुक्त गतिविधियां और जोखिम प्रबंधन सुनिश्चित कर...
वित्त वर्ष 2023-24 में 6.3 फीसदी की दर से बढ़ेगी भारतीय अर्थव्यवस्था: विश्व बैंक

वित्त वर्ष 2023-24 में 6.3 फीसदी की दर से बढ़ेगी भारतीय अर्थव्यवस्था: विश्व बैंक

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। विश्व बैंक (World Bank) ने चालू वित्त वर्ष 2023-24 में भारत (India) की अर्थव्यवस्था के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के अनुमान (Economy's gross domestic product (GDP) Estimates) को 6.3 फीसदी पर बरकरार रखा है। विश्व बैंक ने मंगलवार को जारी भारत विकास अद्यतन रिपोर्ट में यह अनुमान जताया है। विश्व बैंक की ओर से जारी ताजा भारत विकास अद्यतन रिपोर्ट के मुताबिक चुनौतीपूर्ण वैश्विक माहौल की पृष्ठभूमि में भारत लगातार लचीलापन दिखा रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय अर्थव्यवस्था निवेश और घरेलू मांग के दम पर चालू वित्त वर्ष 2023-24 में 6.3 फीसदी की दर से बढ़ेगी। रिपोर्ट के मुताबिक खपत में कमी के कारण धीमी आय वृद्धि का असर भारत की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) पर पड़ेगा। हालांकि, विश्व बैंक ने कहा कि निवेश और घरेलू मांग के दम पर भारतीय अर्थव्यवस्था आगे बढ़ेगी। इससे पहले विश्व ...
भारत में सुधारों की रफ्तार से ‘लॉजिस्टिक्स’ गुलजार

भारत में सुधारों की रफ्तार से ‘लॉजिस्टिक्स’ गुलजार

अवर्गीकृत
- सुमिता डावरा भारत आज विकास की ऊंची उड़ान भरने को तैयार है। वैश्विक स्तर पर सभी प्रतिस्पर्धियों की तुलना में भारत की लॉजिस्टिक्स संबंधी रेटिंग बेहतर होते जाने के साथ-साथ लॉजिस्टिक्स से जुड़ी इसकी बाधाएं दूर होती जा रही हैं। मैन्यूफैक्चरिंग और व्यापार के क्षेत्र में भारत की वैश्विक स्थिति बुनियादी ढांचे और निर्यात-आयात (एक्जिम) संबंधी लॉजिस्टिक्स को बेहतर बनाने से संबंधित सुधारों के साथ गहराई से जुड़ी हुई है। बुनियादी ढांचे को अर्थव्यवस्था के एक महत्वपूर्ण विकास इंजन के रूप में पहचानते हुए, प्रधानमंत्री की गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान (एनएमपी) और राष्ट्रीय लॉजिस्टिक्स नीति जैसे सुधारों ने सामानों एवं यात्रियों की आवाजाही के लिए लॉजिस्टिक्स से जुड़े बुनियादी ढांचे और लॉजिस्टिक्स संबंधी सेवाओं में सुधार पर ध्यान केन्द्रित किया है। और बहुत ही कम समय में, इन सुधारों के परिणाम दिखाई देने लगे है...
उभरती अर्थव्यवस्थाओं के लिए वृद्धि का इंजन बनना जरूरी: सीतारमण

उभरती अर्थव्यवस्थाओं के लिए वृद्धि का इंजन बनना जरूरी: सीतारमण

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Union Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने उभरती अर्थव्यवस्थाओं (emerging economies) के लिए वृद्धि का इंजन बनना और दुनिया के समक्ष उत्पन्न चुनौतियों (challenges) के समाधान में मदद करना जरूरी है। उन्होंने यह भी कहा कि जी-20 की अध्यक्षता (Chairmanship of G-20) उभरती अर्थव्यवस्थाओं के लिए महत्वपूर्ण चरण में आई है। वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए नए सिरे से स्वयं को स्थापित करने के लिए तीन साल काफी महत्वपूर्ण है। सीतारमण ने मंगलवार को सियोल में प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत पर केवल सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था के तौर पर ही नहीं, बल्कि जिस तरह इसने कोरोना महामारी को संभाला है। आर्थिक पुनरुद्धार को आगे बढ़ाया है, उसके कारण भी दुनिया के देशों की नजर उस पर है। उन्होंने कहा कि विकसित देशों में मंदी की आशंका है।...
कूनो में चीता परिवार में वृद्धि, प्रधानमंत्री के विजन को मिली सफलताः शिवराज

कूनो में चीता परिवार में वृद्धि, प्रधानमंत्री के विजन को मिली सफलताः शिवराज

देश, मध्य प्रदेश
भोपाल (Bhopal)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के विजन के अनुरूप अफ्रीका से भारत लाकर मध्यप्रदेश के कूनो पालपुर राष्ट्रीय उद्यान (Kuno Palpur National Park) में चीतों को बसाने का प्रकल्प सफल हुआ है। अब कूनो में चीता परिवार बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि कूनो नेशनल पार्क, वन विभाग और स्थानीय प्रशासन के सफल प्रबंधन से सुखद परिणाम मिल रहे हैं। चीता प्रोजेक्ट की सफलता के लिए वन विभाग की टीम बधाई की पात्र है। प्रधानमंत्री के प्रयासों से भारत में चीता की सुखद वापसी हुई है, मध्यप्रदेश चीता स्टेट बना है। कूनो पालपुर में चीता परिवार में चार शावकों के आगमन से प्रदेशवासी हर्षित हैं। दरअसल, प्रदेशवासियों और वन्य-प्राणी जगत के लिए बुधवार का दिन बड़ी सौगात लेकर आया। कूनो राष्ट्रीय उद्यान में छोड़ी ...
निर्यात शुल्क हटाने से इस्पात उद्योग में वृद्धि के नए युग का आगाजः सिंधिया

निर्यात शुल्क हटाने से इस्पात उद्योग में वृद्धि के नए युग का आगाजः सिंधिया

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली। इस्पात उत्पादों (steel products) पर निर्यात शुल्क हटाने (Removal of export duty) से घरेलू उद्योग में वृद्धि (growth of domestic industry) के नए युग की शुरुआत होगी। इस फैसले ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी छाप छोड़ी है। केंद्रीय इस्पात और नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने भारतीय इस्पात संघ (आईएसए) के तीसरे सम्मेलन में सोमवार को यह बात कही। सिंधिया ने यहां आईएसए के सम्मेलन में कहा कि घरेलू इस्पात उद्योग को अंतरराष्ट्रीय बाजारों में पैठ जमाने में कई साल लगे हैं। हमारे उद्योग को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूती से अपनी उपस्थिति दर्ज कराने में महीनों नहीं, बल्कि कई साल लगे हैं। इससे इस्पात उद्योग में वृद्धि का एक नया युग शुरू हो गया है। इस्पात उत्पादों पर निर्यात शुल्क हटाने का निर्णय सभी हितधारकों की चिंताओं को ध्यान में रखते हुए सोच समझकर लिया गया है। ग...