कांग्रेसः बुजुर्ग अध्यक्ष से बड़ी-बड़ी आस
- ऋतुपर्ण दवे
कांग्रेस ने आखिर 21 वीं सदी का पहला नया लोकतांत्रिक अध्यक्ष चुन ही लिया जो गांधी परिवार के बाहर का है। यह जबरदस्त प्रचार और बेहद शांति के साथ आंतरिक लोकतंत्र की दुहाई के नाम पर हुआ। वह भी तब जब गांधी परिवार का वारिस (जैसा दिखता है) भारत जोड़ो यात्रा पर है। बेशक पार्टी बेहद मुश्किल दौर में है, जनाधार तेजी से गिरा है, भविष्य क्या होगा इसको लेकर अनिश्चितता है। पार्टी में तेजी से फूट, गुटबाजी और बिखराव के बीच एक बड़ा संदेश देने की कोशिश कितनी कामयाब होगी यह वक्त बताएगा। अब कांग्रेस का चुनौतियों से भरा ताज 80 बरस के मल्लिकार्जुन खड़गे के माथे पर है जिनका अनुभव भरा 55 साल का राजनीतिक सफर है। वो गांधी परिवार के बेहद विश्वासी हैं। लेकिन यह भी जगजाहिर है कि गांधी परिवार के बाहर के तमाम अध्यक्ष अपने अच्छे रिश्तों के चलते पार्टी अध्यक्ष तक पहुंचे जरूर लेकिन धीरे-धीरे कड़वाहट बढ़ती गई औ...