Friday, September 20"खबर जो असर करे"

Tag: Global Economy

भारतीय परम्पराओं के अनुपालन से देश बढ़ रहा आगे

भारतीय परम्पराओं के अनुपालन से देश बढ़ रहा आगे

अवर्गीकृत
- प्रहलाद सबनानी भारत जो किसी वक्त में सोने की चिड़िया रहा है जिसका किसी वक्त में वैश्विक अर्थव्यवस्था में बहुत बड़ा योगदान रहा है, उस भारत के गुलाम होने के बाद उसकी अर्थव्यवस्था को मुगलों ने एवं अंग्रेजों ने तहस-नहस किया है। भारत का सनातन चिंतन जितना अधिक शक्तिशाली था गुलामी के उस दौर में उस पर किए गए आक्रमण उसे कमजोर बनाने में कामयाब रहे। परंतु, अब समय आ गया है कि भारत के प्राचीन आर्थिक चिंतन को गंभीरता के साथ देखते हुए वर्तमान आर्थिक विकास की दृष्टि को उसके साथ सामंजस्य स्थापित करना चाहिए तभी जाकर आर्थिक विकास की दृष्टि से भारत के वैभवकाल को पुनः प्राप्त किया जा सकेगा। भारत में प्राचीन ऋषियों और मनीषियों की परंपरा एक गृहस्थ परंपरा रही है और उस गृहस्थ परंपरा में आध्यात्म के साथ-साथ सामाजिक,राजनीतिक एवं आर्थिक चिंतन भी जुड़ा रहा है। अपने राज्य के ऋषियों के जीवन यापन की चिंता जहां रा...
वैश्विक अर्थव्यवस्था में भारत का रुपया क्या डॉलर का स्थान लेगा !

वैश्विक अर्थव्यवस्था में भारत का रुपया क्या डॉलर का स्थान लेगा !

अवर्गीकृत
- डॉ. मयंक चतुर्वेदी इसे आप काल के चक्र का प्रवाह एवं पुनर्चक्रीकरण भी मान सकते हैं कि जिस भारत का वैश्विक अर्थव्यवस्था में कभी 32 प्रतिशत का योगदान हुआ करता था, वह भारत एक बार फिर उसी दिशा में आगे बढ़ने लगा है। दुनिया के अर्थशास्त्री भारत के इस नए रूप को देख कर चमत्कृत हैं, वहीं अमेरिका को लगता है कि यदि इसी तरह से भारत आगे बढ़ता रहा तो कहीं ऐसा न हो कि डॉलर के रूप में जो विश्व में एक देश की दूसरे देश के साथ व्यापार करने की जो अनिवार्यता या आवश्यकता चली आ रही है, वह समाप्त न हो जाए। अमेरिका दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना रहे इसलिए आज वह इससे जुड़े जरूरी कदम उठा रहा है और भारत इसके लिए अपने हिस्से का दांव खेल चुका है। अभी भारत में लोकतंत्र का महापर्व चल रहा है, देश के आम नागरिक अपने लिए सरकार का चुनाव कर रहे हैं। ऐसे समय में सभी राजनीतिक पार्टियों के प्रमुख नेताओं के साक्षात्का...
वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुस्ती के दौर में कई कदम उठाकर आगे निकला भारत: अजय बंगा

वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुस्ती के दौर में कई कदम उठाकर आगे निकला भारत: अजय बंगा

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। विश्व बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा (World Bank President Ajay Banga) ने कहा कि भारत (India) वैश्विक सुस्ती (global slowdown) के दौर में कई ऐसे कदम उठा रहा है, जो उसे आगे रखने में मदद कर रहे हैं। बंगा ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian economy) वैश्विक स्तर पर सुस्ती होने के बावजूद अपने घरेलू खपत की वजह से सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ जी-20 सम्मेलन और विश्व बैंक एवं भारत के बीच सहयोग जैसे कई मुद्दों पर भी उनकी चर्चा हुई है। पिछले महीने की शुरुआत में विश्व बैंक की कमान संभालने वाले भारतीय मूल के 63 वर्षीय बंगा इस समय भारत के दौरे पर आए हैं। यह विश्व बैंक अध्यक्ष के तौर पर उनकी पहली भारत यात्रा है। अजय बंगा ने बुधवार को यहां प्रेस से बातचीत में कहा कि भारत वैश्विक स्तर पर कायम सुस्ती के बीच काफी कुछ ऐसा कर रहा है, जो उसे आगे रखने में...
अनिश्चितताओं से घिरी वैश्विक अर्थव्यवस्था का समाधान दृढ़ता से करना होगा: दास

अनिश्चितताओं से घिरी वैश्विक अर्थव्यवस्था का समाधान दृढ़ता से करना होगा: दास

देश, बिज़नेस
आरबीआई गवर्नर ने कहा-वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए परिदृश्य हाल के महीनों में बेहतर हुआ नई दिल्ली(New Delhi)। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) (Reserve Bank of India (RBI)) के गवर्नर शक्तिकांत दास (Governor Shaktikanta Das) ने अनिश्चितताओं से घिरी वैश्विक अर्थव्यवस्था (Global Economy) के सामने आने वाली चुनौतियों का दृढ़ता से समाधान करने का आह्वान किया। उन्होंने जी-20 देशों (G-20 countries) से वित्तीय स्थिरता (Financial stability) के प्रति उत्पन्न होने वाले खतरों और ऋण संकट जैसी अर्थव्यवस्था के सामने आने वाली चुनौतियों का दृढ़ता से समाधान करने पर जोर दिया। आरबीआई गवर्नर ने शुक्रवार को यहां जी-20 के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों (एफएमसीबीजी) की पहली बैठक के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए परिदृश्य हाल के महीनों में बेहतर हुआ है। अपने संबोधन मे...
वैश्विक अर्थव्यस्था की तुलना में बेहतर स्थिति में भारत : शक्तिकांत दास

वैश्विक अर्थव्यस्था की तुलना में बेहतर स्थिति में भारत : शक्तिकांत दास

देश, बिज़नेस
- कहा-अर्थव्यवस्था मजबूत, लेकिन वैश्विक कारणों का पड़ सकता है असर नई दिल्ली/मुंबई। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था की तुलना में भारत की आर्थिक स्थिति बेहतर है। भारत में बुनियादी आर्थिक गतिविधियां निरंतर मजबूत बनी हुई है। इसके आगे भी मजबूत बने रहने की संभावना है, लेकिन बाहरी कारकों से अर्थव्यवस्था को कुछ 'नुकसान' होगा। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास बुधवार को मुंबई में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था के बारे में कहा कि अंतर्निहित आर्थिक गतिविधियां मजबूत बनी हुई हैं। इसके आने वाले समय में भी मजबूत बने रहने की संभावना है। हालांकि, आरबीआई गवर्नर ने कहा कि देश के बाहरी कारक अर्थव्यवस्था को कुछ नुकसान पहुंचा सकते हैं। इनमें जियो पॉलिटिकल तनाव और वैश्विक मंदी की आशंका शामिल हैं। आरबीआई प्रमुख ने ...