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मप्र में सड़कों के विस्तार और उज्जैन-सागर में रोप वे की सौगात, मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री गडकरी का माना आभार

मप्र में सड़कों के विस्तार और उज्जैन-सागर में रोप वे की सौगात, मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री गडकरी का माना आभार

देश, मध्य प्रदेश
भोपाल (Bhopal)। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (Chief Minister Dr. Mohan Yadav) ने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री (Union Road Transport and Highways Minister) नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) द्वारा मध्य प्रदेश में सड़कों के विस्तार के संबंध में दिए गए निर्देशों और उज्जैन एवं सागर में रोपवे सुविधा प्रारंभ करने के लिए हुए करारनामे पर हर्ष व्यक्त किया है। उन्होंने मध्य प्रदेश को मिली इन सौगातों के लिए केंद्रीय मंत्री गडकरी के प्रति आभार व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंगलवार देर शाम सोशल मीडिया के माध्यम से कहा कि केंद्रीय मंत्री गडकरी के विस्तृत निर्देशों से मध्यप्रदेश को सड़क परिवहन क्षेत्र में लाभ मिलेगा। दरअसल, केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को नई दिल्ली में बैठक लेकर मध्यप्रदेश में 100 करोड़ रुपये से अधिक लागत वाली सभी निर्माणाधीन राष्ट्रीय...
PM मोदी आज मप्र को देंगे 16,961 करोड़ की विकास कार्यों की सौगात, वैदिक घड़ी का करेंगे शुभारंभ

PM मोदी आज मप्र को देंगे 16,961 करोड़ की विकास कार्यों की सौगात, वैदिक घड़ी का करेंगे शुभारंभ

देश, मध्य प्रदेश
- साइबर तहसील परियोजना की शुरुआत भी करेंगे भोपाल (Bhopal)। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में आज गुरुवार विकास के नए-नए आयाम जुड़ेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) मध्यप्रदेश में 16,961 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं (Multiple development projects worth over Rs 16,961 crore) की आधारशिला रखेंगे और राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इनमें सिंचाई, बिजली, सड़क, रेल, जल आपूर्ति, कोयला, उद्योग जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र शामिल हैं। प्रधानमंत्री मध्यप्रदेश में साइबर तहसील परियोजना का भी शुभारंभ करेंगे। वे उज्जैन में विक्रमादित्य वैदिक घड़ी (Vikramaditya Vedic Clock) का लोकार्पण करेंगे। प्रधानमंत्री मध्यप्रदेश में 5500 करोड़ रुपये से ज्यादा की सिंचाई परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे। इन परियोजनाओं में अपर नर्मदा परियोजना, राघवपुर बहुउद्देशीय परियोजना और बसनिया बहुउद्देश...
सचिन ने पैरा क्रिकेटर आमिर हुसैन से की मुलाकात, उपहार में दिया हस्ताक्षरित बल्ला

सचिन ने पैरा क्रिकेटर आमिर हुसैन से की मुलाकात, उपहार में दिया हस्ताक्षरित बल्ला

खेल
नई दिल्ली (New Delhi)। महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर (Great batsman Sachin Tendulkar) ने शनिवार को अपनी जम्मू-कश्मीर यात्रा (Jammu and Kashmir trip) के दौरान पैरा क्रिकेटर आमिर हुसैन लोन (Para cricketer Aamir Hussain Lone) से मुलाकात की और उन्हें अपना हस्ताक्षर किया हुआ एक बल्ला उपहार में दिया। तेंदुलकर ने अपने 'एक्स' हैंडल पर उनकी बातचीत का एक वीडियो पोस्ट किया, और पोस्ट को कैप्शन दिया, "असली हीरो आमिर के लिए।" प्रेरणा देते रहो! आपसे मिल कर अच्छा लगा।" 34 वर्षीय क्रिकेटर की खेलने की शैली अनोखी है। वह अपने पैरों का उपयोग करके गेंदबाजी करते हैं और अपने कंधे और गर्दन का उपयोग करके बल्लेबाजी करते हैं। एक शिक्षक द्वारा लोन की प्रतिभा का पता चलने के बाद उनका परिचय पैरा क्रिकेट से हुआ। वह 2013 से प्रोफेशनल क्रिकेट खेल रहे हैं। 34 वर्षीय क्रिकेटर जब सिर्फ आठ साल के थे, तब उन्होंने अपने पित...
दुनिया को भारत देगा पहले जल विश्वविद्यालय का उपहार

दुनिया को भारत देगा पहले जल विश्वविद्यालय का उपहार

अवर्गीकृत
- मुकुंद समूचा संसार लंबे समय आशंकित है कि अगला विश्वयुद्ध पानी के लिए लड़ा जाएगा। यह आशंका निर्मूल भी नहीं है। कई देशों में पानी का संकट गहरा भी गया है। इसका सबसे हालिया उदाहरण दक्षिण अफ्रीका है। इस देश की राजधानी केप टाउन गंभीर जल संकट का सामना करने को अभिशप्त है। ऐसे मुश्किल समय में दुनिया को भारत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार के अमृतकाल में इस संकट से उबारने का मंत्र देने जा रहा है। भारत में दुनिया के पहले जल विश्वविद्यालय की परिकल्पना आकार ले रही है। इसकी उम्मीद जगाई है देश के पहले जलयोद्धा के रूप में सम्मानित उमाशंकर पाण्डेय और भारतीय मूल के पर्यावरण वैज्ञानिक डॉ. रविकांत पाठक ने। डॉ. पाठक कई दशक से विदेश में जलवायु परिवर्तन पर काम कर रहे हैं। फिलहाल वह स्वीडन के गोथेनवर्ग विश्वविद्यालय में प्रोफेसर हैं। जलग्राम जखनी के पाण्डेय को उनके सेवाधर्म 'खेत में मेड़ और मेड़ पर पेड़' के ...
World Cup : बाबर आजम ने अफगानी बल्लेबाज गुरबाज़ को अपना बल्ला उपहार में दिया

World Cup : बाबर आजम ने अफगानी बल्लेबाज गुरबाज़ को अपना बल्ला उपहार में दिया

खेल
नई दिल्ली (New Delhi)। पाकिस्तान क्रिकेट टीम (Pakistan cricket team) के कप्तान बाबर आजम (captain Babar Azam) ने सलामी बल्लेबाज रहमानुल्लाह गुरबाज़ (Opener Rahmanullah Gurbaz) को अपना बल्ला उपहार में दिया, जिन्होंने 53 गेंदों पर शानदार 65 रन बनाकर अफगानिस्तान (Afghanistan) को मौजूदा विश्व कप (World Cup) में पाकिस्तानी टीम के खिलाफ ऐतिहासिक जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अफगानिस्तान ने सोमवार को मौजूदा विश्व कप में अपनी दूसरी आश्चर्यजनक जीत दर्ज की और सोमवार को 50 ओवर के क्रिकेट में पाकिस्तान को पहली बार हराया। गुरबाज़ ने इब्राहिम जादरान के साथ मिलकर 130 रन की साझेदारी करके 283 रन के लक्ष्य का पीछा करने की दिशा तय की। भले ही पाकिस्तान हार गया लेकिन बाबर ने "क्रिकेट की भावना को जीवित" रखते हुए गुरबाज़ को अपना बल्ला उपहार में देकर सबका दिल जीत लिया। आईसीसी ने एक्स पर लिखा, "बाबर...
मप्रः मुख्यमंत्री ने बारिश में भीगते हुए जौरावासियों को दी नगरपालिका की सौगात

मप्रः मुख्यमंत्री ने बारिश में भीगते हुए जौरावासियों को दी नगरपालिका की सौगात

देश, मध्य प्रदेश
- बहनों के जीवन को बेहतर बनाना ही मेरा मकसद : मुख्यमंत्री चौहान भोपाल (Bhopal)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने शुक्रवार को मुरैना जिले के जौरावासियों को अभूतपूर्व सौगात देते हुए नगर पंचायत जौरा (Nagar Panchayat Jaura) को नगरपालिका बनाने की घोषणा (Announcement of formation of municipality) की। मुख्यमंत्री द्वारा दी गई सौगात का जौरावासियों ने करतल ध्वनि से आभार माना। मुख्यमंत्री ने जौरा के साथ ही जिले के सबलगढ़ और कैलारस में बहनों के सशक्तिकरण के लिये किये जा रहे कार्यों की जानकारी देते हुए कहा कि बहनों के जीवन को बेहतर बनाना ही मेरा मकसद है। उन्होंने कहा कि लाड़ली बहनों के खाते में 10 अक्टूबर को 1250 रुपये आएंगे। आगे बढ़ाकर राशि को तीन हजार रुपये तक किया जाएगा। मुख्यमंत्री चौहान शुक्रवार को जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान पानी में भीगते हुए जौरा की जनता...
दशमलव पद्धति दुनिया के लिए भारत का उपहार

दशमलव पद्धति दुनिया के लिए भारत का उपहार

अवर्गीकृत
- ह्रदय नारायण दीक्षित भारत में गणित का विकास वैदिककाल में ही हो रहा था। ऋग्वेद में इसके साक्ष्य हैं। लेकिन अंग्रेजी सत्ता के प्रभाव व अन्य कारणों से कुछ विद्वानों का मत भिन्न है कि प्राचीनकाल में भारतवासियों को शून्य की जानकारी नहीं थी। शून्य गणित का मुख्य अंक है। 'एनसाइक्लोपीडिया ब्रिटानिका' में कहा गया है कि शून्य के अंक का अविष्कार संभवतः हिन्दुओं ने किया था। शून्य और शून्य के स्थानगत मूल्य की जानकारी भी वैदिककाल में थी। 1 से 10 अंकों के प्रतीक ''अधिकतर भारत में उत्पन्न हुए। अरबों ने उनका व्यापक प्रयोग किया। उन्हें हिन्दू अरेबिक अंक कहा जाता है।'' (वही) दशमलव पद्धति दुनिया के लिए भारत का उपहार है। डॉ. रामविलास शर्मा ने 'भारतीय नवजागरण और यूरोप' (पृष्ठ 333) में लिखा है, ''शून्य का अविष्कार, स्थान के अनुसार शून्य के प्रयोग द्वारा अंक की मूल्य वृद्धि भारतीय प्रतिभा का चमत्कार है।'' गणित ...